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इलेक्टोरल बॉन्ड वसूली का जरिया, EVM के बिना नहीं जीत सकते चुनाव : मुंबई की रैली में INDIA गठबंधन की हुंकारकांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 63 दिवसीय भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन के एक दिन बाद विपक्षी गुट इंडिया के नेताओं की मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली हुई. राहुल गांधी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तेजस्वी यादव, एमके स्टालिन, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, प्रियंका गांधी वाड्रा, उद्धव ठाकरे और महबूबा मुफ्ती सहित कई विपक्षी नेता उपस्थित थे. इस दौरान विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला. साथ ही उसे चुनावी बॉन्ड और ईडी-सीबीआई की कार्रवाई को लेकर भी घेरा.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, हिंदू धर्म में एक शब्द होता है शक्ति . हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं. प्रश्न यह है कि वह शक्ति क्या है? राजा की आत्मा EVM में है, यह सच है. राजा की आत्मा EVM और देश की हर संस्था, ईडी, सीबीआई में है... महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी को छोड़ते हैं और मेरी मां से रोते हुए कहते हैं कि सोनिया जी, मुझे शर्म आ रही है कि मेरे पास इस शक्ति से लड़ने की हिम्मत नहीं है. मैं जेल नहीं जाना चाहता. इस तरह के हजारों लोगों को डराया गया है...
#WATCH मुंबई, महाराष्ट्र: भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन कार्यक्रम में INDIA गठबंधन के नेता शामिल हुए। pic.twitter.com/pAukfKovCc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2024विपक्ष के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों और ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के कथित इस्तेमाल को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल ईवीएम, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई के बिना लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएगा. राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हमने निर्वाचन आयोग से वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की भी गिनती करने के लिए कहा, लेकिन हमारी मांग स्वीकार नहीं की गई.
राहुल गांधी ने कहा कि लोगों से संवाद करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू की, क्योंकि मीडिया बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों को नजरअंदाज करता है.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, राहुल गांधी जिस शक्ति की बात कर रहे थे, मैं खुलकर कहूंगा कि मोदी जी के पास RSS और मनुवाद के रूप में यह शक्ति है... वे इस शक्ति से हमें कुचलना चाहते हैं...
उधर, कांग्रेस ने मुंबई रैली की एक तस्वीर एक्स पर पोस्ट की है, जिसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के साथ विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता नजर आ रहे हैं. इसके साथ कांग्रेस ने लिखा, जीतेगा इंडिया
जीतेगा INDIA ?? pic.twitter.com/0ivIeWh9oL
— Congress (@INCIndia) March 17, 2024मुंबई रैली में शरद पवार ने कहा कि महात्मा गांधी ने मुंबई से ‘भारत छोड़ो का आह्वान किया था. मुंबई से ‘इंडिया के नेताओं को भाजपा को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लेना चाहिए.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि चुनावी बॉन्ड भाजपा का ‘सफेदपोश भ्रष्टाचार है. उन्होंने कहा कि ‘इंडिया गठबंधन केंद्र में धर्मनिरपेक्ष और समावेशी सरकार बनाएगा.तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि ‘इंडिया गठबंधन की लड़ाई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नहीं, बल्कि यह नफरत की विचारधारा के खिलाफ है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश में विविधता और भाईचारे की रक्षा करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में तो बस विधायकों को दल-बदल कराया जाता है, लेकिन बिहार में उन्होंने (भाजपा ने) मेरे चाचा को हाईजैक कर लिया.” उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद का साथ छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में जाने की ओर इशारा करते हुए यह बात कही. यादव ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की मदद से सरकारें गिराई जा रही हैं.
संविधान बदलने के लिए 400 सीटों की बात : मुफ्ती
वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमें भारत को सभी लोगों के लिए सुरक्षित बनाना है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों. उन्होंने कहा, पहले भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और कश्मीर में समाप्त हुई. कश्मीर में बर्फ पड़ रही थी, कई लोगों ने बर्फ देखी नहीं थी. यह हमारा भारत है...आपको अपने वोटों की रक्षा करनी है, क्योंकि यह मशीन (EVM) चोर है. जब आप अपना वोट डालें, तो कागज की जांच करें... जब INDIA गठबंधन की सरकार आएगी, तो यह मशीन खत्म हो जाएगी और चुनाव आयोग स्वतंत्र हो जाएगा.
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजपा संविधान बदलने के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीट जीतने की बात करती है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग राहुल गांधी के नाम में लगे ‘गांधी से डरते हैं.
महबूबा मुफ्ती ने कहा, आज मैं देख रही हूं कि यहां हम अलग-अलग विचार और सोच के लोग जमा हुए हैं. यही हिंदुस्तान है. चुनाव आने वाले हैं और संविधान का सबसे ताकतवर हथियार आपका वोट आपके हाथ में है.हमें जेल जाने का डर नहीं : सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘‘हम सभी यहां एक साथ हैं क्योंकि हमें जेल जाने का डर नहीं है. जीतने के लिए हमें लड़ना होगा. भारद्वाज ने कहा कि चुनावी बॉण्ड ने भाजपा को बेनकाब कर दिया है और लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए.
इस रैली में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं. उन्होंने कहा कि मेरे पति को साजिश के तहत जेल में डाल दिया गया.
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चुनावी बॉन्ड न हुआ तो इलेक्शन में आएगा कालाधन : NDTV के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया से बातचीत में बोले नितिन गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने NDTV के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया के साथ एक ख़ास इंटरव्यू में विभिन्न मुद्दों के साथ ही चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) को लेकर भी मुखरता से जवाब दिया. गडकरी ने कहा कि चुनावी बॉन्ड न हो तो इलेक्शन में कालाधन (Black Money) आएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा होनी चाहिए कि चुनावी बॉन्ड से बेहतर क्या है. उन्होंने कहा कि यदि आप बॉन्ड को स्वीकृति नहीं देंगे तो लोग नंबर दो में पैसे लेंगे.
गडकरी ने कहा, चुनाव में पैसा लगता है, सभी पार्टियों का लगता है और आप यदि इकोनॉमी को अच्छा करेंगे, नंबर एक पर ले जाएंगे तो बॉन्ड के रूप में नंबर एक में पॉलिटिकल पार्टी को फाइनेंस होता है, इसी भावना के साथ योजना बनी थी. तब अरुण जेटली जी वित्त मंत्री थे. इसमें गलत क्या था. हालांकि उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा.
गडकरी ने कहा, अगर आप बॉन्ड को स्वीकृति नहीं देंगे तो लोग नंबर दो में पैसे लेंगे. मुझे लगता है कि सभी पार्टियों को इस तरह का सोर्स मिल जाएगा तो अच्छा होगा. दुनिया में भी कुछ जगहों पर पार्टियों को सरकार फाइनेंस करती हैं.कालेधन के सवाल पर गडकरी ने दिया ये जवाब
उन्होंने चुनावी बॉन्ड में कालेधन को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा, जिस पैसे से रोजगार पैदा होता है, जिस पैसे से विकास होता है और जिस पैसे से गवर्नमेंट का रेवेन्यू बढ़ता है, उसे हम ब्लैक कैसे कहें. समस्या है कि कोई पैसा लेकर दुनिया में कहीं दूसरी जगह डालता है.
बेहतर ऑप्शन के बारे में सोचना चाहिए : गडकरी
चुनाव के लिए सरकारी फंडिंग के सवाल पर उन्होंने कहा, अरुण जेटली जी जब यह (चुनावी बॉन्ड) लाए थे तो विपक्ष के लोगों से भी चर्चाएं की थी. यह मेरा विषय नहीं है, लेकिन लोकतंत्र में हम आम सहमति से ऑप्शन ढूंढ सकते हैं, क्योंकि आवश्यकता तो है. सबसे अच्छा ऑप्शन कौनसा होगा जो लोकतंत्र को गुणात्मक तरीके से मजबूत करेगा तो उस बारे में सभी लोगों को सोचना चाहिए.
#NDTVExclusive | व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर अपने चुनावी कैंपेन को ज्यादा चलाऊंगा : NDTV से खास बातचीत में बोले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी
देखें पूरा इंटरव्यू : https://t.co/GeKQPzqbCW@nitin_gadkari @sanjaypugalia pic.twitter.com/2pEpTxJmGw
मेरे नाम, व्यक्तित्व और काम से लोग परिचित : गडकरी
गडकरी ने कहा, मैं 10 साल से सांसद हूं. मेरा नाम, मेरा व्यक्तित्व और मेरे काम से सभी लोग परिचित हैं तो पोस्टर-बैनर लगाने की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं लोगों में जाऊंगा और उनका आशीर्वाद लूंगा. मैं यह कोशिश कर रहा हूं कि हर वार्ड में 500-600 लोगों को निमंत्रित करके, पत्र देकर एक जगह एकत्रित होंगे और उनके साथ सवाल-जवाब करूंगा, बातचीत करूंगा. उनकी क्या अपेक्षाएं मैंने पूरी की और क्या करने वाला हूं यह बताऊंगा और क्या करना चाहिए इस पर उनके सुझाव लूंगा.
गडकरी ने कहा, मैं रैली,कटाउट, बैनर, इसके बजाय मैंने अभी 18 लाख लोगों के फोन निकाले हैं. मेरे किए गए कार्य उन तक पहुंचेंगे और व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर मैं अपने कैंपेन को ज्यादा चलाऊंगा. ये मेरी कोशिश है. गौरतलब है कि भाजपा ने नागपुर से नितिन गडकरी को चुनावी मैदान में उतारा है.
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कांग्रेस छोड़ BJP में शामिल हुए वरिष्ठ नेता पर राहुल गांधी ने किया तंज ; मां सोनिया के साथ हुई बातचीत का किया जिक्र
कांग्रेस के राहुल गांधी ने विरोधियों और पूर्व मित्रों पर कटाक्षों के साथ आज मुंबई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन किया. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद अशोक चव्हाण का नाम लिए बिना संकेत दिया कि वह केंद्रीय जांच एजेंसियों से बचने के लिए गए हैं. राहुल गांधी ने मुंबई में एक विशाल भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं. अब सवाल यह है कि वह शक्ति क्या है. एक राजा की आत्मा ईवीएम, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई, आयकर विभाग में निहित है. .
राहुल गांधी ने कहा, मैं नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन इस राज्य के एक वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस छोड़ दी. रोते हुए उन्होंने मेरी मां से कहा, सोनिया जी, मुझे कहने में शर्म आ रही है, मुझमें इनसे लड़ने की ताकत नहीं है. मैं जेल नहीं जाना चाहता. मिलिंद देवड़ा के तुरंत बाद अशोक चव्हाण के पिछले महीने पाला बदलने के बाद कांग्रेस ने फिर से भाजपा के खिलाफ वॉशिंग मशीन का आरोप लगाया है.राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले के साथ अशोक चव्हाण के गंभीर मतभेद थे. नाना पटोले ने कहा कि अशोक चव्हाण के जाने का कारण संसद में प्रस्तुत श्वेत पत्र में आदर्श घोटाले का उल्लेख था.
अशोक चव्हाण के खिलाफ तीन मामले लंबित हैं, जिनमें से दो आदर्श सहकारी हाउसिंग सोसाइटी से जुड़े हैं. अशोक चव्हाण 2000 में राज्य के राजस्व मंत्री थे, जब आदर्श सहकारी हाउसिंग सोसाइटी के लिए कोलाबा में भूमि कथित तौर पर अवैध रूप से आवंटित की गई थी. दिग्गज नेता ने पार्टी छोड़ने का कारण कांग्रेस के साथ विभिन्न मतभेदों को बताया है.
किसी ने हमें 10 करोड़ के चुनावी बॉन्ड भेजे, हमने भुना लिए : JDU ने निर्वाचन आयोग से कहा
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल-यूनाइटेड (Janata Dal United) ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि वर्ष 2019 में किसी ने उसके कार्यालय में 10 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड वाला एक लिफाफा सौंपा था, जिसे उसने कुछ ही दिनों में भुना लिया था. हालांकि उसके पास दानदाता की कोई जानकारी नहीं है. निर्वाचन आयोग ने रविवार को जैसे ही विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा सौंपी गई सीलबंद जानकारी का खुलासा किया, बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा दी गई जानकारी से पता चला कि उसे कुल 24 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बॉन्ड मिले हैं.
पार्टी ने क्रमशः एक करोड़ रुपये और दो करोड़ रुपये के बॉन्ड के दानदाताओं के रूप में भारती एयरटेल और श्री सीमेंट के नामों का भी खुलासा किया. एक अन्य जानकारी में जदयू ने इन बॉन्ड के माध्यम से कुल 24.4 करोड़ रुपये के दान का खुलासा किया, जिनमें से कई हैदराबाद और कोलकाता में स्थित एसबीआई की शाखाओं से जारी किए गए थे और कुछ पटना में जारी किए गए थे.
हालांकि, सबसे दिलचस्प जानकारी पार्टी के बिहार कार्यालय द्वारा दी गई जिसमें कहा गया था कि उसे तीन अप्रैल, 2019 को उसके पटना कार्यालय में प्राप्त बॉन्ड के दानदाताओं के विवरण के बारे में जानकारी नहीं है और न ही उसने जानने की कोशिश की क्योंकि उस समय सुप्रीम कोर्ट का कोई आदेश नहीं था.
जदयू ने कहा, “कोई व्यक्ति तीन अप्रैल, 2019 को पटना स्थित हमारे कार्यालय में आया और एक सीलबंद लिफाफा सौंपा. जब इसे खोला गया तो हमें चुनावी बॉन्ड मिले. लिफाफे में एक-एक करोड़ रुपये के 10 बॉण्ड थे.
दानदाताओं में श्री सीमेंट और भारती एयरटेल
उसने कहा, ‘‘तदनुसार, भारत सरकार की गजट अधिसूचना के अनुसार, हमने पटना स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा में एक खाता खोला और इसे जमा किया. इसके बाद 10 अप्रैल, 2019 को हमारी पार्टी के खाते में यह राशि जमा की गई. इस स्थिति को देखते हुए, हम दानदाताओं के बारे में अधिक जानकारी देने में असमर्थ हैं.
साथ ही पार्टी ने श्री सीमेंट और भारती एयरटेल को अपने अन्य दाताओं के रूप में सूचीबद्ध किया.
समाजवादी पार्टी ने भी 10 करोड़ के दान का खुलासा किया
समाजवादी पार्टी ने दी गई एक जानकारी में, कुल 10.84 करोड़ रुपये के दान का खुलासा किया. उसने कहा कि उसे कुल 10 करोड़ रुपये के 10 बॉण्ड डाक द्वारा (लेकिन कोई नाम नहीं था) प्राप्त हुए थे.
शेष राशि के लिए, अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी ने एस के ट्रेडर्स, सैन बेवरेजेज, ए के ट्रेडर्स, के एस ट्रेडर्स, बी जी ट्रेडर्स और एएस ट्रेडर्स को दानदाताओं के रूप में सूचीबद्ध किया.
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केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव की तारीखों को अधिसूचित करने के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा
केंद्र सरकार ने रविवार को निर्वाचन आयोग की सिफारिश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजकर सात चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव की तारीखों को अधिसूचित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. निर्वाचन आयोग की सिफारिश के मुताबिक 19 अप्रैल को 102 सीट पर पहले चरण में मतदान होगा, जिसके लिए 20 मार्च को पहली अधिसूचना जारी की जाएगी. अधिसूचना जारी होने के साथ ही किसी विशेष चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होती है.
निर्वाचन आयोग द्वारा शनिवार को घोषित कार्यक्रम के अनुसार, 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होंगे और उसके बाद 26 अप्रैल, सात मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को चुनाव होंगे. सूत्रों के मुताबिक, रविवार सुबह मंत्रिमंडल की बैठक में राष्ट्रपति से विभिन्न चरणों के लिए अधिसूचना जारी करने की अनुशंसा की गई.
निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों को अधिसूचित करने के लिए केंद्रीय कानून मंत्रालय को अनिवार्य रूप से सिफारिश भेजता है.
जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 14 (2) के तहत निर्वाचन आयोग, सरकार को अपनी सिफारिश भेजता है, जो राष्ट्रपति से चुनाव की तारीखों की अधिसूचना को मंजूरी देने का अनुरोध करती है.
निर्वाचन आयोग की सिफारिश के आधार पर कानून मंत्रालय केंद्रीय मंत्रिमंडल के लिए एक प्रस्ताव तैयार करता है, जो राष्ट्रपति से विभिन्न चरणों के लिए अधिसूचना जारी करने की मंजूरी देने की अनुशंसा करता है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह 19 मार्च को लेंगे सांसद की शपथ, राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दी इजाजत
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Rajya Sabha MP Sanjay Singh) 19 मार्च को राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ लेंगे. दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने जेल ऑथारिटी को संजय सिंह को 19 मार्च को संसद सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए संसद ले जाने की इजाजत दे दी. कोर्ट ने जेल अधीक्षक को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया कि संजय सिंह को शपथ दिलाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा के तहत संसद में ले जाया जाए और शपथ के बाद उन्हें सुरक्षित रूप से जेल में वापस लाया जाए.
शपथ लेने के लिए संसद भवन जाने के दौरान संजय सिंह मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करेंगे. संजय सिंह को किसी आरोपी, संदिग्ध या गवाह से बात करने की अनुमति भी नहीं होगी. संजय सिंह को इस दौरान प्रेस को संबोधित करने या कोई सार्वजनिक बैठक आयोजित करने की अनुमति नहीं होगी. संजय सिंह जनवरी में दूसरी बार राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं लेकिन अभी तक उनको शपथ नहीं दिलाई जा सकी है.
4 अक्टूबर को संजय सिंह की हुई थी गिरफ्तारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संजय सिंह को 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि सिंह ने अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, जिससे कुछ शराब निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं को मौद्रिक लाभ हुआ. सिंह ने आरोपों से इनकार किया है. आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि उसके नेताओं को राजनीतिक प्रतिशोध के कारण निशाना बनाया गया है.
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बिहार में पिछला लोकसभा चुनाव परिणाम दोहरा पाएगा NDA? सामने ये हैं चुनौतियां
बिहार (Bihar) में पांच वर्ष पहले विपक्ष को करारी शिकस्त देने वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) इस लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीट पर जीत हासिल करने की उम्मीद कर रहा है. हालांकि इनमें से लगभग एक-चौथाई सीट ऐसी हैं, जो राजग के लिए चिंता का सबब बन सकती हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी की सुनामी में भाजपा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और दिवंगत राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को संयुक्त रूप से 39 सीट पर जीत मिली थी. राज्य में राजग का मत प्रतिशत 53 से अधिक था, जो विपक्षी महागठबंधन को मिले मतों से लगभग 20 प्रतिशत ज्यादा था.
हालांकि राजग को मिली प्रचंड जीत के बीच कुछ सीट ऐसी थीं, जहां भाजपा को इस बार परेशानी हो सकती है. पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की कम से कम छह सीट पर जीत का अंतर एक लाख मतों से कम था और इनमें से चार सीट गंगा के दक्षिणी क्षेत्र में हैं.
इनमें से एक लोकसभा सीट जहानाबाद है, जहां जद (यू) के चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे, लेकिन जीत का अंतर मात्र 1,751 मतों का था. जहानाबाद सीट पर उपविजेता रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता सुरेंद्र प्रसाद यादव ने पूर्व में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.
इस बार राजद ने एक समय अपनी कट्टर प्रतिद्वंद्वी रही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के साथ गठबंधन किया है. दोनों दलों ने विधानसभा चुनावों में जहानाबाद और आसपास के क्षेत्रों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.
यह क्षेत्र कुछ दशक पहले तक धुर-वामपंथी कार्यकर्ताओं और जमींदारों की निजी सेना के बीच खूनी संघर्ष के लिए सुर्खियों में रहता था.
जहानाबाद से कौनसा दल लड़ेगा चुनाव? मंथन जारी
विधानसभा चुनाव 2020 में राजद-भाकपा (माले) गठबंधन ने जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी सीट पर जीत हासिल की थी.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजग और महागठबंधन दोनों ही माथापच्ची में जुटे हैं और यह तय करने की कोशिश कर रहे हैं कि इस बार किस पार्टी को यह सीट दी जाए और किसे उम्मीदवार बनाया जाए.
इस बार पटना साहिब से सटे पाटलिपुत्र में भी कड़ा मुकाबला देखे जाने की उम्मीद है हालांकि ज्यादातर शहरी आबादी भाजपा समर्थक मानी जाती है.
विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का पलड़ा रहा था भारी
विधानसभा चुनावों में औरंगाबाद और काराकाट लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली सीट पर भी महागठबंधन ने एकतरफा जीत हासिल की थी. राजग 2009 से इन दोनों लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करती आ रही है.
लोकसभा चुनाव 2019 में दक्षिण बिहार की दो अन्य सीट, जिन पर भाजपा ने आसान जीत दर्ज की थी उनमें आरा और सासाराम क्षेत्र शामिल हैं लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव में महागठबंधन मतदाताओं को प्रभावित करने में सफल रहा था. आरा से मौजूदा सांसद केंद्रीय मंत्री आर के सिंह हैं. सासाराम (सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र को कभी पूर्व उप-प्रधानमंत्री जगजीवन राम का गढ़ माना जाता था.
किशनगंज में झेलनी पड़ी थी हार, इन सीटों पर भी चुनौती
राजग को गंगा के उत्तरी क्षेत्र में किशनगंज लोकसभा सीट पर अतिरिक्त प्रयासों की आवश्यकता हो सकती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में राजग गठबंधन को इसी सीट पर हार का सामना करना पड़ा था.
राजग को कटिहार, छपरा, सीवान और महाराजगंज लोकसभा सीट पर भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जहां विधानसभा चुनावों में गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया था.
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पश्चिम बंगाल : अदालत ने शाहजहां शेख के भाई और दो अन्य को 5 दिन की CBI हिरासत में भेजा
पश्चिम बंगाल की एक स्थानीय अदालत ने रविवार को राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) के भाई शेख आलमगीर और दो अन्य को पांच दिनों के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि तीनों को पांच जनवरी को संदेशखाली (Sandeshkhali) में शाहजहां के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के दौरान केंद्रीय एजेंसी की टीम पर हमले के आरोप में सीबीआई ने लंबी पूछताछ के बाद शनिवार को गिरफ्तार किया था.
उसने बताया कि बशीरहाट उपमंडलीय अदालत ने आलमगीर, सिराजुल मुल्ला और मफीजुल मुल्ला को पांच दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया.
सीबीआई को संदेह है कि तीनों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले का हिस्सा थे और जब ईडी की टीम शाहजहां शेख के परिसर पर छापा मारने गई थी तब उन्होंने ही भीड़ को हमले के लिए उकसाया था.
एक सूत्र ने बताया कि यह संयोग है कि रविवार को ही सीबीआई के अधिकारियों ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के साथ मारपीट के मामले में संदेशखाली के सात लोगों को समन जारी किया.
55 दिन बाद हुई थी शाहजहां शेख की गिरफ्तारी
कोलकाता से करीब 80 किलोमीटर दूर संदेशखाली स्थानीय महिलाओं द्वारा शाहजहां शेख और उसके साथियों पर भूमि-हथियाने और यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद से चर्चा में है. शाहजहां मछलीपालन के कारोबार से जुड़ा हुआ है.
कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में पांच जनवरी को शाहजहां शेख के ठिकाने पर छापेमारी करने पहुंची ईडी की टीम पर हुए हमला के बाद से शेख फरार था. 55 दिनों के बाद शाहजहां शेख को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. स्थानीय महिलाओं ने शाहजहां के फरार होने के बाद यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाकर हिंसक प्रदर्शन किया था.
हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी थी जांच
शाहजहां पर लगे आरोपों की जांच पुलिस से राज्य की अपराध जांच शाखा (सीआईडी) ने अपने हाथ में ले ली थी, लेकिन बाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई.
अदालत ने 10 मार्च को शाहजहां को चार दिनों के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजा था. अदालत ने बाद में हिरासत की अवधि आठ दिन और बढ़ा दी और 22 तक सीबीआई के हवाले कर दिया.
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झंडा अलग, एजेंडा नहीं : BJP के साथ गठबंधन पर बोले TDP नेता चंद्रबाबू नायडू
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को विश्वास जताया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी-टीडीपी-जेएसपी गठबंधन के केवल झंडे अलग हैं, एजेंडा नहीं. आंध्र प्रदेश के पलनाडु जिले के बोपुडी गांव में लोगों को संबोधित करते हुए टीडीपी प्रमुख ने कहा, मैं सभा में उमड़ी जनता को देखकर खुश हूं. आगामी 2024 के चुनावों में एनडीए सरकार बनाएगी.
नायडू ने कहा कि पिछले पांच सालों से , राज्य में अराजकता का बोलबाला है. हम राज्य की वृद्धि और विकास का ध्यान रखेंगे और हम जनता से टीडीपी, बीजेपी, जनसेना गठबंधन को वोट देने की अपील करते हैं. हमारे झंडे अलग हैं, लेकिन हमारा एजेंडा एक है.प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए, चंद्रबाबू नायडू ने कहा, सब का साथ, सबका विकास का पीएम मोदी ने नारा दिया था. कोरोना महामारी की स्थिति में भी, हमारे देश ने पीएम मोदी के नेतृत्व में अन्य देशों की सहायता की. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक वृद्धि में वृद्धि हुई है.
जगन मोहन रेड्डी पर नायडू ने बोला हमला
चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि रेड्डी ने राज्य की प्राकृतिक संसाधनों को लूटा है. नायडू ने आरोप लगाया कि सिंचाई परियोजनाओं पर इस सरकार के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया. मुख्यमंत्री जगन ने प्राकृतिक संसाधनों को लूट लिया है. पिछले पांच वर्षों में राज्य में कोई विकास नहीं देखा गया है. कोई भी कंपनी राज्य में नहीं लाई गई है. जगन की बहनें खुद जगन को वोट न देने की अपील करती हैं उन्होंने कहा, राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है. आंध्र प्रदेश वित्तीय संकट में है.
आंध्रप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को लेकर एक साथ आए टीडीपी, बीजेपी और जेएसपी की यह पहली चुनावी रैली थी. इसे प्रजागलम नाम दिया गया था. गौरतलब है कि आंध्रप्रदेश में 13 मई को एक साथ विधानसभा और लोकसभा के लिए वोट डाले जाएंगे.
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अखिलेश यादव ने राहुल गांधी को सराहा, कहा-बहुत कम लोग ही इस तरह की यात्रा निकाल सकते हैं
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर कांग्रेस नेता के दृढ़ संकल्प की सराहना करते हुए कहा कि बहुत कम लोग हैं, जो ऐसी यात्रा निकाल सकते हैं. राहुल गांधी ने 63 दिवसीय भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन मध्य मुंबई में डॉ. बीआर आंबेडकर के स्मारक चैत्य भूमि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर और संविधान की प्रस्तावना पढ़कर किया.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव को इस यात्रा में शामिल होना था लेकिन वह शामिल नहीं हो सके. उन्होंने रविवार को राहुल गांधी को एक पत्र लिखकर अपनी शुभकामनाएं दीं और भरोसा जताया कि इस यात्रा को असली सफलता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आगामी लोकसभा चुनाव में हराकर मिलेगी.
मुंबई में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के लिए बधाई!
चुनाव की अकस्मात् घोषणा की वजह से व्यस्तता के कारण हम इसके लिए यहीं से ये ऐलान करते हैं कि देश की एकता और तरक़्क़ी चाहनेवाले हम सब एक सोच के देशप्रेमी दल, पूरी तरह से आपसी सहयोग और देश की सौहार्दप्रिय…
सपा प्रमुख ने पत्र में कहा आज (रविवार) मुंबई में आपकी (राहुल की) भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन हो रहा है. बहुत कम लोग हैं, जो ऐसी यात्रा कर सकते हैं. आपके इस दृढ़ संकल्प के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं. यादव ने कहा आपने (राहुल ने) इस यात्रा की मणिपुर से शुरुआत की, जो भाजपा सरकार की नाकामी के कारण जल रहा है. पूर्वोत्तर से आपने मजबूत संदेश दिया. उन्होंने पत्र में लिखा पूरी यात्रा के दौरान आपकी किसान, नौजवान, महिला, बुजुर्ग समेत समाज के हर वर्ग से मुलाकात हुई और आप उनकी समस्याओं से नजदीक से रूबरू हुए.
यात्रा में शामिल न हो पाने का जिक्र करते हुए यादव ने कहा निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा कल (शनिवार) चुनाव की घोषणा कर दी गयी, 20 मार्च से यूपी में नामांकन प्रारंभ है, जिसकी तैयारियों के चलते ही यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहा हूं. सपा प्रमुख ने उम्मीद जताते हुए कहा, आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि किसान, नौजवान, पिछड़ा, दलित और महिला विरोधी भाजपा को जनता इस चुनाव में उखाड़ फेंकेगी. इस यात्रा की असली सफलता इसी मायने में होगी कि भाजपा को इस चुनाव में पराजय मिले.
हमास के हमले में मारे गए लोगों की याद में इजरायल 7 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्मृति दिवस के रूप में मनाएगा
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले में सैकड़ों लोगों की मौत हो गयी थी. इस हमले के बाद इजरायल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत हो गयी थी. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) की तरफ से अब कहा गया है कि इजरायल सरकार हर साल 7 अक्टूबर की घटना में मारे गए लोगों की याद में इस तारीख को राष्ट्रीय स्मृति दिवस के तौर पर मनाएगी. जारी बयान में कहा गया है कि इस तारीख को 2 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. बयान में कहा गया है कि एक कार्यक्रम में युद्ध में मारे गए सैनिकों को याद किया जाएगा वहीं दूसरे कार्यक्रम में उन नागरिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी जो इस घटना में मारे गए थे.
नेतन्याहू ने दी राफा पर हमले की प्लानिंग को मंजूरी
गौरतलब है कि इजरायल-गाजा युद्ध को 5 महीने से ज्यादा समय बीच चुका है, लेकिन ये संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गाजा पर इजरायल का हमला लगातार जारी है. न्यूज एजेंसी रायटर्स के खबर के अनुसार इजरायल ने शुक्रवार को गाजा के राफा शहर में संभावित हमले को मंजूरी दे दी. साथ ही हमास संग संभावित बंधक समझौते पर बातचीत के लिए कतर में एक और प्रतिनिधिमंडल भेजने की प्लानिंग के साथ सीजफायर की उम्मीद भी जताई. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने फिलिस्तीनी क्षेत्र के दक्षिणी छोर पर बसे शहर पर हमला करने की योजना को मंजूरी दे दी है, जहां पर युद्ध की वजह से पिछले 5 महीने से करीब 2.3 मिलियन लोग शरण लिए हुए हैं.
हाल ही में भारतीय नागरिक की भी हो गयी थी मौत
इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच बीते साल 7 अक्टूबर से जंग चल रही है. इस जंग में दूसरे देश भी शामिल हो गए हैं. इजरायल में लेबनान की ओर से किए गए हमले में केरल के एक शख्स की मौत हो गई. 2 लोग घायल हुए हैं. इसके बाद केंद्र सरकार ने इजरायल में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. सरकार ने भारतीय नागरिकों को तुरंत बॉर्डर से दूर महफूज जगह पर पहुंचने को कहा है.
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शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होना बिहार में ‘माफिया राज’ का सबूत : तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि लोक सेवा आयोग (पीएससी) द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होना इस बात का सबूत है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासन के तहत राज्य में ‘माफिया का राज चल रहा है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई)-3 का कथित रूप से प्रश्न पत्र लीक होने के संबंध में झारखंड के हजारीबाग जिले में 270 से अधिक अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया है.
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार में 17 महीने के ‘महागठबंधन के शासन के दौरान लोगों ने राज्य में प्रश्न पत्र लीक होने की कोई घटना कभी नहीं सुनी थी. उन्होंने कहा, ‘‘हमने टीआरई-1 और टीआरई-2 परीक्षाएं प्रश्नपत्र लीक की किसी भी घटना के बिना आयोजित कीं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने 70 दिन में दो लाख अभ्यर्थियों को शिक्षक की नौकरियां दीं, लेकिन कोई प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ. अब राजग शासन में टीआरई-3 का प्रश्नपत्र लीक हो गया. यह माफिया राज के कारण है.राजद नेता ने यह भी आरोप लगाया कि राजग शासित राज्यों उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से भी प्रश्नपत्र लीक की ऐसी ही घटनाएं सामने आ रही हैं.
चुनावी बॉन्ड से ओवैसी और राज ठाकरे सहित इसे बड़े दल को नहीं मिला एक भी रुपया चंदा
देश में एक ओर जहां कई राजनीतिक दलों को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से करोड़ों रुपये का चंदा मिला, वहीं कई दल ऐसे भी रहे जिन्हें इस योजना के माध्यम से कोई पैसा नहीं मिला. पांच सौ से अधिक मान्यता प्राप्त और गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने उच्चतम न्यायालय को सौंपे गये सीलबंद लिफाफे में चुनावी बॉन्ड का विवरण साझा किया था. निर्वाचन आयोग ने उच्चतम न्यायालय में डेटा पेश किया था और उसी ने रविवार को इसे सार्वजनिक किया.
मायावती की मान्यता प्राप्त बहुजन समाज पार्टी ने आयोग को बताया है कि योजना की शुरुआत के बाद से उसे चुनावी बॉन्ड के माध्यम से कोई पैसा नहीं मिला है. मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी एक और ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है, जिसे चुनावी बॉन्ड के माध्यम से कोई चंदा नहीं मिला. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से भारती ग्रुप से 50 लाख रुपये प्राप्त करने का खुलासा किया है.सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) ने खुलासा किया कि उसे अलम्बिक फार्मा से चुनावी बॉन्ड के माध्यम से 50 लाख रुपये मिले. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), ऑल-इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनिवादी (भाकपा-माले) समेत वामपंथी दलों को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से कोई चंदा नहीं मिला. वामपंथी दलों का कहना है कि उन्होंने सैद्धांतिक तौर पर इस रास्ते से चंदा लेने से इनकार कर दिया.
एआईएमआईएम को भी नहीं मिला
कुछ पंजीकृत, गैर-मान्यता प्राप्त दलों ने सादे कागज पर हाथ से लिखे नोट्स में यह घोषणा की कि उन्हें चुनावी बॉन्ड के माध्यम से कोई धन नहीं मिल रहा है. राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, एआईएमआईएम, आईएयूडीएफ, जोरम पीपल्स मूवमेंट, असम गण परिषद, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट, केरल कांग्रेस (मणि), दिवंगत विजयकांत की डीएमडीके, इनेलो, तमिल मनीला कांग्रेस समेत राज्यों में सक्रिय कई दलों ने भी चुनावी बॉन्ड के माध्यम से कोई चंदा नहीं लिया है.
दूसरी ओर, कुछ अन्य छोटे क्षेत्रीय दलों जैसे गोवा फॉरवर्ड पार्टी और एमजीपी को क्रमशः 36 लाख रुपये व 55 लाख रुपये के चुनावी बॉन्ड प्राप्त हुए. गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक पुरानी रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2018 से जनवरी 2024 तक 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गए थे.
अदाणी समूह 2024-25 में 14 अरब डॉलर का करेगा निवेश, बंदरगाह, एयरपोर्ट, ऊर्जा के क्षेत्र पर रहेगा फोकस
अदाणी समूह (Adani Group) ने एक अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष में बंदरगाह, ऊर्जा, एयरपोर्ट, जिंस, सीमेंट और मीडिया क्षेत्र तक फैले अपने कारोबार में 1.2 लाख करोड़ रुपये (लगभग 14 अरब अमेरिकी डॉलर) से अधिक का निवेश करने की योजना बनाई है. जानकारी के अनुसार समूह ने अगले 7-10 वर्षों में कारोबार बढ़ाने के लिए अपने निवेश पूर्वानुमान को 100 अरब डॉलर से बढ़ाकर दोगुना कर दिया है.
समूह का तेजी से हो रहा है विस्तार
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित कैपिटल एक्सपेंडिचर इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक है. विश्लेषकों के अनुसार 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष 2023-24 में कैपिटल एक्सपेंडिचर लगभग 10 अरब डॉलर का अनुमान है. सूत्रों ने कहा कि ये निवेश तेजी से मुनाफे में वृद्धि की बुनियाद तैयार करेंगे. समूह ने पहले कहा था कि अगले 7-10 वर्षों में 100 अरब डॉलर का पूंजीगत व्यय किया जा सकता है.
नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन पर अदाणी समूह का है फोकस
इस निवेश का अधिकांश भाग समूह के तेजी से बढ़ते व्यवसायों - नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और हवाई अड्डों में किया जाना है. कैपिटल एक्सपेंडिचर का ज्यादातर हिस्सा हरित ऊर्जा के लिए होगा. इसके अलावा एयरपोर्ट और बंदरगाह व्यवसायों पर खर्च किया जाएगा. अदाणी समूह गुजरात के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा हरित ऊर्जा नवीकरणीय पार्क का निर्माण करने जा रहा है. यह 530+ वर्ग किमी क्षेत्र में फैला होगा. इसकी विशालता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि इसका आकार पेरिस शहर के आकार का पांच गुना होगा.
एयरपोर्ट के क्षेत्र में बढ़ेगा अदाणी समूह का प्रभाव
कुल निवेश का एक बड़ा हिस्सा अपने तेजी से बढ़ते एयरपोर्ट व्यवसाय और बंदरगाह व्यवसाय के विस्तार और विकास के लिए निर्धारित किया गया है. आगामी नवी मुंबई एयरपोर्ट और 14 घरेलू बंदरगाहों सहित 8 एयरपोर्ट के पोर्टफोलियो के साथ, अदानी समूह इन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना चाहता है.
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ऑटो इंडस्ट्री को नंबर 7 से 3 पर लाए, अगले 5 साल में होगी दुनिया में नंबर-1 : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी
लोकसभा चुनाव 2024 (Lok sabha election 2024) के तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. इस बीच रविवार को एनडीटीवी के साथ एक साथ खास बातचीत में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने खुलकर कई मुद्दों पर बात की. गडकरी ने कहा कि हमने ऑटो इंडस्ट्री को नंबर 7 से 3 पर लाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगले 5 साल में यह दुनिया की नंबर एक इंडस्ट्री बन जाएगी. विकास कार्यों की चर्चा करते हुए गडकरी ने कहा कि हमारी सरकार 36 ग्रीन वे बना रही है. हमारे काम से रोजगार मिलेगा, गरीबी दूर होगी.
गडकरी ने अपनी उपलब्धियां गिनवाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में 5 लाख करोड़ की सड़कें बनवाई है. साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे पहले विकास का मुद्दा है. उन्होंने कहा कि हमारा काम लोगों को दिखता है. इससे गांव, गरीब, किसनों और मजदूरों को लाभ पहुंचा है.#NDTVExclusive | जनता की अदालत का जो भी फैसला सबको स्वीकार होगा : केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से NDTV के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया की खास बातचीत @nitin_gadkari @sanjaypugalia
देखें पूरा इंटरव्यू : https://t.co/GeKQPzqbCW pic.twitter.com/wHQF9sM1by
5 सालों में नंबर वन होगी भारत की ऑटो इंडस्ट्री
नितिन गडकरी ने दावा किया कि अगले 5 सालों में दुनिया में भारत की ऑटो इंडस्ट्री नंबर वन होगी. उन्होंने कहा कि ऑटो इंडस्ट्री को हम सातवें स्थान से तीसरे स्थान पर लाए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि 5 साल में सभी शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी. उन्होंने कहा कि हम 36 ग्रीन वे बना रहे हैं.
राजनीति में मतभेद होने चाहिए, मनभेद नहीं... : नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने कहा कि राजनीति में मतभिन्नता हो सकती है, मनभेद नहीं होने चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि उनके सभी पार्टियों के साथ अच्छे संबंध हैं. सही काम सबका होना चाहिए. लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के एक दिन बाद उन्होंने इस इंटरव्यू में महाराष्ट्र में पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया और कहा कि रैली और बैनर जैसा कैंपेन नहीं करूंगा. गौरतलब है कि भाजपा ने नागपुर से नितिन गडकरी को चुनावी मैदान में उतारा है.
महाराष्ट्र में ट्रिपल इंजन की सरकार, लोकसभा चुनाव में करेंगे बेहतर प्रदर्शन
नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र में ट्रिपल इंजन की सरकार है और अपने काम की बदौलत लोकसभा चुनाव के दौरान हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने दावा किया कि अगले 5 सालों में भारत की ऑटो इंडस्ट्री दुनिया में नंबर 1 होगी. ऑटो इंडस्ट्री को सातवें नंबर से तीसरे नंबर पर लाए. इसी साल दिसंबर में बड़े नतीजे दिखेंगे. महाराष्ट्र में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पहुंचने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी बढ़ाने का अधिकार है. साथ ही उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे को सहानुभूति वोट नहीं मिलेंगे.
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चुनावी बॉन्ड के सबसे बड़े खरीदार ने किस पार्टी को दिया सबसे ज्यादा चंदा? ED ने जब्त कर रखी है संपत्ति
‘लॉटरी किंग सेंटियागो मार्टिन का फ्यूचर गेमिंग चुनावी बॉन्ड का सबसे बड़ा खरीदार है. उसने 1,368 करोड़ रुपयों के चुनावी बॉन्ड खरीदे. चुनावी बॉन्ड खरीद कर उसने सबसे ज्यादा लगभग 37 प्रतिशत द्रमुक (DMK) को दान दिया. ‘फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने द्रमुक को 509 करोड़ रुपयों का दान दिया. द्रमुक के अन्य प्रमुख दानदाताओं में मेघा इंजीनियरिंग ने 105 करोड़ रुपये, इंडिया सीमेंट्स ने 14 करोड़ रुपये और सन टीवी ने 100 करोड़ रुपये दान दिए. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से रविवार को यह जानकारी सामने आई.
चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए आंकड़ों के अनुसार, सेंटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज ने 2019 और 2024 के बीच ₹ 1,368 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे. यह रकम दूसरे सबसे बड़े दानदाता से 40% अधिक है.कौन है सेंटियागो मार्टिन?
मार्टिन ने किशोरावस्था में लॉटरी टिकट बेचने का काम शुरू और रियल एस्टेट साम्राज्य का निर्माण किया. उनके गैर-लाभकारी मार्टिन चैरिटेबल ट्रस्ट के अनुसार, उन्होंने म्यांमार में एक किशोर मजदूर के रूप में काम किया और 1980 के दशक के अंत में भारत लौट आए और कोयंबटूर में अपना व्यावसायिक करियर शुरू किया. उनकी दो अंकों की लॉटरी ने क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल की और मार्टिन ने अन्य राज्यों और अंततः पड़ोसी देशों भूटान और नेपाल तक बिजनेस का विस्तार किया. पिछले कुछ वर्षों में, जांच एजेंसियों ने उनके खिलाफ मामलों के संबंध में उनके व्यावसायिक परिसरों की तलाशी ली है और संपत्तियों को जब्त किया है. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा संपत्ति जब्ती के खिलाफ उनकी अपील पिछले साल खारिज कर दी गई थी.
टीएमसी को कांग्रेस से ज्यादा मिली रकम
भाजपा (BJP) को 2018 में चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) योजना लागू होने के बाद इसके माध्यम से सबसे अधिक 6,986.5 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई. इसके बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को 1,397 करोड़ रुपये, कांग्रेस (Congress) को 1,334 करोड़ रुपये और बीआरएस (BRS) को 1,322 करोड़ रुपये मिले. चुनावी बॉन्ड से सबसे ज्यादा दान पाने वालों की पार्टियों में TMC दूसरे, कांग्रेस तीसरे और बीआरएस चौथे नंबर की पार्टी है.
VIDEO : आपकी ज़िंदगी हमारे लिए क़ीमती , जब रैली के दौरान PM मोदी ने लोगों से की लाइट टावर से उतरने की अपील
लोकसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही देश भर में रैलियों की शुरुआत हो गयी है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तरफ से रविवार को आंध्रप्रदेश में एक रैली की गयी. पलनाडु जिले में आयोजित इस पहली रैली को कुछ देर के लिए लोगों के उत्साह के कारण रोकना पड़ा. लोग अपने नेताओं को सुनने के लिए उत्साह में लाइट टावर पर चढ़ गए. इस दौरान जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण सभा को संबोधित कर रहे थे. लोगों को लाइट टावर पर चढ़ते देखकर पीएम मोदी ने पवन कल्याण को भाषण देने से रोक दिया. और लोगों से नीचे आने का आग्रह किया.
पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि वहां बिजली के तार हैं. आप वहां क्या कर रहे हैं? आपकी जान हमारे लिए कीमती है. कृपया नीचे आ जाएं. मीडियाकर्मियों ने आपकी तस्वीरें ले ली हैं. अब नीचे आ जाएं. यहां तैनात पुलिस कर्मी, कृपया लोगों का ख्याल रखें. जब लोग टावर से उतर गए तो फिर पवन कल्याण ने अपना भाषण शुरू किया.
When Prime Minister Modi requested Pawan Kalyan to pause his speech and asked people, who had climbed light towers, to come down… आपकी ज़िंदगी हमारे लिए बहुत क़ीमती है, like a father figure, said the concerned PM. pic.twitter.com/JZmGVDUFFj
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 17, 2024
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, NDA में हम सबको साथ लेकर चलते हैं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है जिसका एक ही एजेंडा है गठबंधन के लोगों को यूज एंड थ्रो करना. आज कांग्रेस के लोगों को भले ही मजबूरी में INDI गठबंधन बनाना हो लेकिन इनकी सोच वहीं है. लेफ्ट और कांग्रेस केरल में एक दूसरे को क्या कहते हैं. बंगाल में TMC और लेफ्ट एक दूसरे के लिए क्या-क्या बोलते हैं. पंजाब में कांग्रेस और AAP एक दूसरे के लिए कैसी भाषा बोलते हैं. जो लोग चुनाव से पहले अपने फायदे के लिए ऐसे लड़ते हों वो चुनाव के बाद क्या करेंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
चुनावी बॉन्ड भाजपा का ‘सफेदपोश भ्रष्टाचार’ है : इंडिया’ गठबंधन की मुंबई रैली में स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को चुनावी बॉन्ड को सत्तारूढ़ भाजपा का ‘‘सफेदपोश भ्रष्टाचार बताया और कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया केंद्र में एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनाएगा. मुंबई के शिवाजी पार्क में हुई ‘इंडिया गठबंधन की रैली में स्टालिन पहले वक्ता थे. उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में केवल दो काम किए हैं - विदेश यात्राएं और दुष्प्रचार. हमें इसे रोकना होगा.
द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख ने कहा कि चूंकि विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) रखा है, इसलिए भाजपा ने ‘इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद कर दिया है. स्टालिन ने कहा, “यह डर है. प्रधानमंत्री मोदी ने हमें भ्रष्ट कहकर बदनाम करना शुरू कर दिया है, लेकिन चुनावी बॉन्ड ने साबित कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्ट है. यह भाजपा का सफेदपोश भ्रष्टाचार है. उन्होंने कहा कि भारत के लिए भाजपा से बड़ा कोई खतरा नहीं है.
स्टालिन ने कहा, ‘‘हमें भाजपा को हराना है. कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा दिल्ली में सत्ता हासिल करके समाप्त होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ‘इंडिया गठबंधन केंद्र में एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनाएगा. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि देश को बचाने के लिए ‘इंडिया गठबंधन के साथी एकजुट हो गए हैं.आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘‘हम सभी यहां एक साथ हैं क्योंकि हमें जेल जाने का डर नहीं है. जीतने के लिए हमें लड़ना होगा. भारद्वाज ने कहा कि चुनावी बॉन्ड ने भाजपा को बेनकाब कर दिया है और लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए.
राधा मोहन दास अग्रवाल के मनाने के बावजूद भाजपा से बागी ईश्वरप्पा लोकसभा चुनाव लड़ने पर अड़े
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल रविवार को पार्टी से बगावत करने वाले के.एस. ईश्वरप्पा को मनाने पहुंचे, लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर अड़े हुए हैं. ईश्वरप्पा कर्नाटक के शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के बड़े बेटे बी.वाई. राघवेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. ईश्वरप्पा से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अग्रवाल ने कहा कि यह उनकी निजी यात्रा थी और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.
कर्नाटक के प्रभारी ने कहा, “हम एक ही पार्टी के दोस्त हैं. यह हमारी निजी यात्रा थी. मैं उनके परिवार के साथ बैठा. वहां बच्चे थे. हम बच्चों से राजनीति पर बात नहीं करते. परिवार से मिलना मेरे लिए कोई राजनीतिक विषय नहीं है.” बेटे के.ई. कांतेश को टिकट देने से इनकार करने पर ईश्वरप्पा ने रविवार को एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ अपना गुस्सा व्यक्त किया.पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा ने यहां संवाददाताओं को बताया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से सत्ता में आना चाहिए और पार्टी को बी.एस. येदियुरप्पा और उनके परिवार के नियंत्रण से मुक्त होना चाहिए. मन में यही इरादा लेकर मैं लोकसभा चुनाव लड़ रहा हूं.” ईश्वरप्पा ने कहा कि केंद्रीय स्तर के भाजपा नेता इस भ्रम में हैं कि केवल येदियुरप्पा ही उन्हें निश्चित संख्या में सीट दिलाने में मदद कर सकते हैं.
ईश्वरप्पा ने कहा, “हमें कर्नाटक में खराब हो रही राजनीति के बारे में केंद्रीय नेतृत्व से बात करनी होगी. हम कांग्रेस को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के परिवार द्वारा नियंत्रित पार्टी कहते हैं. मोदी भी इसके लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हैं. अब कर्नाटक में भाजपा कांग्रेस जैसी होती जा रही है.” उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य स्तर के नेता समझेंगे कि मैं विरोध कर रहा हूं. इसलिए मैं चुनाव लड़ रहा हूं.”
विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ ED-CBI का दुरुपयोग चुनावी मुद्दा होगा : तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग लोकसभा चुनाव में मुद्दा होगा. ‘इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और राजद सहित 20 से अधिक विपक्षी दल शामिल हैं.
मुंबई हवाई अड्डा पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘‘ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां ‘इंडिया के सहयोगियों के खिलाफ काम कर रही हैं. यही वह मुद्दा है जिस पर गठबंधन चुनाव लड़ेगा.
इस बीच, वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के नेता प्रकाश आंबेडकर ने ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह शिवाजी पार्क में रैली में शामिल होंगे. आंबेडकर ने कहा कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से रैली में शामिल होने का आमंत्रण पत्र मिला था.
उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों से नयी सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के लिए एक रूपरेखा तैयार करने को कहा. प्रधानमंत्री ने आज सुबह यहां केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों के सचिवों और अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर इस बारे में चर्चा करने के लिए कहा कि नयी सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के एजेंडे को बेहतर ढंग से कैसे लागू किया जा सकता है.