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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड में एक सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को निकालने की प्रक्रिया में प्राकृतिक चुनौतियों के बावजूद सरकार उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने का निरंतर प्रयास कर रही है. मोदी ने पिछले 15 दिनों से उत्तराखंड में एक सुरंग में फंसे श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए ‘कोटि दीपोत्सवम में प्रार्थना की. ‘कोटि दीपोत्सवम हिंदू कार्तिक माह के दौरान दीप प्रज्वलित करने का एक धार्मिक कार्यक्रम है.
उन्होंने कहा कि सरकार श्रमिकों को सुरक्षित और जल्द से जल्द निकालने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. मोदी ने कहा, “लेकिन, हमें इस राहत और बचाव अभियान को बहुत सतर्कता के साथ पूरा करना है. इस प्रयास में प्रकृति हमें लगातार चुनौतियां दे रही है, लेकिन हम मजबूती से डटे हैं. हम 24 घंटे प्रयास कर रहे हैं. हमें उन श्रमिकों की यथाशीघ्र सुरक्षित निकासी के लिए प्रार्थना करनी होगी.”
उन्होंने कहा कि सरकार और सभी एजेंसियां मिलकर श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. उन्होंने कहा, “आज जब हम ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं और मानव कल्याण की बात कर रहे हैं, तो हमें उन सभी श्रमिक भाइयों के लिए भी प्रार्थना करनी है, जो पिछले दो सप्ताह से उत्तराखंड में एक सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं.”
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के परिजनों को यह साहस देने की जरूरत है कि पूरा देश उनके साथ है. उन्होंने प्रार्थना की कि ‘देव दीपावली और ‘कोटि दीपोत्सवम में जलाया गया हर दीपक उन फंसे हुए श्रमिकों के जीवन में जल्द से जल्द रोशनी लाये. सिलक्यारा में सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद 12 नवंबर को 41 मजदूर इसमें फंस गए थे. इस घटना को अब 15 दिन हो गए हैं. घटना के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था, लेकिन ड्रिलिंग में बाधाओं के कारण काम में देरी हुई.
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जी-20 समूह के शेरपा अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए अपनी वृद्धि दर में तेजी लाने और वैश्विक दक्षिण के साथ साझेदारी में काम करने की जरूरत है. कांत ने कानूनी सहायता तक पहुंच पर पहले क्षेत्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अगले दो दशकों को भारत की वृद्धि गाथा के लिहाज से सबसे अहम माना जा रहा है.
उन्होंने कहा कि नीति आयोग के ‘रोडमैप के हिसाब से भारत वर्ष 2047 तक 30 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला विकसित देश होगा और इसकी प्रति व्यक्ति आय लगभग 18,000 डॉलर होगी. कांत ने कहा, यदि हम सतत वृद्धि के इस स्तर को हासिल करना चाहते हैं तो हमें वैश्विक दक्षिण के साथ साझेदारी में काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वैश्विक दक्षिण इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि इस साल दुनिया की 80 प्रतिशत वृद्धि उभरते बाजारों और वैश्विक दक्षिण के देशों से ही आएगी.
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) का हवाला देते हुए कहा कि अगले दो दशकों में वैश्विक वृद्धि का लगभग दो-तिहाई हिस्सा उभरते बाजारों से आएगा. उन्होंने कहा, इसी साल दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले छह देश अफ्रीका से हैं. इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम सबको न्याय सुनिश्चित कर पाएं. इसके बगैर यह वृद्धि संभव और व्यवहार्य नहीं होगा. उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए एक भरोसेमंद, विश्वसनीय, प्रभावी और समय पर विवाद समाधान ढांचा जरूरी है.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तेलंगाना को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के चंगुल से छुड़ाएगी और उनकी पार्टी ने चंद्रशेखर राव नीत दल के भ्रष्ट नेताओं को जेल भेजने का संकल्प लिया है. महबूबाबाद और करीमनगर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘बीआरएस के चंगुल से तेलंगाना को छुड़ाना भाजपा अपनी जिम्मेदारी मानती है...केसीआर (मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव) ने यहां जो भी घोटाले किये हैं, (सत्ता में आने पर) भाजपा सरकार उनकी जांच कराएगी.
प्रधानमंत्री ने यह भी वादा किया कि तेलंगाना के गरीबों और युवाओं से विश्वासघात करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमने बीआरएस के भ्रष्ट लोगों को जेल भेजने का संकल्प लिया है. मोदी ने कहा कि राज्य में चुनाव प्रचार करने के तीन दिनों के दौरान कई लोगों से बातचीत करने का उन्हें अवसर मिला. उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोग केसीआर सरकार को उखाड़ फेंकने का पहले ही संकल्प ले चुके हैं.
कांग्रेस और बीआरएस पर प्रहार करते हुए मोदी ने दोनों दलों को तेलंगाना को ‘बर्बाद करने के लिए समान रूप से जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘‘तेलंगाना के लोग एक बीमारी से निजात पाने के बाद दूसरे रोग को फैलने नहीं दे सकते. मोदी ने कहा कि तेलंगाना का भाजपा में विश्वास है और राज्य के लोगों ने निर्णय लिया है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा. पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव को याद करते हुए उन्होंने कहा कि करीमनगर की मिट्टी ने राव के रूप में देश को एक प्रधानमंत्री दिया. मोदी ने आरोप लगाया कि ‘‘कांग्रेस के शाही परिवार को यह पसंद नहीं आया और उसने हर कदम पर उनका अपमान किया.
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा, ‘‘इतना ही नहीं, यहां तक कि राव साहब के निधन के बाद भी, कांग्रेस के शाही परिवार ने नरसिंह राव जी का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. परिवारवादी केवल अपने बच्चों के बारे में सोचते हैं और उन्हें आपके बच्चों की कोई चिंता नहीं है. परिवारवादी पार्टियों द्वारा कानून व्यवस्था को ध्वस्त किये जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस सत्ता में थी, बम विस्फोट की खबरें अक्सर सुनने को मिलती थी. उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि आज, जहां भी कांग्रेस पार्टी सत्ता में है पीएफआई जैसे आतंकी संगठनों को बढ़ावा मिल रहा है.
मोदी ने कांग्रेस और केसीआर के खिलाफ लोगों को आगाह किया तथा दोनों दलों को ‘एक बताया. उन्होंने दावा किया कि केवल भाजपा ही तेलंगाना की प्रतिष्ठा बढ़ा सकती है. बाद में, शाम को मोदी ने राज्य की राजधानी में आरटीएस क्रॉसिंग चौराहे से काचीगुडा तक एक रोडशो किया. मोदी के साथ भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जी किशन रेड्डी और पार्टी के सांसद के. लक्ष्मण भी थे. प्रधानमंत्री का कार्यक्रम के दौरान जोरदार स्वागत किया गया और लोगों ने उन पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं. कुछ महिलाओं ने आरती भी उतारी. मोदी ने काचीगुडा में, स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की.
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गुजरात के भावनगर में दो लोगों द्वारा कथित रूप से बुरी तरह पिटाई किये जाने के बाद 45 वर्षीय एक दलित महिला की मौत हो गयी. इस महिला ने अपने बेटे को इन दोनों के खिलाफ उत्पीड़न के दर्ज मामले को वापस लेने के लिए मनाने से इनकार कर दिया था जिससे वे नाराज थे. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. पुलिस उपाधीक्षक आर आर सिंघल ने बताया कि रविवार शाम को गीताबेन मारू को उनके घर के पास ही दोनों आरोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर स्टील के पाइप से बुरी तरह पीटा था और रविवार सुबह उन्होंने (गीताबेन ने) दम तोड़ दिया.
उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों ने मारू को अपने बेटे को अनुसूचित जाति/जनजाति उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम के तहत उनके खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने के लिए राजी करने तथा समझौता कर लेने को कहा था लेकिन उन्होंने (मारू ने) ऐसा करने से इनकार कर दिया था. सिंघल ने कहा, ‘‘मारू के दम तोड़ने से पहले ही रविवार रात में हमने उनकी शिकायत का संज्ञान ले लिया था और इस हमले को लेकर शैलेष कोली, उसके मित्र रोहल कोली तथा उनके दो अज्ञात साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली थी. हमने उनकी धरपकड़ के लिए तीन टीम गठित की है.
उन्होंने कहा कि भादंसं के तहत हत्या, हमला और आपराधिक धौंसपट्टी तथा अनुसूचित जाति/जनजाति रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. मारू की मौत से नाराज उनके परिवार के सदस्य एवं स्थानीय दलित नेता सर तख्तसिंहजी सामान्य अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गये और उन्होंने धमकी दी कि जबतक इस हमले में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तबतक वे शव नहीं लेंगे.
प्राथमिकी के अनुसार कोली द्वय और उनके साथी रविवार शाम में मारू से उनके घर के पास मिले और उन्होंने उनसे अपने बेटे गौतम को उसकी शिकायत के आधार पर तीन साल पहले दर्ज किये गये मामले को वापस लेने के लिए राजी करने को कहा. पुलिस के मुताबिक जब मारू ने समझौते की उनकी पेशकश ठुकरा दी तब चारों स्टील के पाइप से उन्हें मारने लगे. आरोपियों ने नजदीक की एक दुकान के सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ दिया तथा वहां जुटे लोगों को भगा दिया.
प्राथमिकी के अनुसार चारों ने मारू को बचाने के लिए पहुंचे उनके पति एवं बेटी को धमकाया तथा उन्हें वहां से भागने को मजबूर कर दिया. आरोपियों ने मारू को यह भी धमकी दी कि यदि गौतम पिछले मामले को वापस लेते हुए समझौते के लिए राजी नहीं होता है तो वे उसकी टांगें तोड़ देंगे. पुलिस के अनुसार वहां से जाने से पहले आरोपियों ने घायल महिला को मकान खाली कर अपने परिवार के साथ कहीं और चले जाने का कहा. मारू को परिवार के सदस्यों ने एंबुलेंस मंगाकर अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया कि उनके बाये हाथ और बाये पैर में चार जगह पर हड्डियां टूट गयी हैं तथा उनके पीठ एवं कमर में भी चोट लगी है.
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कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोमवार को विश्वास जताया कि उनकी पार्टी राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में पूर्ण बहुमत के साथ विधानसभा चुनाव जीतेगी. उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तेलंगाना के लोग 30 नवंबर के चुनाव में कांग्रेस को वोट देंगे. पायलट ने दावा किया, “तीन राज्यों- छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहां चुनाव संपन्न हो चुके हैं, कांग्रेस स्पष्ट और पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है.”
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि तेलंगाना में कांग्रेस की “अच्छी” सरकार बनेगी और घोषणापत्र में किए गए वादे (छह गारंटी के साथ) समयसीमा में लागू किए जाएंगे. पायलट ने कहा, “हम यहां (तेलंगाना) एक पारदर्शी और संवेदनशील सरकार चलाएंगे.” उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस बहुत आगे है और लोग तेलंगाना में पार्टी को भारी बहुमत का आशीर्वाद देंगे. कांग्रेस नेता ने कहा, “राहुल गांधी, प्रियंका और मल्लिकार्जुन खरगे (चुनाव प्रचार के दौरान) जो कह रहे हैं, उस पर लोग भरोसा करते हैं.”
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों से सत्ता में रहने के बावजूद तेलंगाना के मुख्यमंत्री (के. चंद्रशेखर राव), मंत्रियों और सत्तारूढ़ दल के नेताओं के पास राज्य में विकास के मामले में गर्व करने के लिए कुछ भी नहीं है. पायलट ने कहा कि (बीआरएस सरकार के खिलाफ) भ्रष्टाचार के आरोपों से लोग तंग आ चुके हैं और वे बदलाव चाहते हैं. उन्होंने तेलंगाना राज्य के निर्माण में सबसे पुरानी पार्टी की भूमिका और तेलंगाना के गठन से पहले अविभाजित आंध्र प्रदेश के विकास में कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के योगदान को भी याद किया.
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दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए परिचालन को बेहतर करने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) पर आधारित विश्लेषण और कैमरा-आधारित समाधानों का इस्तेमाल किया जाएगा. देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे का परिचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विदेह कुमार जयपुरियार ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में यह जानकारी दी. जयपुरियार ने कहा, हम परिचालन के लिए अधिक डिजिटल समाधान अपनाने के बारे में सोच रहे हैं. ये समाधान इंटरनेट-ऑफ-थिंग्स (आईओटी) और कृत्रिम मेधा पर आधारित हो सकते हैं. हम हवाई अड्डा परिचालन को बेहतर करने के लिए अनुमानपरक विश्लेषण का इस्तेमाल करेंगे.
दिल्ली हवाई अड्डे पर प्रतिदिन करीब 1,500 उड़ानें संचालित होती हैं. यहां पर यात्रियों की आवाजाही भी चालू वित्त वर्ष के अंत तक बढ़कर सात करोड़ से अधिक हो जाने का अनुमान है. इस हवाई अड्डे पर तीन टर्मिनलों- टी1, टी2 और टी3 से उड़ानें संचालित होती हैं. डायल हवाई अड्डे पर बढ़ती आवाजाही को देखते हुए अपना परिचालन स्तर सुधारने की कोशिश में है. दरअसल पिछले साल सर्दियों के मौसम में हवाई अड्डे पर यात्रियों को भीड़ बढ़ने से काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा था.
जयपुरियार ने कहा कि पिछले साल की घटना के 15 दिनों के भीतर ही हवाई अड्डे पर यात्री प्रवेश द्वारों की संख्या बढ़ा दी गई थी.इसके अलावा यूरोप में इस्तेमाल होने वाली हवाई अड्डा परिचालन केंद्र (एपीओसी) प्रणाली भी लागू की जा रही है. इस प्रणाली की मदद से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि किसी खास समय में हवाई अड्डे पर कितने यात्री मौजूद रह सकते हैं. इसके आधार पर जरूरी तैयारियां पहले से ही की जा सकती हैं. डायल प्रमुख ने कहा, इस प्रणाली से प्रबंधन को दिन भर का अनुमान मिल जाएगा जिसे संबंधित हितधारकों के साथ साझा करके जरूरी लोग तैनात किए जा सकते हैं. हम इसे लागू करने की प्रक्रिया में हैं.
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को दावा किया कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के खिलाफ ‘‘गुस्से का माहौल है और लोग नहीं चाहते कि के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में वापस आये. हुजूराबाद में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान तेलंगाना का दौरा किया और दावा किया कि बीआरएस सरकार के खिलाफ ‘‘गुस्से का माहौल जहां ‘‘कोई नहीं चाहता कि केसीआर सरकार सत्ता में वापस आए.
‘परिवारवाद शासन को लेकर बीआरएस और कांग्रेस पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि अगर लोग भाजपा को चुनते हैं, तो मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग से बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर जनता बीआरएस या कांग्रेस को वोट देती है तो, मुख्यमंत्री एक विशेष परिवार से होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेलंगाना में पिछड़ा वर्ग से मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है. शाह ने कहा, ‘‘इसलिए, बीआरएस को वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) देने का समय आ गया है और उनके वाहन (बीआरएस के चुनाव चिह्न कार) को गैरेज में भेजने का समय आ गया है.
शाह ने भीड़ से पूछा, ‘‘30 नवंबर को इस केसीआर सरकार को बदलना है या नहीं? पिछड़ी जाति के सदस्य को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए या नहीं? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीआरएस सरकार को हटाने के लिए भाजपा को चुनना होगा. शाह ने अपना आरोप दोहराया कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस और कांग्रेस के बीच केसीआर को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए एक सौदा हुआ है और केसीआर बाद में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने में मदद करेंगे. शाह ने कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री का पद खाली नहीं है. 2024 में भी नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में जीते कांग्रेस विधायक बीआरएस में शामिल हो गए. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस के लिए वोट का मतलब बीआरएस और भ्रष्टाचार के लिए वोट है. शाह ने कहा कि कांग्रेस, बीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) वंशवादी पार्टियां हैं और आरोप लगाया कि ये तीनों पार्टियां भ्रष्टाचार में विश्वास करती हैं तथा उन्हें वोट देने का मतलब भ्रष्टाचार को वोट देना है.
उन्होंने अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में शामिल होने के लिए तीनों पार्टियों पर निशाना साधा. शाह ने आरोप लगाया कि केसीआर 17 सितंबर को, जिस दिन हैदराबाद रियासत का 1948 में भारतीय संघ में विलय हुआ था, ‘‘ओवैसी के डर से हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में नहीं मनाते हैं. शाह ने कहा, ‘‘ओवैसी के डर से उन्होंने (केसीआर) अल्पसंख्यकों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया और हम चार फीसदी मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे तथा इसका लाभ ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग), एससी (अनुसूचित जाति) और एसटी (अनुसूचित जनजाति) को देंगे.
उन्होंने मोदी नीत सरकार द्वारा तेलंगाना में किए गए विकास कार्यों का उल्लेख किया. शाह ने विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की तेलंगाना इकाई के घोषणापत्र पर भी प्रकाश डाला, जिसमें पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य में पिछड़ी जाति के नेता को मुख्यमंत्री बनाना, ईंधन की कीमतों पर वैट (वस्तु एवं सेवा कर) में कमी और अयोध्या में भगवान राम के निशुल्क दर्शन की व्यवस्था करने का वादा शामिल है. भाजपा नेता ने लोगों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि मौजूदा विधायक एटाला राजेंद्र को हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र से भारी बहुमत से जीत दिलाएं. राजेंद्र गजवेल निर्वाचन क्षेत्र में भी केसीआर को टक्कर दे रहे हैं.
शाह ने लोगों से आग्रह किया, ‘‘मुझे पता है कि राजेंद्र हुजूराबाद से जीतने जा रहे हैं और आप उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे. उनकी (राजेंद्र) जीत का अंतर इतना अधिक होना चाहिए कि केसीआर को एक संकेत जाना चाहिए. शाह ने कहा, ‘‘उनकी (राजेंद्र) गलती क्या थी, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार और परिवारवाद का विरोध किया था, इसलिए उन्हें केसीआर ने निशाना बनाया.
बीआरएस के वरिष्ठ नेता रहे राजेंद्र को जमीन हड़पने के आरोप में केसीआर ने पूर्व में राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया था. राजेंद्र ने आरोपों को खारिज कर दिया था और विधायक पद छोड़ दिया था. वह भाजपा में शामिल हो गए थे और बाद में उपचुनाव जीता था.
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राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार शाम गरज के साथ बारिश हुई और ओले गिरे, जिसके परिणामस्वरूप वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार आया. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से दो डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं, न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से तीन डिग्री सेल्सियस कम है.
दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सचूकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 395 और रात नौ बजे 391 दर्ज किया गया. शाम चार बजे रिकार्ड किया जाने वाला औसत एक्यूआई रविवार को 395 था. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा , 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक , 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम , 201 से 300 के बीच को ‘खराब , 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब , और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर माना जाता है.
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को आर्द्रता का स्तर 61 से 100 प्रतिशत के बीच रहा. मौसम विज्ञानियों ने मंगलवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाये रहने और सुबह में हल्का से लेकर मध्यम कोहरा छाये रहने का पूर्वानुमान किया है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: करीब 25 डिग्री सेल्सियस और 12 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है.
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कनाडा में रहने वाले आतंकवादी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला द्वारा संचालित गिरोह के पांच सदस्यों को सोमवार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दावा किया कि ये लोग पंजाबी गायक एली मंगत को मारने की योजना बना रहे थे. अर्शदीप का प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) से संबंध है और वह हत्या, जबरन वसूली, लक्षित हत्याओं तथा आतंकी मॉड्यूल चलाने जैसे जघन्य अपराधों के मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और पंजाब पुलिस को वांछित है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों की पहचान राजप्रीत सिंह, वीरेंद्र सिंह, सचिन भाटी, अर्पित धनखड़ और सुशील प्रधान के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि राजप्रीत और वीरेंद्र को दिल्ली के मयूर विहार में एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसमें वीरेंद्र को पैर में गोली लग गई. अधिकारियों ने कहा कि दोनों पंजाबी गायक एली मंगत को मारने की योजना बना रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों ने अक्टूबर में पंजाब के बठिंडा में एक प्रयास किया था, लेकिन असफल रहे क्योंकि गायक घर पर नहीं थे.
पुलिस ने कहा कि उनके पास से दो रिवॉल्वर, 13 कारतूस, एक हथगोला और चोरी की एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार दोनों बदमाशों द्वारा किए गए खुलासे के आधार पर गिरोह को रसद मुहैया कराने वाले तीन लोगों-सचिन भाटी, अर्पित धनखड़ और सुशील प्रधान को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि केटीएफ का आतंकवादी अर्शदीप सिंह दिल्ली-एनसीआर में कुछ बड़े आतंकी हमलों और लक्षित हत्याओं की साजिश कर रहा है. अधिकारियों के अनुसार, रविवार को सूचना मिली थी कि अर्शदीप के दो शूटर किसी जघन्य अपराध को अंजाम देने के वास्ते पैसे और अवैध हथियार इकट्ठा करने के लिए रात करीब 11 बजे नोएडा लिंक रोड पर अक्षरधाम मंदिर की ओर आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, मयूर विहार इलाके में तैनात एक टीम ने आरोपियों को बाइक पर आते देखा. टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी कर दी. आरोपियों ने पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से दो पुलिसकर्मियों की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगीं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, जवाबी कार्रवाई में, पुलिस टीम ने छह गोलियां चलाईं. गोलीबारी के दौरान, गोली वीरेंद्र सिंह के दाहिने पैर में लग गई.
उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के बाद दोनों आरोपियों को इलाज के लिए एलबीएस अस्पताल ले जाया गया. पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि राजप्रीत और वीरेंद्र दोनों अर्शदीप के शार्पशूटर थे. आरोपी व्यक्ति उसके नियमित संपर्क में थे और उसके कहने पर वे दिल्ली/एनसीआर में कुछ बड़े आतंकी हमलों और लक्षित हत्याओं को अंजाम देने की योजना बना रहे थे.
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अर्शदीप के भाई की आत्महत्या का बदला लेने के लिए परमजीत सिंह की हत्या कर दी थी. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जुलाई में उन्हें उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी कविंद्र कुमार पर गोली चलाने का काम सौंपा गया, क्योंकि वह रंगदारी की रकम देने को तैयार नहीं था. उन्होंने बताया कि इन बदमाशों को पंजाब के एक अपराधी नवदीप चट्ठा को खत्म करने का भी निर्देश दिया गया था, जिसे मुक्तसर साहिब की अदालत में उपस्थित होना था.
मोगा के डल्ला गांव का मूल निवासी गैंगस्टर अर्शदीप एनआईए और पंजाब पुलिस को वांछित है. वह अभी कनाडा में है. अधिकारियों के अनुसार, उस पर सीमावर्ती राज्य पंजाब में हुई कई लक्षित हत्याओं में शामिल होने के साथ-साथ पाकिस्तान से लाए जाने के बाद राज्य में आतंकी मॉड्यूल को आरडीएक्स, आईईडी, एके-47 और अन्य हथियारों तथा गोला-बारूद की आपूर्ति करने का भी आरोप है. मई 2022 में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. इसी साल जनवरी में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उसे आतंकवादी घोषित किया था. अधिकारियों के अनुसार, कई आतंकवादियों और गैंगस्टर के ठिकाने कनाडा में हैं और वे लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या सहित भारत में जघन्य अपराधों में शामिल रहे हैं.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत सोमवार देर शाम मथुरा के फरह क्षेत्र में स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली नगला चंद्रभान (दीनदयाल धाम) पहुंचे.
वह धाम के विश्राम गृह में ही रात गुजारेंगे एवं मंगलवार को परखम गांव में 200 करोड़ रुपये की लागत वाले दीनदयाल गौ-विज्ञान, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के प्रथम चरण में पूर्ण हुए 20 करोड़ के कार्यां का लोकार्पण करेंगे.
ब्रज प्रांत के सह प्रचार प्रमुख कीर्ति कुमार ने बताया कि संघ प्रमुख डॉ० मोहन भागवत मंगलवार को दोपहर दो बजे 20 करोड़ की लागत से सर्वप्रथम निर्मित दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के प्रशासनिक भवन, क्लास रूम और बायोगैस जनरेटर चलित बुनकर केंद्र का लोकार्पण करेंगे.
कुमार के अनुसार संघ प्रमुख इस अवसर पर आयुष पशु चिकित्सा संस्थान का शिलान्यास, पाठ्य पुस्तक विमोचन, गाय के आधार पर बनी फिल्म ‘गोदान के पोस्टर का भी विमोचन करेंगे.
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर वात्सल्य ग्राम संस्थापक साध्वी ऋतम्भरा एवं हंस फाउण्डेशन की मंगल माता अपने आशीर्वचन देंगी और आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य शंकर लाल भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे.
संघ प्रमुख के स्वागत के लिए दीनदयाल गऊ ग्राम परखम सजधज कर तैयार हो गया है. जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए हैं. गांव के मुख्य मार्ग से लेकर लोकार्पण स्थल तक परखम रोड के दोनों ओर भगवा पताकाएं लहरा रही हैं. कार और बस से आने वाले स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं के लिए सभा स्थल तक पहुंचने के अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं. पार्किंग भी अलग-अलग रहेगी.दीनदयाल धाम की दीनदयाल कामधेनु गौशाला समिति के निदेशक सोनपाल सिंह ने बताया कि मथुरा के परखम गांव में गौ-विज्ञान, अनुसंधान एवं प्रशिक्षक केंद्र में आगामी दो वर्ष में दो सौ करोड़ की लागत से 15 अन्य प्रशिक्षण केंद्र और प्रकल्प स्थापित किए जाएंगे. उनका कहना था कि इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह ऐसा अनूठा केन्द्र होगा, जहाँ गौवंश नस्ल सुधार, पंचगव्य की गुणवत्ता सुधार पर विश्वस्तरीय अनुसंधान कार्य किए जाएंगे. उनके अनुसार गौ-विज्ञान, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र गाय से संबंधित विभिन्न विषयों पर अनुसंधान कार्य करेगा और गव्य उद्यमिता विकसित करने के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा.
उन्होंने कहा कि यह विश्वपटल पर गाय से मनुष्यों के संवर्धन का उच्चतम मानक स्थापित करेगा तथा यहां विभिन्न विश्वस्तरीय प्रयोगशालाओं जैसे ‘ट्रॉसलेशनल रिसर्च सेन्टर‘, ‘मौलिक्यूलर बायोलॉजिकल टेस्टिंग लैब और ‘एनिमल लैब का निर्माण किया जाएगा.

दिल्ली में मौसम (Delhi Weather Report) ने एक बार फिर से करवट बदली है. सोमवार शाम को दिल्ली में तेज गरज के साथ जोरदार बारिश (Delhi Rainfall) हुई. भारी बारिश और बिजली गिरने के कारण दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) पर फ्लाइट ऑपरेशन (Flight Operation) प्रभावित हुआ है. कम से कम 16 फ्लाइट को खराब मौसम के कारण सोमवार शाम को डायवर्ट किया गया. दिल्ली एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि शाम 6 से 8 बजे के बीच इन फ्लाइट को ‘डायवर्ट किया गया. अधिकारी ने कहा कि 10 फ्लाइट को जयपुर, 3 को लखनऊ, 2 को अमृतसर और एक को अहमदाबाद भेज दिया गया. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एअर इंडिया की 5 फ्लाइट को दूसरे स्थानों पर भेजा गया. इनमें सिडनी से आ रही एक उड़ान को जयपुर भेजा गया है.
समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि गुवाहाटी से दिल्ली जाने वाली विस्तारा की फ्लाइट UK742 को खराब मौसम और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (दिल्ली एयरपोर्ट) पर एयर ट्रैफिक के कारण जयपुर डायवर्ट किया गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोलकाता से दिल्ली जाने वाली विस्तारा की एक दूसरी फ्लाइट UK778 को भी दिल्ली एयरपोर्ट पर ट्रैफिक के कारण दिन में लखनऊ की ओर डायवर्ट किया गया था.IndiGo ने जारी की एडवाइजरी
दिल्ली में बारिश और दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्र्रैफिक की वजह से IndiGo Airline ने एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है. इसमें बताया गया है कि भारी बारिश के कारण दिल्ली में फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित हुआ है.
#6ETravelAdvisory : Flight operations to/from #Delhi are impacted due to heavy rain. You may keep a tab on your flight status by visiting https://t.co/TQCzzykjgA. For any assistance, feel free to DM.
— IndiGo (@IndiGo6E) November 27, 2023IndiGo Airline ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, भारी बारिश के कारण दिल्ली से या दिल्ली के लिए उड़ान संचालन प्रभावित हुआ है. आप ://bit.ly/2EjJGGT पर जाकर अपनी उड़ान की स्थिति पर नजर रख सकते हैं. किसी भी मदद के लिए डीएम से संपर्क करें.
एयर क्वालिटी में सुधार की उम्मीद
बारिश के बाद दिल्ली के प्रदूषण स्तर में कुछ कमी की उम्मीद जताई जा रही है. क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने दिल्ली और आसपास के कुछ इलाकों में सोमवार को हल्की बारिश की भविष्यवाणी की थी. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की वजह से आसमान में धुंध छाई हुई है. रविवार को AQI में मामूली कमी के बाद सोमवार को फिर से दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया. ये गंभीर श्रेणी में आता है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI 450 से ज्यादा दर्ज किया गया.
मंगलवार को भी छाए रहेंगे बादल
समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा कि दिल्ली पर बादल मंगलवार तक बने रहेंगे. सेंट्रल पाकिस्तान पर इंटेंस सर्कुलेशन के कारण बने पश्चिमी विक्षोभ से दिल्ली पर बादल छा गए हैं.
उन्होंने कहा, न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक है.
दिन की शुरुआत तेज़ हवाओं के साथ हुई और हल्की बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है.
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सुल्तानपुर की सांसद-विधायक (एमपी एमएलए) अदालत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गृह मंत्री अमित शाह के बारे में पांच साल पहले 2018 में कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में 16 दिसंबर को तलब किया है. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता संतोष पांडेय ने यS जानकारी दी. पांडेय ने कहा कि इस मामले की सुनवाई 18 नवंबर को एमपी-एमएलए अदालत के जज योगेश यादव ने की थी.
बहस पूरी होने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था और अगली सुनवाई की तारीख 27 नवंबर तय की थी.
याचिका वर्ष 2018 में दायर की गई थी और सुनवाई पूरी होने में पांच वर्ष लग गए.
भाजपा नेता विजय मिश्रा ने वर्ष 2018 में बेंगलुरु में एक संवाददाता सम्मेलन में शाह के खिलाफ कथित तौर पर ‘आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था.
शिकायतकर्ता ने गांधी की उस टिप्पणी का हवाला दिया था जिसमें कहा गया था कि ईमानदार और स्वच्छ राजनीति में विश्वास करने का दावा करने वाली भाजपा के अध्यक्ष एक हत्या के मामले में आरोपी हैं. जब गांधी ने यह टिप्पणी की तब शाह भाजपा अध्यक्ष थे.
हालांकि, राहुल गांधी की टिप्पणी से लगभग चार साल पहले ही मुंबई की एक विशेष सीबीआई अदालत ने वर्ष 2005 के एक फर्जी मुठभेड़ के मामले में शाह को बरी कर दिया था जब शाह गुजरात के गृह राज्य मंत्री थे.

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Israel-Hamas War)के बीच सीजफायर बुधवार (29 नवंबर) को सुबह 7 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इन दो दिनों में हमास 20 बंधकों को रिहा करेगा. बदले में इजरायल 60 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा. 7 अक्टूबर को इजरायल पर रॉकेट हमलों के बाद हमास के लड़ाके कम से कम 240 लोगों को बंधकर बनाकर ले गए थे. इन बंधकों में 25 वर्षीय इजरायली रोनी क्रिबॉय भी शामिल थे, जो रविवार को हमास के रिहा किए गए लोगों में शामिल थे.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, 25 वर्षीय रोनी क्रिबॉय के रिश्तेदारों ने बताया कि रिहा होने से पहले क्रिबॉय हमास के चंगुल से कुछ देर के लिए बच गया था. जिस बिल्डिंग में उसे बंधक बनाकर रखा गया था, वह इजरायल की गोलीबारी के दौरान ढह गई थी. क्रिबॉय यहां से बचकर निकलने में कामयाब हो गए थे. हालांकि, हमास के लड़ाकों ने उसे दोबारा बंधक बना लिया.
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आउटडोर डांस पार्टी से बनाए गए थे बंधक
क्रिबॉय के परिवार ने कहा, क्रिबॉय एक आउटडोर डांस पार्टी में स्टेज हैंड के रूप में काम करता था. 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने यहां 364 लोगों को मार डाला. हमास के लड़ाके 240 लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे. इनमें क्रिबॉय भी था.
क्रिबॉय के सिर पर आई थीं चोटें
क्रिबॉय की आंटी येलेना मैगिड ने इजरायल के Kan Radio के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने क्रिबॉय की वापसी के बाद उससे बात की. उन्होंने बताया कि हमास के लड़ाकों ने उन्हें बंधक बनाकर एक बिल्डिंग में रखा था. वहां गोलीबारी और बमबारी की गई थी. वहां क्रिबॉय के सिर पर चोटें आई थीं.
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गाजावासियों ने पकड़कर हमास को सौंपा
येलेना मैगिड ने बताया, वह चार दिनों तक अकेले भागने और छिपने में कामयाब रहा. उन्होंने राफाह बॉर्डर तक पहुंचने की कोशिश की. आखिर में गाजावासियों ने उसे पकड़ लिया और हमास को सौंप दिया.
रूस को खुश करने के लिए हमास ने किया रिहा
क्रिबॉय की दोहरी रूसी नागरिकता का हवाला देते हुए हमास ने कहा कि उसे मॉस्को को दिखाने के लिए रिहा किया गया है. क्योंकि रूस 7 हफ्ते से जारी जंग में खुले तौर पर हमास का समर्थन करने वाली एकमात्र विश्व शक्ति है. बता दें हमास ने डील के मुताबिक अब तक महिलाओं, बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों को छोड़ा है. लेकिन हमास ने रविवार को बाकी बंधकों को साथ 25 साल के क्रिबॉय को भी छोड़ा.
गाजा से लौटे दूसरे बंधकों की तरह क्रिबॉय को भी मीडिया से दूर रखा गया है. इजरायली अधिकारी उनके फिजिकल और इमोशनल सुधार में मदद करने पर फोकस कर रहे हैं.
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संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाली वार्षिक संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता के 28वें दौर में जलवायु प्रभावों, जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल और जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने के लिए वित्तीय सहायता को लेकर अमीर देशों से विकासशील देशों को मुआवजे आदि विषयों पर गहन बातचीत होने की उम्मीद है.
मीथेन उत्सर्जन और तापमान बढ़ाने वाली गैस के उत्सर्जन को कम करने का मुद्दा भी उठने की संभावना है. जलवायु संकट से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत हर पल बढ़ती जा रही है. सितंबर अब तक का सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया, जिसमें वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक (1850-1900) के स्तर से 1.8 डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुंच गया.
दुनिया भर में भीषण गर्मी, सूखा, जंगल की आग, बाढ़ और तूफान आदि जीवन और रोजी-रोटी को प्रभावित कर रहे हैं. वैश्विक स्तर पर कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन 2021-2022 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। लगभग 90 प्रतिशत सीओ2 उत्सर्जन जीवाश्म ईंधन से होता है.
दुबई एक्सपो सिटी में 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक आयोजित सीओपी28 बैठक में जिन मुद्दों के हावी होने की उम्मीद है, उनका यहां उल्लेख किया गया है.
हानि और क्षति
यह सीओपी निर्धारित करेगा कि जलवायु संकट में कम योगदान देने के बावजूद जलवायु संकट का खामियाजा भुगतने वाले विकासशील और गरीब देशों को सीधे सहयोग कैसे दिया जाए. पिछले साल मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित सीओपी27 में, अमीर देशों ने हानि और क्षति कोष स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की थी. हालांकि, धन आवंटन, लाभार्थियों और लागू किए जाने के संबंध पर निर्णय एक समिति को भेजे गए थे.
जलवायु वित्त
विकासशील देशों में ऊर्जा परिवर्तन, प्रभाव को कम करने के लिए उठाए जाने वाले कदम और अनुकूलन के लिए वित्त जैसे विषय दुबई जलवायु वार्ता में केंद्र में रहेंगे. जलवायु वित्त पर बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली के विशेष दूत अविनाश पर्सुअद ने एक वाक्य में इसे संक्षेप में कहा ‘‘वित्त के बिना महत्वाकांक्षा खोखली महत्वाकांक्षा है.
जीवाश्म ईंधन
जीवाश्म ईंधन-कोयला, तेल और गैस-का इस्तेमाल चरणबद्ध तरीके से बंद करने के लिए वैश्विक दबाव बढ़ रहा है, जो वैश्विक जलवायु परिवर्तन में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है. यह वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के 75 प्रतिशत से अधिक हिस्से और लगभग 90 प्रतिशत कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार है.
जीवाश्म ईंधन उत्पादक देशों और कंपनियों को आपत्ति है, तथा उनका तर्क है कि जब तक वे परिष्कृत प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन को कम करते हैं, तब तक उन्हें तेल और गैस निकालने की अनुमति दी जानी चाहिए. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि ये उपाय महंगे और अप्रमाणित हैं.
नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का तिगुना होना
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आइईए) का कहना है कि जीवाश्म ईंधन की मांग को कम करने और सदी के अंत तक वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए दुनिया को अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना और ऊर्जा दक्षता की दर को 2030 तक दोगुना करना होगा.
अमेरिका, यूरोपीय संघ (ईयू) और यूएई के नेतृत्व में 60 से अधिक देश अब नवीकरणीय ऊर्जा को तीन गुना करने और ऊर्जा दक्षता को दोगुना करने की प्रतिबद्धता का समर्थन कर रहे हैं.

पश्चिम बंगाल के प्रस्तावित ताजपुर बंदरगाह को लेकर जारी अटकलों के बीच प्रदेश सरकार की वरिष्ठ मंत्री शशि पांजा ने कहा है कि परियोजना में प्रगति हो रही है और इसे लेकर अदाणी समूह से बातचीत जारी है. विपक्षी भाजपा के इस दावे के बारे में एक सवाल पर कि अदाणी समूह के इससे बाहर निकलने के कारण परियोजना अधर में आ गई है, प्रदेश सरकार के उद्योग, वाणिज्य एवं उद्यम मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष इसके बारे में कुछ भी जाने बिना ‘झूठे दावे कर रहा है.
उन्होंने कहा, परियोजना में प्रगति हुई है और संबंधित पक्ष यानी अदाणी समूह के साथ बातचीत जारी है.
यह पूछे जाने पर कि क्या अदाणी समूह के साथ बातचीत में कोई रुकावट आयी है, शशि पांजा ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि बंदरगाह के निर्माण के लिए केंद्र से अनुमति मांगी गई है और केंद्र सरकार ने कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में यह कहा था कि ताजपुर बंदरगाह के निर्माण के लिए निविदा डाली जाएगी. इसके बाद इसे लेकर अटकलें तेज हो गयी थी.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को महात्मा गांधी को पिछली सदी का महापुरुष और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस सदी का युगपुरुष करार दिया. धनखड़ ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के माध्यम से हमें अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराया. भारत के सफल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमें उस रास्ते पर ले गए, जहां हम हमेशा जाना चाहते थे.
वह जैन विचारक और दार्शनिक श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती समारोह में बोल रहे थे. धनखड़ ने कहा, “मैं आपलोगों को एक बात बताना चाहता हूं. महात्मा गांधी पिछली सदी के महापुरुष थे. नरेन्द्र मोदी इस सदी के युगपुरुष हैं. दो महान हस्तियों- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में एक बात समान है. उन्होंने श्रीमद राजचंद्रजी को प्रतिबिंबित किया है.
उपराष्ट्रपति ने श्रीमद राजचंद्रजी की एक भित्तिचित्र का भी अनावरण किया. श्रीमद राजचंद्रजी का जन्म 1867 में गुजरात में हुआ था और 1901 में उनकी मृत्यु हो गई थी. उन्हें जैन धर्म पर उनकी शिक्षाओं और महात्मा गांधी के आध्यात्मिक मार्गदर्शन के लिए जाना जाता है.
धनखड़ ने कहा, ‘‘इस राष्ट्र के विकास का विरोध करने वाली ताकतें और इस देश के उत्थान को पचा न पाने वाली ताकतें एक साथ आ रही हैं. जब भी देश में कुछ अच्छा होता है तो ये लोग एक अलग मुद्रा में आ जाते हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए.
उपराष्ट्रपति ने कहा, “खतरा बहुत बड़ा है. जिन देशों को आप हमारे आसपास देखते हैं, उनका इतिहास 300 या 500 या 700 साल पुराना है, जबकि हमारा इतिहास 5,000 साल पुराना है.
श्रीमद राजचंद्र मिशन, धरमपुर एक वैश्विक आंदोलन है, जो साधकों के आध्यात्मिक विकास को बढ़ाने और समाज को लाभ पहुंचाने का प्रयास करता है. मिशन का अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय गुजरात के धरमपुर में स्थित है. मिशन के कई सत्संग केंद्र, श्रीमद राजचंद्र युवा समूह और श्रीमद राजचंद्र दिव्य स्पर्श केंद्र हैं.
श्रीमद राजचंद्रजी और महात्मा गांधी की पहली मुलाकात 1891 में मुंबई में हुई थी, जब वह (गांधी) एक युवा बैरिस्टर के रूप में इंग्लैंड से लौटे थे.
सोमवार को मुंबई में हुए समारोह में धनखड़ को सामाजिक उत्थान में उनके योगदान के लिए मिशन के पूज्य गुरुदेवश्री राकेशजी ने जनकल्याण हितैषी पुरस्कार प्रदान किया. धनखड़ ने कहा, “श्रीमद राजचंद्रजी की महानता ऐसी थी कि उन्होंने महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोनों को प्रेरित किया.”
सोमवार के कार्यक्रम में, श्रीमद राजचंद्र मिशन ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले और राजस्थान के झुंझुनू जिले में दो मेगा मल्टीस्पेशलिटी चिकित्सा शिविर आयोजित करने की घोषणा की. धनखड़ झुंझुनू जिले के निवासी हैं.
इस बीच, महात्मा गांधी और नरेन्द्र मोदी पर धनखड़ की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर आश्चर्य जताया, “मैं उपराष्ट्रपति से पूछना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री की पार्टी (भाजपा) के एक सांसद को एक निश्चित समुदाय को गाली देने की आजादी देकर कौन से नये युग की शुरुआत हुई है.”

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2024 में अच्छे बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने का दावा किया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि इसे लेकर वैश्विक निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तेज करने के लिए व्यवस्थागत सुधार लागू करने को प्रतिबद्ध है.
वित्त मंत्री ने इंडिया ग्लोबल फोरम की तरफ से आयोजित एक ऑनलाइन चर्चा में शामिल होते हुए कहा, निवेशकों को अप्रैल-मई 2024 में होने वाले आम चुनावों के नतीजों को लेकर थोड़ा भी घबराने की जरूरत नहीं है. उनका उम्मीद भरा इंतजार करना सामान्य है और मैं इसे समझ सकती हूं. लेकिन मेरे साथ कई लोगों की भारतीय अर्थव्यवस्था पर नजर है, राजनीतिक माहौल पर नजर है, जमीनी स्तर की वास्तविकताओं को देख रहे हैं. आज स्थिति यही है कि प्रधानमंत्री मोदी वापस आ रहे हैं और अच्छे बहुमत के साथ आ रहे हैं.
सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने कई पहल की हैं, जिससे हर भारतीय के जीवन में बदलाव आया है और कारोबारी माहौल में सुधार हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस सरकार ने एक के लिए नहीं बल्कि सबके लिए काम किया है. रोजगार के मोर्चे पर उन्होंने कहा कि सरकार हर महीने आयोजित होने वाले रोजगार मेलों के जरिये इस साल दिसंबर तक देश के युवाओं को 10 लाख नौकरियां देने के लिए प्रतिबद्ध है. इनमें से लगभग आठ लाख नौकरियां इस साल अब तक दी जा चुकी हैं.वित्त मंत्री ने जलवायु कार्रवाई के बारे में कहा कि भारत अपने पैसे से इस दिशा में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने जीवाश्म ईंधन की जगह स्वच्छ ऊर्जा अपनाने को वित्तपोषण के लिए उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक चुनौती बताया.
सीतारमण ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप संपर्क गलियारा (आईएमईसी) पर इजराइल और फलस्तीन में चल रहे संघर्ष के असर के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह एक दीर्घकालिक परियोजना है और यह किसी एक प्रमुख घटना पर निर्भर नहीं होगा. प्रस्तावित गलियारे के निर्माण पर सितंबर में नयी दिल्ली में आयोजित 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे. यह एक बहुआयामी आर्थिक गलियारा है जिसमें जहाज, रेल और सड़क के कई नेटवर्क शामिल हैं.


चीन में सांस की बीमारी के बढ़ते मामलों के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा है कि सर्दियों में वायरल संक्रमण आम है और अभी तक कोविड जैसी किसी अन्य महामारी की कोई संभावना नहीं है. हाल के सप्ताहों में उत्तरी चीन में बच्चों में सांस की बीमारी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है.
एम्स के मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक विभाग के प्रमुख डॉ. एसके काबरा ने एएनआई को बताया, अब चीन से आ रही रिपोर्टों से पता चलता है कि अक्टूबर और नवंबर के बीच श्वसन संक्रमण में अचानक वृद्धि हुई है और उन्होंने देखा है कि ये बच्चों में अधिक आम है. माइकोप्लाज्मा देखा गया है. उन्होंने कोई नया या असामान्य वायरस नहीं देखा है. अभी तक कोई संकेत नहीं है कि ये एक नया जीव है और ये कहना मुश्किल है कि क्या ये कोविड जैसी महामारी का कारण बन सकता है. ऐसी संभावना अभी नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि चीन से आ रही रिपोर्ट्स में सर्दी के मौसम में आम वायरस देखे गए हैं.
डॉ. काबरा ने कहा, अब विशेषज्ञों ने इस पर चर्चा की है और उनके अनुसार, 2-3 चीजें हो सकती हैं, जिसके कारण ये बढ़ा है. सबसे पहले, सर्दियों में वायरस का संक्रमण अधिक होता है और इनमें से मुख्य हैं इन्फ्लूएंजा, एडेनोवायरस और माइकोप्लाज्मा. अब तक चीन में फैल रहे जीवों की रिपोर्ट में वही वायरस दिखाई दे रहे हैं और इसमें कुछ भी नया नहीं है. लोग बहुत चिंतित हैं, क्योंकि महामारी अभी गुजरी है कि क्या कोई नया वायरस आ गया है.उन्होंने ये भी कहा कि चीन में लगाए गए सख्त लॉकडाउन के कारण सांस की बीमारी के मामले बढ़ सकते हैं.
उन्होंने कहा, देखिए, चीन में लॉकडाउन बहुत सख्त था. इसे पिछले साल दिसंबर में हटा लिया गया था और तब से, यह वहां पहली सर्दी है. जहां तक हम बच्चों में संक्रमण के बारे में जानते हैं, 5 साल से कम उम्र के हर बच्चे को यह वायरल होता है साल में 3-8 बार संक्रमण होता है और प्रत्येक संक्रमण के साथ, वह इसके प्रति प्रतिरक्षित हो जाता है.
डॉ. काबरा ने कहा, 5 साल की उम्र के बाद संक्रमण की दर कम हो जाती है. इसलिए चीन में जो बच्चे लॉकडाउन के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं हुई है, जिसके कारण वे संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो गए हैं.उन्होंने दावा किया, ऐसी परिकल्पना है कि लॉकडाउन के दौरान जिन बच्चों को 2-3 साल में यह संक्रमण नहीं हुआ, उनमें अब यह संक्रमण हो जाएगा. अगर एक बच्चे को हो गया तो 10 और बच्चों को संक्रमित कर देगा, जिससे मामले अचानक बढ़ जाएंगे. उन्होंने लोगों से स्वच्छता अपनाने और सैनिटाइजर का उपयोग करने का आग्रह किया.
डॉक्टर ने कहा, अगर किसी बच्चे को संक्रमण है, तो उसे ठीक होने तक बाहर न भेजें. आम तौर पर, इन्फ्लूएंजा एक सप्ताह तक रहता है. कोई भी मास्क का उपयोग कर सकता है और सामाजिक दूरी का पालन कर सकता है. सभी को स्वच्छता का भी ध्यान रखना चाहिए और सैनिटाइज़र का उपयोग करना चाहिए. वह चरण जो चीन अभी इसका सामना कर रहा है, हम पिछले साल ही इसका सामना कर चुके हैं, इसलिए कोई समस्या नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम अब इस बारे में पहले से अधिक जानकार हैं कि किसी महामारी का प्रबंधन कैसे किया जाता है. मंत्रालय ने डॉक्टरों से कहा है कि अगर ऐसे मामले आ रहे हैं तो वे इसकी जांच करें. अगर कोई असामान्यता दिखे तो उन्हें सूचित करें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके.

Shaktimaan Tamraj Kilvish: शक्तिमान सीरियल टीवी की दुनिया के सक्सेसफुल सीरियल में गिना जाता है. इस सीरियल ने अपने समय में बच्चों के साथ साथ बड़ों को भी अपना दीवाना बना लिया था. चकरी की तरह घूमते सुपरमैन सरीखे शक्तिमान के रूप में मुकेश खन्ना को काफी पसंद किया गया. वहीं शक्तिमान के खिलाफ खड़े अंधेरे की दुनिया के तमराज किलविश ने भी लोगों को खूब चौंकाया था. आपको बता दें कि शक्तिमान सीरियल में तमराज किलविश का किरदार बेहद उम्दा एक्टर सुरेंद्र पाल सिंह ने निभाया था. सुरेंद्र पाल महाभारत सीरियल में आचार्य द्रोण के किरदार में भी खूब पसंद किए गए थे.
शक्तिमान से लेकर अब तक सुरेंद्र पाल सिंह की पर्सनैलिटी में काफी बदलाव आया है. चलिए जानते हैं कि तमराज किलविश का किरदार निभाकर घर घर में जाने गए सुरेंद्र पाल सिंह कितना बदल गए हैं.
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