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महाकुम्भ: श्रद्धालु बिजली के खंभों पर लगे क्यूआर कोड से जान सकेंगे अपनी लोकेशनउत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने रविवार को बताया कि महाकुम्भ मेले में आए श्रद्धालु बिजली के खंभों पर लगे क्यूआर कोड से अपनी लोकेशन जान सकेंगे. शर्मा ने कहा कि इस बाबत 25 सेक्टर में फैले महाकुम्भ मेला क्षेत्र में 50 हज़ार से ज्यादा विद्युत खंभों पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं.
शर्मा ने कहा कि देश-विदेश से इस समय एक करोड़ श्रद्धालु मेला क्षेत्र और घाटों पर पहुंच चुके हैं और पवित्र संगम में स्नान कर रहे हैं.उन्होंने बताया कि इस क्यूआर कोड से सभी श्रद्धालुओं को अपनी लोकेशन जानने में आसानी होगी कि वे किस सेक्टर या फिर किस सड़क पर हैं.
मंत्री ने बताया कि श्रद्धालु अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करके अपने सुझाव व शिकायतें भी नियंत्रण कक्ष को भेज सकते हैं. शर्मा ने महाकुम्भ मेले में व्यवस्थाओं को अंतिम रूप प्रदान करने के उद्देश्य से स्थलीय निरीक्षण किया और साथ ही अधिकारियों के साथ एक बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
- बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास, निदेशक नगरीय निकाय, मंडलायुक्त, मेलाधिकारी, नगर आयुक्त और विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता तथा जल निगम के प्रबंध निदेशक सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे.
- सरकार द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, मंत्री ने बैठक के बाद संगम क्षेत्र पर बनाए गए नए घाटों, मार्ग, प्रकाश व पीने के पानी सहित अनेक व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया.
- मंत्री ने शनिवार देर रात तक प्रयागराज नगर में घूमकर सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति एवं साफ़-सफ़ाई का निरीक्षण किया और जहां कहीं पर भी कमियां मिली उसके लिए ज़रूरी निर्देश दिये.
नगर विकास मंत्री ने रविवार को प्रयागराज के सर्किट हाउस में मीडिया को बताया कि प्रयागराज महाकुम्भ की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं, कहीं पर भी थोड़ा बहुत कार्य रह गया होगा वह भी जल्द पूरा किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि महाकुंभ को दिव्य, भव्य और अलौकिक बनाने के लिए 15 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक के कार्य कराए गए हैं जिसमें से सात हज़ार करोड़ रुपये के कार्य राज्य सरकार द्वारा और 8 हज़ार करोड़ रुपये के कार्य केंद्र सरकार द्वारा कराए गए हैं.
दिल्ली चुनाव : BJP ने 70 में से 59 सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार, देखें पूरी लिस्ट
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) को लेकर भाजपा ने अब तक उम्मीदवारों की तीन लिस्ट जारी है. इन तीन सूचियों में अब तक 59 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है. पार्टी ने पहली और दूसरी सूची में 29-29 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था तो रविवार को जारी तीसरी सूची में सिर्फ एक उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया गया है. पार्टी ने मुस्तफाबाद से मोहन सिंह बिष्ट को उम्मीदवार बनाया है. बिष्ट ने पिछला चुनाव करावल नगर विधानसभा सीट से जीता था, लेकिन इस बार पार्टी ने इस सीट पर कपिल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. आइये जानते हैं भाजपा के 59 उम्मीदवार कौन हैं.
क्रम संख्या विधानसभा सीट का नामउम्मीदवार का नाम1आदर्श नगरराज कुमार भाटिया 2बादलीदीपक चौधरी3रिठालाकुलवंत राणा4नांगलोई जाटमनोज शौकीन 5मंगोलपुरी (अजा)राजकुमार चौहान 6रोहिणीविजेंद्र गुप्ता7शालीमार बागरेखा गुप्ता8मॉडल टाउनअशोक गोयल9करोल बाग (अजा)दुष्यंत कुमार गौतम10पटेल नगरराज कुमार आनंद11राजौरी गार्डनसरदार मनजिंदर सिंह सिरसा12जनकपुरीआशीष सूद13बिजवासनकैलाश गहलोत14नई दिल्लीप्रवेश साहिब सिंह वर्मा15जंगपुरासरदार तरविंदर सिंह मारवाह16मालवीय नगरसतीश उपाध्याय17आर के पुरमअनिल शर्मा18महरौलीगजेंद्र यादव19छतरपुरकरतार सिंह तंवर20अंबेडकर नगर (अजा)खुशीराम चुनार21कालकाजीरमेश बिधूड़ी22बदरपुरनारायण दत्त शर्मा23पटपड़गंजरवीन्द्र सिंह नेगी24विश्वास नगरओम प्रकाश शर्मा25कृष्णा नगरअनिल गोयल26गांधी नगरसरदार अरविंदर सिंह लवली27सीमापुरी (अजा)कुमारी रिंकू28रोहतास नगरजितेंद्र महाजन29घोंडाअजय महावर30नरेलाराज करण खत्री31तिमारपुर सूर्य प्रकाश खत्री32मुंडकागजेंद्र दराल33किराड़ीबजरंग शुक्ला34सुल्तानपुर माजरा (अजा)कर्म सिंह कर्मा35शकूर बस्तीकरनैल सिंह36त्रि नगरतिलक राम गुप्ता37सदर बाजार मनोज कुमार जिंदल38चांदनी चौकसतीश जैन39मटिया महलदीप्ति इंदौरा40बल्लीमारान कमल बागड़ी41मोती नगरहरीश खुराना42मादीपुर (अजा)उर्मिला कैलाश गंगवाल43हरिनगरश्याम शर्मा44तिलक नगरश्वेता सैनी45विकासपुरपंकज कुमार सिंह46उत्तम नगरपवन शर्मा47द्वारकाप्रद्युम्न राजपूत48मटियालासंदीप सहरावत49नजफगढ़नीलम पहलवान50पालमकुलदीप सोलंकी51राजिंदर नगरउमंग बजाज52कस्तूरबा नगरनीरज बसोया53तुगलकाबाद रोहतास बिधूड़ी54ओखलामनीष चौधरी55कोंडली (अजा)प्रियंका गौतम56लक्ष्मी नगरअभय वर्मा57सीलमपुरअनिल गौड़58करावल नगरकपिल मिश्रा59मुस्तफाबादमोहन सिंह बिष्ट 5 फरवरी को मतदान, 8 को आएगा परिणामदिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने तारीख का ऐलान कर दिया है. दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में मतदान होगा. वहीं चुनाव परिणाम घोषणा 8 फरवरी को होगी.
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल एक करोड़ 55 लाख मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं. उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है. इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है.
उत्तर प्रदेश: तीन प्रमुख स्नान पर्वों पर लेटे हनुमान जी के दर्शन पर रोक
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार से शुरू हो रहे महाकुम्भ मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए संगम तट पर स्थित लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर तीन प्रमुख स्नान पर्वों पर दर्शन के लिए बंद रहेगा. मंदिर के एक पदाधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
लेटे हुए हनुमान जी मंदिर के महंत बलबीर गिरि ने बताया कि महाकुम्भ के अमृत स्नान ‘मकर संक्रांति (14 जनवरी), ‘मौनी अमावस्या (29 जनवरी) और ‘बसंत पंचमी (तीन फरवरी) को मंदिर के कपाट बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने बताया कि इन तीन दिनों में श्रद्धालुओं से मंदिर का शिखर दर्शन कर प्रस्थान करने का अनुरोध किया जाएगा. गिरि ने बताया कि मंदिर में एक साथ 5,000 लोग जा सकते हैं और लाखों-करोड़ों की संख्या में लोग यहां आएंगे. उन्होंने बताया कि इन दिनों में मंदिर में अनुष्ठान कर हनुमान जी से लोगों की सफल और मंगल यात्रा की कामना की जाएगी.
Kumbh Guide: प्रयागराज महाकुंभ में किस दिन क्या होगा, 13 जनवरी से 26 फरवरी, ये तारीखें नोट कर लें
Mahakumbh 2025 Important Dates: पौष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से महाकुंभ की शुरूआत होगी. 13 जनवरी से ये महाकुंभ 26 फरवरी 2025 तक होगा. 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ का दौरा कर सकती हैं. 13 जनवरी को पहला शाही स्नान है. 14 जनवरी को दूसरा शाही स्नान है. 29 जनवरी को तीसरा शाही स्नान है. 3 फरवरी को चौथा शाही स्नान है. 12 फरवरी को पांचवां शाही स्नान है. 26 फरवरी को छठवां और आखिरी शाही स्नान है.
21 जनवरी को योगी सरकार महाकुंभ क्षेत्र में कैबिनेट बैठक कर सकती है. वहीं 27 जनवरी को सभी अखाड़ों का धर्म संसद का आयोजन होने वाला है. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में सबसे ज्यादा भीड़ हो सकती है. अनुमान है कि 8 से 10 करोड़ लोग प्रयागराज पहुंच सकते हैं.
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उत्तर प्रदेश और भारत को जानने का अवसर है प्रयागराज महाकुंभ : सीएम योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ देश और दुनिया के लोगों को उत्तर प्रदेश और भारत को जानने का महत्वपूर्ण अवसर है. इस भव्य और दिव्य आयोजन में भारत की आध्यात्मिक विरासत को संतों के माध्यम से जानने और देखने का अद्भुत अनुभव भी मिलेगा. इस बार प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन इसलिए भी विशिष्ट है कि इसका शुभ मुहूर्त 144 वर्षों के बाद आया है. महाकुंभ का आयोजन अद्भुत उत्साह के साथ हो रहा है.
सीएम योगी रविवार को गोरखपुर महोत्सव 2025 के औपचारिक समापन समारोह को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक 45 दिन का भव्य आयोजन सोमवार से शुरू हो रहा है. 40 करोड़ आबादी महाकुंभ में आएगी. 40 करोड़ की आबादी दुनिया के अंदर भारत और चीन के अलावा किसी भी देश में नहीं है. मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी के संगम में स्नान करने का सौभाग्य प्राप्त होगा.
सीएम ने कहा कि पहली बार महाकुंभ को लेकर अक्षयवट कॉरिडोर, मां सरस्वती, बड़े हनुमान मंदिर, महर्षि व्यास और भगवान राम और निषादराज कॉरिडोर बन गया है. यहां नाग वासुकी और द्वादश ज्योतिर्लिंग और चार धाम की यात्रा का आनंद विप्रिका के माध्यम श्रद्धालु कर सकेंगे.
उन्होंने बताया कि महाकुंभ का आयोजन 10 हजार एकड़ क्षेत्रफल में हो रहा है. शुक्रवार की रात तक 35 लाख श्रद्धालु यहां पहुंच गए थे. उन्होंने जनमानस से अपील की कि मकर संक्रांति पर बाबा गोरखनाथ में खिचड़ी चढ़ाइए और फिर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को समझने के लिए महाकुंभ जरूर जाइए. 29 जनवरी को 144 वर्ष बाद विशिष्ट संयोग बन रहा है, जब भगवान सूर्य मकर राशि में होंगे. बृहस्पति वृष राशि में होंगे. विशिष्ट मुहूर्त पर प्रयागराज में मौनी अमावस्या स्नान का शुभारंभ होगा.
सीएम योगी ने कहा कि यह याद रखना होगा कि संस्कृति के अभाव में कोई राष्ट्र लंबे समय तक अपनी जीवन गाथा को आगे नही बढ़ा सकता. लोक गाथा, लोक परंपरा राष्ट्र की संजीवनी होती है. लोक परपंरा, लोक गाथाओं, लोक गायन, लोक कलाकारों को इस प्रकार के कार्यक्रम और महोत्सव के माध्यम से एक प्लेटफार्म प्राप्त होता है. महोत्सव का उद्देश्य स्थानीय नौजवानों, कलाकारों, कलाकृतियों, किसानों और उद्यमियों तथ समाज के लिए कुछ योगदान किया है उनको प्रोत्साहित करना, उनको मंच उपलब्ध कराना, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है और इस दृष्टिकोण से गोरखपुर महोत्सव नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
गोरखपुर महोत्सव के विविध आयामों की सराहना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि टेराकोटा, शहद उत्पादन को देखना है तो महोत्सव में जरूर आइए. नेशनल बुक फेयर का आयोजन पहली बार इतने बड़े स्तर पर किया गया है. युवा किताबों को जरूर खरीदें और अपने दोस्तों को गिफ्ट करें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर धार्मिक, आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और साहित्यिक विरासत से समृद्ध है. गोरखपुर नाम से ही पता लग जाता है कि महायोगी भगवान गोरखनाथ की पावन साधना स्थली है. गोरखपुर भारत की धार्मिक और आध्यात्मिक परंपरा की एक महत्वपूर्ण भूमि है. गीता प्रेस के माध्यम से भारत की धार्मिक साहित्य का एक प्रमुख केंद्र भी है. गोरखपुर के पास ही कुशीनगर भगवान बुद्ध की महानिर्वाण स्थली तथा सूफी संत कबीरदास की महानिर्वाण निर्वाण स्थली मगहर भी है. अपनी लेखनी के माध्यम से कथा सम्राट के रूप में विख्यात मुंशी प्रेमचंद ने गोरखपुर को अपनी कर्मस्थली बनाया था. गोरखपुर फिराक गोरखपुर की जन्मभूमि है तो वैश्विक मंच पर भारत की आध्यात्मिक विरासत को स्थापित करने वाले योगानंद परमहंस ने भी इसी गोरखपुर में जन्म लिया था.
उन्होंने कहा कि 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश हुकूमत की चूलों को हिलाने वाले शहीद बंधु सिंह की जन्म और कर्म भूमि भी गोरखपुर है. इसी गोरखपुर की जेल में काकोरी ट्रेन एक्शन के नायक अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी की सजा दी गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विरासत से संपन्न गोरखपुर आज विकास के भी नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है. सरकार विकास करा रही है, उस विकास की यात्रा के साथ सहभागी बनना हम सबका दायित्व बनता है.
गोरखपुर महोत्सव के मुख्य मंच से सीएम योगी ने पांच विभूतियों को गोरखपुर रत्न से सम्मानित किया. कला के क्षेत्र में वरिष्ठ रंगकर्मी केसी सेन, कृषि-उद्यमिता के क्षेत्र में प्रगतिशील किसान और शहद उत्पादक राजू सिंह, खेल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी शगुन कुमारी, चिकित्सा के क्षेत्र में वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. बीबी त्रिपाठी और विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. साहिल महफूज को गोरखपुर रत्न सम्मान प्राप्त हुआ.
आस्था का महाकुंभ : पहले शाही स्नान के साथ आज से शुरुआत, दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में पहुंचेंगे 35 करोड़ लोग!
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन आज प्रयागराज में शुरू होने जा रहा है. सनातन आस्था के महापर्व महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) की शुरुआत होने जा रही है. करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले इस आयोजन में देश-दुनिया से करीब 35 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है. यह श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में अमृत स्नान करेंगे. इसके साथ ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर महाकुंभ की प्राचीन परंपरा कल्पवास का भी निर्वहन करेंगे.
महाकुंभ में शाही स्नान कब? क्या है पौराणिक मान्यता?पौराणिक मान्यता के अनुसार श्रद्धालु एक माह तक नियमपूर्वक संगम तट पर कल्पवास करेंगे. इसके लिए सीएम योगी के मार्गदर्शन में प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने विशेष इंतजाम किए हैं. कल्पवास की शुरुआत आज पौष पूर्णिमा से होगी.
महाकुंभ सनातन आस्था का सबसे बड़ा आयोजन होने के साथ बहुत सी सनातन परंपराओं का वाहक भी है. इसमें से महाकुंभ की एक महत्वपूर्ण परंपरा है संगम तट पर कल्पवास करना. शास्त्रीय मान्यता के अनुसार कल्पवास, पौष पूर्णिमा की से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक पूरे एक माह तक किया जाता है. इस महाकुंभ में कल्पवास आज से शुरू होकर 12 फरवरी तक संगम तट पर किया जाएगा.
शास्त्रों के अनुसार कल्पवास में श्रद्धालु नियमपूर्वक, संकल्पपूर्वक एक माह तक संगम तट पर निवास करते हैं. कल्पवास के दौरान श्रद्धालु तीनों काल गंगा स्नान कर, जप, तप, ध्यान,पूजन और सत्संग करते हैं. महाकुंभ 2025 में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के कल्पवास करने का अनुमान है.
1.6 लाख टेंट की व्यवस्थामहाकुंभ की विशेष परंपरा कल्पवास का निर्वहन करने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सीएम योगी की प्रेरणा से सभी जरूरी इंतजाम किए हैं. मेला क्षेत्र में गंगा जी के तट पर झूंसी से फाफामऊ तक लगभग 1.6 लाख टेंट, कल्पवासियों के लिए लगवाए गए हैं.
इन सभी कल्पवासियों के टेंटों के लिए बिजली, पानी के कनेक्शन के साथ शौचालयों का निर्माण कराया गया है. कल्पवासियों को अपने टेंट तक आसानी से पहुंचने के लिए चेकर्ड प्लेटस् की लगभग 650 किलोमीटर की अस्थाई सड़कों और 30 पंटून पुलों का निर्माण किया गया है.
7000 करोड़ रुपये का बजटउत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों) के आसपास होने वाले 45 दिवसीय इस महा आयोजन में 35 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. सिंह ने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन अनुमानित 4-5 करोड़ भक्तों के प्रयागराज में पहुंचने और स्नान में भाग लेने की उम्मीद है.
शाही स्नान के दिन वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं: सिंहमुख्य सचिव ने कहा कि छह महत्वपूर्ण (प्रमुख स्नान) तिथियां हैं जिन पर अधिक श्रद्धालु और अधिक भीड़ होगी. इसलिए, उन दिनों, एहतियात के तौर पर, राज्य सरकार किसी को भी कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं देती है.
उन्होंने कहा, “इसलिए, हम सभी वीवीआईपी से अनुरोध करते हैं कि वे उन छह दिनों में न आएं. हम उन्हें उन दिनों आमंत्रित करने का प्रयास करते हैं, जो प्रमुख स्नान के दिन नहीं होते हैं.
सिंह ने कहा, महाकुंभ मेला 2025 में कल्पवासियों की अनुमानित संख्या 15-20 लाख है, जबकि कुंभ मेला 2019 में यह 10 लाख थी.
उनके मुताबिक, पोंटून पुलों की संख्या 2025 में 30 हो गई है जो 2019 में 22 थी. मुख्य सचिव ने बताया कि मेला क्षेत्र की सड़कों की लंबाई 299 किलोमीटर से बढ़ाकर 450 किलोमीटर से अधिक कर दी गई है.
सिंह ने बताया कि महाकुंभ के लिए राज्य का बजट लगभग 7,000 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा, पिछला कुंभ स्वच्छता के लिए जाना जाता था. इस बार यह स्वच्छता, सुरक्षा और डिजिटल कुंभ है.
11 करोड़ ज्यादा श्रद्धालुओं का अनुमानउत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने कहा, 2019 में कुंभ हुआ था. यह महाकुंभ है और पिछले कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे जबकि इस बार 35 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.”
मुख्य सचिव ने कहा, “व्यवस्था भी उसी के अनुरूप की जा रही हैं. मेले का क्षेत्रफल लगभग 25 प्रतिशत बढ़ा है. इस बार मेला करीब 4,000 हेक्टेयर में लगाया जा रहा है, जबकि पिछले कुंभ में यह करीब 3,200 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाया गया था.
साल 2019 के कुंभ से तुलना करते हुए सिंह ने कहा, इस बार हमने मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है, जबकि 2019 में यह 20 सेक्टर में था. घाटों की लंबाई आठ किलोमीटर (2019 में) से बढ़ाकर 12 किलोमीटर (2025 में) कर दी गई है. पार्किंग क्षेत्र भी 2019 में 1291 हेक्टेयर की तुलना में इस बार बढ़ाकर 1850 हेक्टेयर कर दिया गया है.
दोगुना खर्च, बेहतर व्यवस्थाओं का दावाउन्होंने कहा, जब आप 2013 और 2019 में किए गए कार्यों की तुलना करेंगे तो इसमें काफी बदलाव देखेंगे और इस बार आप इसमें काफी सुधार पाएंगे, क्योंकि पैसे के मामले में भी, पिछली बार हमने लगभग 3,500 करोड़ रुपये खर्च किए थे और इस बार यह दोगुना है और हम लगभग 7,000 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं.”
सिंह ने कहा “भारत सरकार के विभागों ने भी काफी निवेश किया है. रेलवे व राष्ट्रीय राजमार्गों में भी आप सुधार देखेंगे.
मौनी अमावस्या की व्यवस्थाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर हमेशा सबसे अधिक संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
उन्होंने कहा, “इस बार मौनी अमावस्या (25 जनवरी से 30 जनवरी तक) के दौरान अनुमानित 4-5 करोड़ भक्तों के आने की उम्मीद है, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 3-4 करोड़ था.”
45 हजार पुलिसकर्मियों की तैनातीसुरक्षा के पहलू पर उन्होंने कहा, 55 से अधिक थाने हैं, और लगभग 45,000 पुलिसकर्मी वहां ड्यूटी पर तैनात किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर लगातार निगरानी रखने के लिए भी परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, ताकि कोई भी शरारत न कर सके. अगर सोशल मीडिया पर कुछ भी अप्रिय हो रहा है, तो उसे पहचाना जाना चाहिए, अलग किया जाना चाहिए और उससे निपटा जाना चाहिए.”
सिंह ने कहा “भारत सरकार के संस्थानों के साथ राज्य स्तर पर हर बड़े पैमाने पर बैठकें आयोजित की गई. केंद्र और राज्य सरकारों के संस्थानों के बीच बेहतरीन समन्वय है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पहले से ही काम कर रहा है, एनडीएमए भी काम कर रहा है.”
उन्होंने कहा कि आपदा मित्र को प्रशिक्षित किया गया है.
3000 से अधिक कैमरे लगाएमहाकुंभ के डिजिटल पहलू पर टिप्पणी करते हुए मुख्य सचिव ने कहा, पिछले कुंभ से पहले हमने वहां एकीकृत नियंत्रण और कमान केंद्र (आईसीसीसी) स्थापित किए थे. इस बार इसे और मजबूत किया गया है और पूरे कुंभ क्षेत्र में 3,000 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं.”
महाकुंभ मेले में विदेशी नागरिकों और राजदूतों के दौरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, पिछले कुंभ में 55-60 देशों से लोग आए थे, क्योंकि कुंभ शुरू होने से ठीक पहले वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस का कार्यक्रम था, इसलिए वहां से बहुत सारे लोग आए थे. इसके अलावा एक दिन हम दूतावासों के दौरे का आयोजन करते हैं. वह दौरा 30 जनवरी को आयोजित किया जा रहा है.
सुपरस्टार वेंकटेश, राणा दग्गुबाती और परिवार के अन्य सदस्यों पर केस दर्ज, जानिए क्या है मामला
FIR Against Venkatesh And Rana Daggubati: अभिनेता वेंकटेश दग्गुबाती, उनके भतीजे एवं अभिनेता राणा दग्गुबाती और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ दग्गुबाती परिवार से पट्टे पर लिये गए भूखंड पर एक व्यवसायी द्वारा संचालित होटल को ध्वस्त करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
स्थानीय अदालत के निर्देश के बाद 11 जनवरी को फिल्मनगर थाने में वेंकटेश, राणा और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आपराधिक साजिश, मकान में जबरन घुसने और अन्य आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई.शिकायतकर्ता भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायकों की खरीद-फरोख्त के कथित प्रयास से संबंधित मामले में आरोपियों में से एक है और उसे अक्टूबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत मिल गई थी.
क्या है शिकायत मेंशिकायतकर्ता के अनुसार, दग्गुबाती परिवार ने 2014 में फिल्मनगर में एक भूखंड पट्टे पर दिया था और पंजीकृत ‘लीज डीज के निष्पादन के बाद उन्होंने वहां एक होटल संचालित करना शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि ‘लीज डीड के अस्तित्व में होने के बावजूद वेंकटेश और अन्य लोगों ने उन्हें भूखंड से बेदखल करने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने मुकदमा दायर किया, जो सिटी सिविल कोर्ट में लंबित है. उन्होंने कहा कि रोक के लिए एक अंतरिम आदेश पारित किया गया था, जिसे समय-समय पर बढ़ाया जाता है.
शिकायतकर्ता ने कहा कि हालांकि, आरोपी व्यक्तियों ने कुछ असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर पट्टे पर दिए गए भूखंड में प्रवेश किया और जनवरी 2024 में ढांचे को ध्वस्त कर दिया. शिकायतकर्ता ने कहा कि इसके बाद उसने नामपल्ली अदालत का रुख किया, जिसने पुलिस को मामला दर्ज करने और जांच करने का निर्देश दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 11 जनवरी को मामला दर्ज किया गया और मामले में जांच की जा रही है.
लॉस एंजिल्स में लगी आग हुई और खतरनाक, अधिकारियों ने दी चेतावनी, जानिए ट्रंप क्यों भड़के
Los Angeles Fire: अमेरिका के लॉस एंजिल्स में लगी आग खतरनाक होती जा रही है. यहां तक की डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) इसे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी आपदा बता चुके हैं. अब तक लगी आग से कम से कम 16 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. पूरा इलाका राख में तब्दील हो गया है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. बड़े पैमाने पर प्रयासों के बावजूद पलिसेड्स आग बढ़ रही है. ये पूर्व में गेटी सेंटर कला म्यूजियम की ओर और उत्तर में घनी आबादी वाले सैन फर्नांडो घाटी तक फैल गई है. लॉस एंजिल्स दुनिया के सबसे महंगे इलाकों में से एक माना जाता है. यहां हॉलीवुड की मशहूर हस्तियों के करोड़ों रुपये के आलीशान बंगले हैं. अब तक सेलिब्रिटीज के घर आग में जलकर राख हुए हैं.
अनुमान लगाया है कि आग की वजह से लगभग 135 बिलियन डॉलर से 150 बिलियन डॉलर तक होगा. हालांकि, सरकारी अधिकारियों ने अभी तक नुकसान का अनुमान नहीं लगाया है.फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (फेमा) के प्रमुख डीन क्रिसवेल ने सीएनएन को बताया, हवाएं संभावित रूप से फिर से खतरनाक और मजबूत हो रही हैं. सबसे बड़ी बात जो लोगों को जानने की ज़रूरत है, वह यह है कि यह अभी भी खतरनाक है. अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि खतरनाक और तेज़ हवाएं लॉस एंजिल्स के जंगल की आग को और भड़का देंगी और ये आवासीय क्षेत्रों की तरफ और तेजी से बढ़ सकती हैं.AFP के अनुसार, मौसम का पूर्वानुमान करने वालों ने चेतावनी दी कि रविवार तड़के हवाएं 50 मील प्रति घंटे (80 किलोमीटर प्रति घंटे) तक पहुंच सकती हैं, और आने वाले दिनों में आग भड़का सकती हैं. राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि रविवार को हवाएं कमजोर हो गईं और रात में फिर से तेज़ हो गईं. पलिसेड्स आग पर 11 प्रतिशत काबू पा लिया गया था, लेकिन यह बढ़कर 23,600 एकड़ (9,500 हेक्टेयर) तक पहुंच गई थी, जबकि ईटन आग 14,000 एकड़ पर थी और 15 प्रतिशत पर काबू पा लिया गया था. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि 12,000 से अधिक बिल्डिंग्स जल गईं. हालांकि कैल फायर के टॉड हॉपकिंस ने कहा कि ये सभी घर नहीं थे और इनमें संख्या में बाहरी इमारतें, ट्रेलर और शेड शामिल हैं. कुछ क्षेत्रों में, भीषण आग ने जली हुई कारों से पिघली हुई धातु में बदल दिया.
रहने के लिए जगह की तलाश में निकाले गए लोगों की अचानक भीड़ ने शहर के लिए एक बड़ी समस्या पैदा कर दी है. एक व्यक्ति ने अपना नाम ब्रायन बताते हुए कहा, मैं हज़ारों लोगों के साथ बाज़ार में वापस आ गया हूं. अपार्टमेंट जल गया है. यह अच्छा संकेत नहीं है. लूटपाट की घटनाओं और रात के समय कर्फ्यू के कारण, लोगों को आपदा क्षेत्रों में जाने से रोकने के लिए पुलिस और नेशनल गार्ड ने चौकियां स्थापित कीं हैं.पुलिस को चोरी की रिपोर्ट मिलने के बाद कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के ब्रेंटवुड घर के पास से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. पैसिफिक पलिसेड्स में एक घर के बाहर अमेरिकी झंडे के बगल में एक पेड़ पर लुटेरों को गोली मार दी जाएगी लिखा एक हस्तलिखित चिन्ह लटका हुआ मिला है. अल्ताडेना निवासी 42 वर्षीय बॉबी सलमान ने कहा, मुझे अपने परिवार, अपनी पत्नी, अपने बच्चों, अपनी मां की सुरक्षा के लिए वहां जाना होगा और क्या मैं उन्हें देखने भी नहीं जा सकता.
मेयर और अग्निशमन प्रमुख के बीच पर्दे के पीछे विवाद की रिपोर्ट के बाद शहर के अधिकारी एकजुट हो गए हैं, लेकिन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैलिफोर्निया के अधिकारियों पर अक्षमता का आरोप लगाया. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर कहा, यह हमारे देश के इतिहास की सबसे भयानक आपदाओं में से एक है. वे आग नहीं बुझा सकते. उन्हें क्या हुआ है?आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए संघीय और स्थानीय अधिकारियों द्वारा एक बड़ी जांच चल रही है. कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसोम ने प्रेस से कहा कि वह राज्य के पुनर्निर्माण के लिए एक मार्शल योजना भी शुरू कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हमारे पास पहले से ही एक टीम है, जो एल.ए. 2.0 की पुनर्कल्पना कर रही है. उन्होंने मौसम की स्थिति की तात्कालिक समस्या पर भी जोर देते हुए कहा, चुनौती हवाएं हैं. हमें सोमवार को चरम हवाएं मिलेंगी. हालांकि जंगल की आग जानबूझकर लगाई जा सकती है, लेकिन यह अक्सर प्राकृतिक होती है, और पर्यावरण के जीवन चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है. लेकिन शहरी फैलाव लोगों को अधिक नुकसान पहुंचाता है.
उत्तराखंड : पौड़ी में 100 फीट गहरी खाई में गिरी बस, 6 लोगों की मौत, 22 घायल
उत्तराखंड के पौड़ी जिले में एक सड़क दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई और 22 लोग घायल हुए हैं. पौड़ी से देहलचौरी जा रही एक बस दुर्घटनाग्रस्त होकर गहरी खाई में जा गिरी. हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई. गंभीर घायलों को श्रीनगर बेस अस्पताल में रेफर किया गया है, जबकि अन्य मरीजों का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है.
राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआएफ) से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना दहलचौरी के पास हुई जहां बस अनियंत्रित होकर सड़क से 100 मीटर नीचे खाई में जा गिरी. दुर्घटना में चार व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
गंभीर रूप से घायलों को श्रीनगर किया रैफरदुर्घटना के बाद बचाव अभियान संचालित करने में स्थानीय लोगों ने भी मदद की और घायलों को निकाल कर पौड़ी के जिला अस्पताल पहुंचाया गया. घायलों में से आठ की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें श्रीनगर के लिए रेफर किया गया है.
पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने घटनास्थल पर पहुंचकर अपनी निगरानी में तेजी से बचाव अभियान चलवाया. उन्होंने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
दुर्घटना के बाद मरीजों की तीमारदारों ने अस्पताल की खराब व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं. हालांकि पौड़ी के अपर जिलाधिकारी अनिल गबरियाल ने व्यवस्थाओं को दुरुस्त बताया है.
सीएम धामी ने जताया दुखमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने शोक संवेदना प्रकट करते हुए हादसे में दिवंगत हुए व्यक्तियों के परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति देने की ईश्वर से कामना की धामी ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की.
इंदिरा गांधी के साथ दिख रही यह प्रभावशाली महिला थीं उनकी पक्की सहेली, बेटा कहलाता है बॉलीवुड का शहंशाह, क्या आपने पहचाना?
फोटो में दिख रही यह खूबसूरत महिला इंदिरा गांधी की पक्की सहेली थीं. इंदिरा गांधी के परिवार के बेहद करीब थीं और पर्सनल लाइफ हो या प्रोफेशनल लाइफ इंदिरा गांधी इनसे जरूर सलाह लेती थीं. कहा जाता है कि इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी और सोनिया की शादी में भी इनका बड़ा रोल था. दरअसल सोनिया-राजीव की शादी के दौरान इन्हीं के पास रह रही थीं. यह महिला काफी पढ़ी लिखी और एक जाने माने कवि की पत्नी थीं. यही नहीं इनके बेटे ने बॉलीवुड पर लंबे समय तक राज किया.
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आपने अब तक इन्हें नहीं पहचाना तो हम आपको बता दें कि यह बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन हैं. वहीं हिंदी के मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन की पत्नी थीं. तेजी बच्चन को एक समाज सेविका और मनोविज्ञान के प्रोफेसर के तौर पर भी जाना जाता है. 12 अगस्त 1914 में जन्मीं तेजी बच्चन 2007 में 93 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा.
तेजी बच्चन का असली नाम तेजवंत कौर सूरी था. उनका जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब में हुआ था. तेजी बच्चन बचपन से पढ़ाई में तेज थीं और साहित्य में उनकी रुचि थी. उन्होंने मनोविज्ञान की शिक्षा हासिल की और बाद में खूब चंद डिग्री कॉलेज, लाहौर में मनोविज्ञान पढ़ाना शुरू किया. जब तेजी बच्चन लाहौर के डिग्री कॉलेज में पढ़ाती थीं, तब उनकी मुलाकात इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अंग्रेजी पढ़ाने वाले प्रोफेसर हरिवंश राय बच्चन से हुई. बाद में साल 1941 में दोनों ने इलाहाबाद में शादी कर ली. दोनों के दो बेटे हुए, अमिताभ और अजिताभ. अमिताभ एक्टर हैं तो अजिताभ बच्चन बिजनेसमैन हैं.
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बता दें कि तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी की दोस्ती के कारण दोनों परिवार बेहद करीब था और अमिताभ और राजीव गांधी में भी अच्छी दोस्ती थी. राजीव गांधी की शादी की सारी रस्मों में तेजी ने साथ निभाया.
जयपुर में 10 रुपये के लिए बस कंडक्टर ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पर किया हमला
जयपुर में एक बस कंडक्टर ने 75 साल के एक सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी पर कथित तौर पर मारपीट की. यह मारपीट इसलिए की गई क्योंकि उसने 10 रुपये का अतिरिक्त किराया देने से इनकार कर दिया था. इस घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है. यह घटना शुक्रवार को हुई.
बस में सवार पीड़ित अधिकारी उस बस स्टॉप पर उतरने से चूक गया जहां उसे उतरना था. उसे अगले स्टॉप तक की यात्रा के लिए 10 रुपये का अतिरिक्त किराया देने के लिए कहा गया.
कनोता पुलिस स्टेशन के हाउस ऑफिसर (एसएचओ) उदय सिंह के अनुसार, सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट आरएल मीना को आगरा रोड पर कनोता बस स्टैंड पर उतरना था. हालांकि, कंडक्टर ने उन्हें उनका स्टॉप आने की सूचना नहीं दी. इसके बाद बस अगले स्टॉप नायला पर पहुंच गई.
उदय सिंह ने बताया कि, परिचालक के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज करवाया गया. सिंह ने बताया कि लो फ्लो बस के कंडक्टर के खिलाफ मारपीट के मामले से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेवानिवृत्त आईएएस अधिकरी आरएल मीणा (75) की ओर से परिचालक घनश्याम शर्मा के खिलाफ दर्ज शिकायत के अनुसार, शुक्रवार को सुबह 11 बजे वे जयपुर से नायला जाने वाली बस में सफर कर रहे थे.
उन्होंने कानोता बस स्टॉप तक का टिकट लिया था. आरोप है कि सफर के दौरान बस नायला तक पहुंच गई, लेकिन परिचालक ने उन्हें कानोता बस स्टॉप पर नहीं उतारा. सिंह ने बताया कि गाड़ी के नायला पहुंचने पर बुजुर्ग बस से उतरने लगे तो परिचालक घनश्याम ने उनसे 10 रुपये का अतिरिक्त किराया मांगा. इस पर बुजुर्ग ने उन्हें कानोता पर नहीं उतारने का हवाला देते हुए पैसे देने से इनकार कर दिया.
पुलिस के मुताबिक इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई और विवाद हाथापाई तक पहुंच गया. जब कंडक्टर ने मीना को धक्का दिया, तो उन्होंने कंडक्टर को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद कंडक्टर ने उन पर हमला कर दिया.
इस 44 सेकंड के वायरल वीडियो में यह भी दिख रहा है कि कंडक्टर लगातार सेवानिवृत्त नौकरशाह को पीट रहा है, जबकि कई यात्री उसे तब तक पिटते हुए देखते रहे, जब तक कि पीड़ित बस से उतर नहीं गया.
सिंह ने कहा कि, शनिवार को कनोटा पुलिस स्टेशन में मीना की शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और विस्तृत जांच चल रही है.
घटना का एक वीडियो भी रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (JCTL) ने आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा को निलंबित कर दिया है.
दिल्ली चुनाव : BJP की तीसरी सूची में मोहन बिष्ट को मिली जगह, मुस्तफाबाद से बनाए गए उम्मीदवार
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) के लिए भाजपा ने रविवार को एक उम्मीदवार की अपनी तीसरी सूची (BJP Third List) जारी की है. पार्टी ने मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से मोहन सिंह बिष्ट को चुनावी मैदान में उतारा है. करावल नगर विधानसभा सीट से पांच बार विधायक चुने गए मोहन सिंह बिष्ट ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची में नाम न होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. पार्टी ने करावल नगर से बिष्ट की जगह कपिल मिश्रा को टिकट दिया है. पार्टी के इस कदम पर मोहन सिंह बिष्ट ने अपनी असहमति जताते हुए कहा था कि कपिल मिश्रा को उनकी जगह लाना पार्टी का गलत कदम है.
मोहन बिष्ट की नाराजगी की खबरों के बीच भाजपा ने उन्हें अब मुस्तफाबाद से चुनावी मैदान में उतार दिया है. भाजपा ने बीते शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 29 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की थी. पार्टी तीन सूचियों में 59 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है.
मोती नगर से हरीश खुराना उम्मीदवारहरीश खुराना को मोती नगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है. वहीं हाल ही में आप से बीजेपी में शामिल हुई प्रियंका गौतम को कोंडली से मैदान में उतारा गया है.
भाजपा ने पिछले सप्ताह भी 29 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. अब तक पार्टी ने 59 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
5 फरवरी को चुनाव, 8 को आएंगे परिणामराष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा 8 फरवरी को होगी.
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल एक करोड़ 55 लाख मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं. उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है. इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है.
राम तेरी गंगा मैली या बॉबी नहीं यह सुपरफ्लॉप फिल्म थी राज कपूर के दिल के बेहद करीब, बनाने में हो गए थे पूरी तरह दिवालिया
राज कपूर एक्टर ही नहीं निर्देशक भी बेहतरीन थे. अपने करियर में उन्होंने कई कालजयी फिल्में बनाई. उनकी कुछ सबसे लोकप्रिय फिल्में हैं आवारा (1951), श्री 420 (1955), जिस देश में गंगा बहती है (1960), मेरा नाम जोकर (1970), और बॉबी (1973), जो आज भी पसंद की जाती हैं. इन फिल्मों की कहानियों ने दर्शकों के दिलों को गहराई से छुआ. लव- रोमांस और सामाजिक मुद्दों पर आधारित ये फिल्में खूब पसंद की गई. कई हिट फिल्मों में से एक फिल्म उनके दिल के बेहद करीब रही, जिसका नाम है - मेरा नाम जोकर.
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मेरा नाम जोकर को वह व्यावसायिक सफलता नहीं मिली, जिसकी राज कपूर ने उम्मीद की थी. वास्तव में, यह उनके करियर की सबसे बड़ी असफलताओं में से एक बन गई. इस फिल्म ने उन्हें व्यक्तिगत और आर्थिक रूप से तबाह कर दिया. 1970 में रिलीज़ हुई, मेरा नाम जोकर राज कपूर के लिए एक बड़ा वित्तीय जुआ था. इसके लिए उन्होंने बैंक से लोन लिया था और अपनी सारी जमा पूंजी लगा दिया था. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की असफलता के कारण न केवल वह दिवालिया हो गए, बल्कि बतौर एक्टर उन्हें ऊंचाई पर ले जाने वाले फिल्म का सपना भी टूट गया.
दूरदर्शन के साथ एक इंटरव्यू में जब उनसे उनकी पसंदीदा फिल्म के बारे में पूछा गया, तो राज कपूर ने मेरा नाम जोकर के प्रति अपने लगाव की तुलना एक मां और उसके बच्चों से की, और इस बात पर जोर दिया कि उनकी बनाई हर फिल्म खास थी, चाहे वह सफल हो या असफल.
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मेरा नाम जोकर 1970 में रिलीज़ हुई थी और इसमें राज कपूर खुद अपने बेटे ऋषि कपूर दिखे थे. सिमी ग्रेवाल, मनोज कुमार, धर्मेंद्र और पद्मिनी जैसे जाने-माने स्टारकास्ट से सजी इस फिल्म में एक ऐसे जोकर की कहानी दिखाई गई थी, जिसकी ज़िंदगी में भूमिका दूसरों को हंसाना है. भले ही वह खुद के दुख की कीमत पर ही क्यों न हो. पूरी फिल्म में, तीन महिलाएं नायक के जीवन को आकार देती हैं, जिनमें से प्रत्येक उसकी भावनात्मक यात्रा के एक अलग अध्याय का प्रतिनिधित्व करती है. यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सबसे लंबी फिल्मों में से एक थी.
पति को अंकल और उसकी गर्लफ्रेंड को आंटी कहती थी ये एक्ट्रेस, 16 की उम्र में बनी मां, बाद में पति ने संपत्ति से किया बेदखल
राजेश खन्ना न केवल अपनी शानदार फिल्मों के लिए जाने जाते हैं,बल्कि अपने पर्सनल लाइफ को लेकर भी खूब सुर्खियों में रहे. उनके लव अफेयर्स के किस्से उन दिनों खूब सुर्खियों में रहते थे. वह अंजू महेंद्रू के साथ लिव इन रिलेशन में थे, लेकिन डिंपल कपाड़िया से शादी कर के उन्होंने फैंस को चौका दिया. 80 के दशक में राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू लववर्ड थे और लोगों को लगता था कि दोनों साथ रहेंगे. लेकिन दोनों का रिश्ता टूट गया.
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बता दें 29 दिसंबर, 1942 को राजेश खन्ना का जन्म अमृतसर में जतिन खन्ना के रूप में हुआ था. उन्होंने 24 साल की उम्र में 1966 में हिंदी फिल्म आखिरी खत से डेब्यू किया था. इस फिल्म के बाद राजेश खन्ना को फिल्मों में ऑफर्स मिलने लगे.कई फ्लॉप और कुछ हिट फिल्मों के बाद उनकी सुपरहिट फिल्म 1971 में आई हाथी मेरे साथी थी. यह उस दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्मों में से एक बन गई. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
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वहीं अंजू महेंद्रू बतौर अभिनेत्री, मॉडल और फैशन डिजाइनर काम कर रही थीं. जब अंजू स्ट्रगल कर रही थी, तब राजेश खन्ना सुपरस्टार थे. दोनों की मुलाकात कैसे हुई, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन दोनों का प्रेम कहानी काफी मशहूर हुई. अपने रिश्ते के शुरुआती सालों में दोनों ने एक-दूसरे को अंदर से सपोर्ट किया. कहा जाता है कि अंजू एक डेडिकेटेड गर्लफ्रेंड थी और राजेश खन्ना के साथ वह 1966 से 1972 तक 7 लंबे समय तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहीं.
उनका रिश्ता 1971 के बाद बदल गईं, जब अंजू के वेस्ट इंडीज के क्रिकेटर गैरी सोबर्स के साथ डेटिंग की अफवाहें उड़ीं.
इससे राजेश खन्ना को काफी गुस्सा आया.कहा जाता है कि राजेश खन्ना की अंजू से शादी का निर्णय इसके बाद बदल गया.अंजू की मां चाहती थी कि राजेश खन्ना जल्द ही उनकी बेटी से शादी कर लें, राजेश खन्ना भी यही चाहते थे. लेकिन अंजू के लगातार शादी से इंकार करने के कारण 1972 में राजेश ने उनसे रिश्ता तोड़ लिया. अपने एक इंटरव्यू में अंजू ने कबूल किया था कि राजेश खन्ना के अलग और लगातार बदलते विचारों ने उनके रिश्ते में बहुत खटास पैदा कर दी थी.
अंजू ने कहा था, वह एक बहुत ही रूढ़िवादी आदमी है, फिर भी किसी न किसी तरह, हमेशा मॉडर्न लड़कियों की ओर आकर्षित होता है. भ्रम हमारे रिश्ते का एक हिस्सा था. मैं स्कर्ट पहनती तो वो झल्लाते, तुम साड़ी क्यों नहीं पहनती? अगर मैं साड़ी पहनती, तो वह कहते, तुम भारतीय नारी का लुक क्यों दिखा रही हो? स्टारडस्ट के साथ एक अन्य इंटरव्यू में अंजू ने कहा था कि 1969 से पहले राजेश की फ्लॉप फिल्मों ने उन्हें मानसिक रूप से कमजोर बना दिया था जिसके कारण दोनों के बीच कई बार बहस हुई थी. राजेश का साथ निभाना दिनोंदिन मुश्किल होता जा रहा था. वह मूडी, गुस्सैल, चिड़चिड़े स्वभाव के थे. हर समय वह बहुत तनाव में रहते थे. लगभग घबराए हुए.
वहीं राजेश खन्ना ने एक इंटरव्यू में कहा था, वह अंजू के समय के लिए कितनी भी कोशिश कर लें, वह हमेशा व्यस्त रहेंगी. अक्सर स्टूडियो में एक कठिन दिन के बाद, मैं घर लौटता और एक नोट पाता, जिसमें लिखा होता है कि वह किसी पार्टी में गई थी. कहा जाता है कि राजेश खन्ना ने जब डिंपल से शादी की तो अपनी बारात एक्स गर्लफ्रेंड अंजू के घर के आगे से निकाली. डिंपल कपाड़िया से शादी के बाद उनकी दो बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना हुईं.
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बादमें स्टारडस्ट को दिए गए एक इंटरव्यू में अंजू ने पहली बार डिंपल कपाड़िया से हुई मुलाकात को याद करते हुए कहा कि डिंपल ने तब राजेश खन्ना को अंकल और उन्हें आंटी कहा था, लेकिन बाद में उनका रवैया बदल गया. वह मासूम होने का दिखावा करती थी,लेकिन वह मुझ पर पीठ पीछे तंज करती थीं. डिंपल कपाड़िया राजेश के करीब आ रही थीं और हर तरफ इसकी चर्चा होने लगी थी. तभी राजेश ने एक पार्टी रखी और अंजू को मेहमानों को इनवाइट करने के लिए कहा. अंजू ने डिंपल को छोड़कर सभी को इनवाइट किया. इससे राजेश को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने माफी मांगने के लिए डिंपल को पार्टी में बुलाया. इससे बाद डिंपल और अंजू के बीच अनबन हो गई. डिंपल ने उन्हें तंज कसते हुए पूछा कि क्या वो अंदर आ सकती हैं. अंजू ने कहा, मैंने भी अपना आपा खो दिया और उनसे कहा अगर आपको इनवाइट किया गया है तो जरूर, अगर नहीं तो प्लीज वापस जाएं. इसके बाद वह राजेश की जिंदगी से अलग हो गईं और डिंपल ने उनसे शादी कर ली. उस समय डिंपल सिर्फ 15 साल की थीं. राजेश से आधी उम्र की.
Live: इंडिया गठबंधन पर बरसे अमित शाह, कहा - महाराष्ट्र में भाजपा की जीत से इंडिया गठबंधन का आत्मविश्वास टूटा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिरडी में भाजपा के राज्य स्तरीय अधिवेशन में कहा कि महाराष्ट्र ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे को 2024 के चुनाव में उनकी जगह दिखा दी. साथ ही कहा कि मूल राकांपा और शिवसेना ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीता. महाराष्ट्र ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे की वंशवाद और विश्वासघात की राजनीति को नकार दिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की ऐतिहासिक जीत से ‘इंडिया गठबंधन का आत्मविश्वास टूटा है. हम दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी जीतेंगे.
31 बांग्लादेशी गिरफ्तारतमिलनाडु के तिरुपुर जिले में आतंकवाद विरोधी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों पर आरोप है कि वे फर्जी आधार कार्ड का उपयोग कर भारतीय पहचान के रूप में काम कर रहे थे. कोयंबटूर की आतंकवाद विरोधी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि तिरुपुर जिले के कपड़े के कारखानों में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी युवक रह रहे हैं और काम कर रहे हैं. इस सूचना के आधार पर एसपी बद्री नारायणन और एडीएसपी आनंदकुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने पल्लादम के पास अरुलपुरम और सेंथूरन जैसे इलाकों में तलाशी अभियान चलाया.
अभियान के दौरान, पुलिस को पता चला कि 28 बांग्लादेशी युवक फर्जी आधार कार्ड का उपयोग करके एक निजी कपड़े की कंपनी में काम कर रहे थे. इसके अलावा, पुलिस ने वीरपंडी और नल्लूर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में क्रमश: दो और एक बांग्लादेशी युवकों को गिरफ्तार किया.
मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेरउधर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार सुबह सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल रोधी अभियान पर निकली थी तभी मद्देड़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक जंगल में मुठभेड़ शुरू हुई. इस मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए हैं.
नेहरू दुर्घटनावश देश के पहले प्रधानमंत्री बने : मनोहर लाल खट्टर के बयान पर भूपिंदर हुड्डा भड़के
Manohar Lal Khattar vs Bhupinder Hooda On Nehru: केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) दुर्घटनावश देश के पहले प्रधानमंत्री बने, जिस पर कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा ने तीखी आलोचना की. मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के रोहतक में एक सभा में कहा, उनके ( नेहरू) स्थान पर, जो लोग इस पद के हकदार थे, वे सरदार वल्लभाई पटेल और डॉ. बीआर आंबेडकर थे.
टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, हुड्डा ने कहा कि जो खुद एक आकस्मिक मुख्यमंत्री बन गया, उसे ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए.कार्यक्रम में बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने डॉ. आंबेडकर की विरासत का सम्मान करने में भाजपा की भूमिका के बारे में बात की. उन्होंने कहा, संविधान हमारा पवित्र ग्रंथ है और हमें इसे आकार देने में डॉ. अंबेडकर के योगदान को हमेशा याद रखना चाहिए. हमें समय के साथ इस पर विचार करना चाहिए. डॉ. आंबेडकर को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, उदाहरण के लिए, उनकी मृत्यु के बाद उनके दिल्ली में दाह संस्कार के लिए एक स्थान तक नहीं दिया गया. हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद, आंबेडकर के नाम से जुड़े पांच पवित्र स्थानों की स्थापना की गई. इस कार्यकाल के दौरान डॉ.आंबेडकर के प्रति सम्मान का एक बड़ा प्रदर्शन हुआ, जो पहले कभी नहीं हुआ था.
दिल्ली चुनाव पर क्या बोले?यह बयान पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की आयु में निधन के कुछ सप्ताह बाद आया. उनकी मृत्यु के बाद, दाह संस्कार स्थल पर एक स्मारक बनाने को लेकर विवाद शुरू हो गया, जैसा कि सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए प्रथा रही है. दिल्ली में 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, मनोहर लाल ने भाजपा की जीत पर भरोसा जताया. उन्होंने शुक्रवार को कहा था, इस बार (अरविंद) केजरीवाल और उनकी पार्टी दिल्ली में सरकार नहीं बना पाएगी. बीजेपी गति पकड़ रही है और अच्छा प्रदर्शन करेगी. पिछले साल अक्टूबर में भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की थी और नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद संभाला था.
दुनिया की 5 सबसे महत्वपूर्ण नहरें कौन सी हैं? जानिए कैसे बरसता है इनसे पैसा
World s Five Important Canals: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पनामा नहर को लेकर बयान सुर्ख़ियों में हैं. मगर क्या आप जानते हैं दुनिया की पांच बड़ी और ऐतिहासिक नहरों के बारे में? वैसे तो दुनिया भर में सैकड़ों नहरें हैं, लेकिन ये 5 नहरें बहुत ख़ास हैं. इनकी वजह से न सिर्फ इन देशों की अर्थव्यवस्था चल रही है, बल्कि दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्था इन नहरों से जुड़ी हुई है. साफ शब्दों में कहें तो ये वो नहरें, जिनसे पैसा बरसता है.
ग्रैंड कैनाल ऑफ़ चाइनास्वेज़ या पनामा नहर भले ही सुर्ख़ियों में रहती हों लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी नहर चीन में है. ये है Grand Canal Of China, जो बीजिंग को हांगझाऊ से जोड़ती है. 1776 किलोमीटर लंबी ये नहर यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल है. उसकी वजह ये है कि इसे 330 साल ईसा पूर्व से बनाया जाना शुरू हुआ और ये चीन के पांच नदी घाटियों को आपस में जोड़ती है. इस नहर ने चीन के व्यापार, कृषि और सांस्कृतिक आदान प्रदान में अपने योगदान से चीन और उसके भूगोल को एक नई शक्ल दी. इसे औद्योगिक क्रांति से पहले दुनिया का सबसे व्यापक सिविल इंजीनियरिंग प्रोग्राम माना जाता है.
स्वेज़ नहरदूसरे स्थान पर आती है मिस्र की स्वेज़ नहर (Suez Canal). 193.30 किलोमीटर लंबी ये नहर वर्ष 1869 में बनकर तैयार हुई. मिस्र से होकर गुज़रती हुई स्वेज़ नहर भूमध्य सागर को स्वेज़ की खाड़ी से जोड़ती है. स्वेज़ नहर के बनने से पहले यूरोप से एशिया तक समुद्री मार्ग से जाना बहुत लंबा होता था और तब अफ्रीका के केप ऑफ़ गुड होप से होकर जहाज़ गुज़रते थे, लेकिन इस नहर के बनते ही यूरोप एशिया से सीधे जुड़ गया. इसी वजह से ये नहर दुनिया में सबसे समुद्री व्यापार के सबसे व्यस्त मार्गों में से है. ये नहर इजिप्ट की मुख्य भूमि को उसके सिनाई पेनिनसुला से अलग करती है.
पनामा नहरतीसरे स्थान पर है पनामा नहर (Panama Canal), जो साल 1914 में बनी. पनामा ने अपनी इस नहर को बनाने और उसे ऑपरेट और सुरक्षा देने का काम अमेरिका को दिया. साल 1999 से ये नहर फिर पनामा के हाथ में है. ये नहर अटलांटिक महासागर को प्रशांत महासागर से जोड़ती है और दुनिया का 5% समुद्री व्यापार इसी नहर से होता है.
अमेरिका की इयरी कैनालअमेरिका की इयरी कैनाल (Eyrie Canal) भी दुनिया की ख़ास नहरों में से एक है. अमेरिका के Great Lakes को अटलांटिक महासागर से जोड़ने वाली ये नहर 584 किलोमीटर लंबी है और ऑल्बनी से बफैलो तक जाती है. साल 1817 से 1825 के बीच बनी इस नहर ने अमेरिका के सामाजिक आर्थिक बदलाव में बड़ी भूमिका निभाई है. अमेरिका के मिडवेस्ट का आर्थिक विकास इस पर निर्भर रहा. इसके ज़रिए कम लागत में कुदरती संसाधनों को अमेरिका के दूसरे राज्यों तक पहुंचाया गया. अमेरिका की आर्थिक राजधानी न्यू यॉर्क की आर्थिक ताक़त और औद्योगीकरण के पीछे इस नहर का सबसे बड़ा हाथ रहा.
The Karakum Canalएक और ऐतिहासिक और बड़ी नहर है तुर्कमेनिस्तान की कराकुम कैनाल. जब तुर्कमेनिस्तान तत्कालीन सोवियत संघ का हिस्सा हुआ करता था, तब इस नहर का निर्माण हुआ. साल 1954 में बननी शुरू हुई और 1988 में इस पर काम पूरा हुआ. सोवियत संघ ने अमू दरिया नदी से पानी निकालने के लिए इस नहर का निर्माण किया था. बाद में इसे कैस्पियन सागर तक बढ़ा दिया गया. तुर्कमेनिस्तान की अर्थव्यवस्था को बदलने में इस नहर का बड़ा योगदान रहा है.
मैं जहां हूं, वहां सर्वशक्तिमान ईश्वर की वजह से ही हूं : इस्कॉन के गुरु प्रसाद स्वामी से बोले गौतम अदाणी
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस यानी इस्कॉन (ISKCON) के गुरु प्रसाद स्वामी जी के साथ मुलाकात में कहा कि कभी-कभी जब मैं अपनी आंखें बंद करता हूं, तो मैं सोचता हूं कि मैं सिर्फ अपनी योग्यता के कारण नहीं, बल्कि सर्वशक्तिमान ईश्वर की वजह से इस जगह पर हूं. उन्होंने गुरु प्रसाद स्वामी जी से कहा कि, हम आपके जरिए भी समाज की मदद करेंगे. आपके पास एक अद्भुत संगठन और डिलीवरी सिस्टम है, जिसकी पहुंच लाखों लोगों तक है.
बता दें कि इस साल प्रयागराज के महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं को भोजन कराने के लिए अदाणी ग्रुप और इस्कॉन ने हाथ मिलाया है. महाप्रसाद सेवा महाकुंभ मेले की पूरी अवधि के दौरान 13 जनवरी से 26 फरवरी तक दी जाएगी.
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: Adani Group Chairman, Gautam Adani says, Sometimes when I close my eyes, I say that I am sitting in this position not because of my ability but because of the almighty...We will continue to lean on you to help society. You have a wonderful… pic.twitter.com/VZRFc1xaup
— ANI (@ANI) January 12, 2025उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 से 26 फरवरी को महाकुंभ मेले का आयोजन होने जा रहा है. अदाणी ग्रुप ने महाकुंभ में पुण्य कमाने के लिए एक बड़ी पहल की है. अदाणी ग्रुप ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस यानी इस्कॉन (ISKCON) के साथ मिलकर महाकुंभ में प्रसाद वितरण का फैसला लिया है. महाप्रसाद सेवा पूरे महाकुंभ के आयोजन तक चलेगी.
महाप्रसाद सेवा के बारे में गौतम अदाणी ने एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी दी. गौतम अदाणी ने लिखा, कुंभ सेवा की वो तपोभूमि है, जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है! यह मेरा सौभाग्य है कि महाकुंभ में हम इस्कॉन इंडिया के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा शुरू कर रहे हैं. इसमें मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से लाखों लोगों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.
कुंभ सेवा की वो तपोभूमि है जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है!
यह मेरा सौभाग्य है कि महाकुम्भ में हम @IskconInc के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा आरम्भ कर रहे हैं, जिसमें मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से लाखों लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
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इस्कॉन के उत्कृष्ट प्रचारकों में शामिल गुरु प्रसाद स्वामी ने कहा, अदाणी ग्रुप हमेशा कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और सामाजिक सेवा का एक चमकदार उदाहरण रहा है, जो चीज गौतम अदाणी को उत्कृष्ट बनाती है, वह उनकी विनम्रता है. वह कभी इंतजार नहीं करते हैं. वह नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने के लिए आगे बढ़ते हैं. हम उनके योगदान के लिए बेहद आभारी हैं. उनका काम हमें समाज को वापस देने और मानवता की सेवा में एकजुट होने के लिए प्रेरित करता है.
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साल की शुरुआत में भारत को मिलीं दो बड़ी कूटनीतिक कामयाबियां
सन 2025 की शुरुआत में भारत को दो बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली हैं. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान जाने का कार्यक्रम टाल दिया और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति प्रोबोबो सुविआंतो (Prabowo Subianto) मुख्य अतिथि होंगे. मालदीव का चीन के चंगुल से निकलना भी भारत की कूटनीतिक कामयाबी है.
गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर इस बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रोबोबो सुविआंतो भारत आ रहे हैं. इंडोनेशिया और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं. यह सांस्कृतिक और आर्थिक तौर पर भी दोनों देशों के रिश्ते अच्छे हैं. यही वजह है कि 1950 से लेकर अब तक चौथी बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस परेड पर मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया है.
इस बीच भारत को तब एक बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रोबोबो सुविआंतो ने भारत के बाद पाकिस्तान जाने के अपने कार्यक्रम को टाल दिया. माना जा रहा है कि ऐसा भारत के ऐतराज पर किया क्योंकि भारत नहीं चाहता कि गणतंत्र दिवस का उसके मुख्य अतिथि भारत के बाद सीधे पाकिस्तान जाएं क्योंकि पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद की नीति से बाज नहीं आ रहा.
भारत डि-हाइफनेशन के सिद्धांत पर मजबूती से बढ़ता जा रहा है. इंडोनेशिया दुनिया की सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है. राष्ट्रपति प्रोबोबो का दौरा टाला जाना पाकिस्तान के लिए झटका है.
इस बीच यह भी खबर आई कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी अचानक मालदीव के दौरे पर पहुंचे और राष्ट्रपति मुईज़्ज़ू से मुलाकात की. दरअसल चीन के विदेश मंत्री का अचानक चीन दौरा इस लिहाज से दिलचस्प है क्योंकि भारत और मालदीव दोस्ती की पुरानी राह पर चल पड़े हैं. इससे चीन परेशान हो रहा है क्योंकि उसने मालदीव को पूरी तरह से अपने प्रभाव में लेने की कोशिश की. लेकिन राष्ट्रपति मुईज़्ज़ू को ये बात समझ में आ गई कि चीन चालाकी कर रहा है, मालदीव का असल मददगार भारत ही है.
मालदीव चीन के चंगुल से निकल गया है जो कि भारत की कूटनीतिक कामयाबी है. मालदीव मुईज़्जू की जीत के बाद चीन से नजदीकी बढ़ा रहा था. भारत संयम के साथ अपनी नीति को लेकर आगे बढ़ता रहा. मालदीव और भारत के रिश्ते फिर से मजबूत होते देखकर चीन के बेचैन विदेश मंत्री वांग यी मालदीव पहुंचे. उन्होंने मालदीव में चीन की परियोजनाओं पर तेज़ी का भरोसा दिया.
भारत के साथ 400 मिलियन डॉलर करेंसी स्वाप समझौते से मालदीव को मदद मिलेगी. मालदीव के गिरते विदेशी मुद्रा कोष को भारत ने सहारा दिया है.
आशिकी-3 में तृप्ति डिमरी हैं या नहीं...जानना चाहते हैं तो यहां है लेटेस्ट अपडेट
पिछले कुछ दिनों से ही तृप्ति डिमरी के आशिकी 3 से बाहर होने की खबरें चल रही थीं. ये खबरें तब आईं जब एक्ट्रेस ने कार्तिक आर्यन की इस फिल्म के लिए लुक टेस्ट दिया था और मुहूर्त शूट के लिए परफॉर्म भी किया था. इन दावों के बीच आशिकी 3 के डायरेक्टर अनुराग बसु ने इन खबरों को गलत बताया और कहा, यह सच नहीं है . साथ ही उन्होंने कहा, तृप्ति भी यह जानती हैं. डायरेक्टर के पॉजिटिव कमेंट के बाद यह साफ है कि तृप्ति डिमरी अनुराग बसु की आशिकी 3 में कार्तिक आर्यन के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करती नजर आएंगी.
अनुराग बसु के इस बयान ने पता चलता है कि कैसे नेगेटिव पब्लिसिटी एक सेलिब्रिटी की इमेज को नुकसान पहुंचाती है. इससे कई बार गलत अफवाहें भी उड़ने लगती हैं. हालांकि चल रहे दावों के बीच तृप्ति डिमरी ने चुप रहना ठीक समझा और ऐसा लग रहा है कि वो सोच रही हैं कि उनका काम बोले तो ही ठीक होगा. इसके अलावा अनुराग बसु के क्लैरिफिकेशन से यह साफ है कि तृप्ति डिमरी आशिकी 3 में रोल के लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं.
पिछले दो सालों से तृप्ति डिमरी लगातार काम कर रही हैं! एक्ट्रेस को ब्लॉकबस्टर फिल्म एनिमल से काफी फेम मिला. 2024 में उन्होंने कई फिल्में रिलीज कीं जिनमें विक्की विद्या का वो वाला वीडियो , बैड न्यूज़ , लेटेस्ट हिट भूल भुलैया 3 और उनकी रोमांटिक क्लासिक फिल्म लैला मजनू की री-रिलीज शामिल हैं.
अब एक्ट्रेस 2025 की शुरुआत कई फिल्मों के साथ धमाकेदार तरीके से करने के लिए तैयार है. तृप्ति डिमरी साजिद नाडियाडवाला की अगली फिल्म में शाहिद कपूर के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करती नजर आएंगी. एक्ट्रेस ने विशाल भारद्वाज के डायरेक्शन में बनी फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है. बाद में वह सिद्धांत चतुर्वेदी के साथ धड़क 2 में नजर आएंगी. तृप्ति डिमरी के पास इम्तियाज अली की द इडियट ऑफ इस्तांबुल भी है जिसके बाद अर्जुन उस्तारा है.