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इजरायल के तेल अवीव में 2000 से ज्यादा लोगों ने होली और यहूदी त्योहार ‘पुरिम’ मनायाइजरायल में 2000 से ज्यादा लोगों ने तेल अवीव के एक बाजार में भारतीय नृत्य, शास्त्रीय संगीत का आनंद लेते हुए होली और यहूदी समुदाय का त्योहार ‘पुरिम मनाया. इजरायल में भारतीय दूतावास के सहयोग से तेल अवीव नगरपालिका ने दोनों त्योहारों को मनाने के लिए आयोजन किया. हर साल एक ही दिन या एक दिन आगे पीछे दोनों त्योहार मनाए जाते हैं. इस कार्यक्रम में इजराइल के विभिन्न हिस्सों में रह रहे छात्रों समेत भारतीय मूल के लोग शामिल हुए.
रंगों के त्योहार होली और यहूदी समुदाय के त्योहार ‘पुरिम में कई समानताएं हैं. इस दौरान लोग रंग बिरंगे कपड़ों में नजर आते हैं.
आयोजन में हिस्सा लेने आए एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘दोनों त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाए जाते हैं. दोनों त्योहार लगभग एक ही समय मनाए जाते हैं. दोनों त्योहार खुली जगह पर मनाए जाते हैं जहां लोग एक साथ आते हैं, नाचते-गाते हैं, खाने का लुत्फ उठाते हैं और साथ मिलकर मौज-मस्ती करते हैं.
याफो में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय दूतावास के उप प्रमुख राजीव बोडवाडे और तेल अवीव याफो नगरपालिका से ‘‘मिश्लामा लेयाफो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रफी शुशान ने हिस्सा लिया.
भारतीय दूतावास ने ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘तेल अवीव नगरपालिका के सहयोग से भारतीय दूतावास ने होली और पुरिम त्योहारों के अवसर पर ‘इंडिया इन फ्ली मार्केट का आयोजन किया. इसमें 2000 से अधिक आगंतुकों ने हिस्सा लिया.
लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर कारगिल में तीन-दिवसीय भूख हड़ताल
लद्दाख को राज्य का दर्जा देने एवं संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने सहित अपनी चार-सूत्रीय मांगों के समर्थन में करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) की तीन-दिवसीय भूख हड़ताल रविवार को यहां शुरू हुई, जिसमें केंद्र सरकार के खिलाफ सांकेतिक विरोध प्रदर्शन में विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए. इससे इतर, लेह में जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के नेतृत्व में भूख हड़ताल 19वें दिन में प्रवेश कर गई. उन्होंने लेह एपेक्स बॉडी (एलएएच) और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत में गतिरोध के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के ‘विश्वासघात पर नाराजगी व्यक्त की.
केडीए और एलएएच, दोनों जिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के अलग-अलग समूह, संयुक्त रूप से अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं, जिनमें स्थानीय युवाओं के लिए नौकरी में आरक्षण और एक राज्यसभा सीट की मांग भी शामिल है.
अगस्त 2019 में लद्दाख को विधानसभा के बगैर केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने के तुरंत बाद आंदोलन शुरू किया गया था. केडीए का पूरा नेतृत्व 200 से अधिक स्वयंसेवकों के साथ रविवार सुबह हुसैनी पार्क में इकट्ठा हुआ और वांगचुक के साथ एकजुटता दिखाते हुए तीन-दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की. वांगचुक इन मांगों के समर्थन में छह मार्च से लेह में जलवायु उपवास पर हैं.
लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी), कारगिल, के कार्यकारी पार्षद जफर अखनून सहित विभिन्न वर्गों के लोगों ने भूख हड़ताल में हिस्सा लिया. इस मौके पर केडीए के सह-अध्यक्ष कमर अली अखनून एवं असगर अली करबलाई भी मौजूद थे. प्रदर्शन के दौरान उपस्थित जन समूहों ने ‘‘खोखला केंद्रशासित प्रदेश, नौकरशाही स्वीकार्य नहीं है और लद्दाख में लोकतंत्र बहाल करें जैसे नारे लगाये.
उन्होंने कहा, ‘‘भूख हड़ताल हमारी चार-सूत्रीय मांगों पर दबाव बनाने के लिए केडीए और एलएएच द्वारा चल रहे संयुक्त आंदोलन का हिस्सा है.
करबलाई ने कहा कि दुर्भाग्य से गृह मंत्रालय के साथ पांच दौर की बातचीत के बाद केंद्रीय गृहमंत्री (अमित शाह) ने चार मार्च को बताया था कि उन्हें कुछ संवैधानिक सुरक्षा उपाय दिए जाएंगे, लेकिन राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची का लाभ नहीं दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि केडीए और एलएएच ने सर्वसम्मति से लेह में वांगचुक द्वारा भूख हड़ताल शुरू करने के साथ आंदोलन तेज करने का फैसला किया.
करबलाई ने कहा, लेह और करगिल में भूख हड़ताल 26 मार्च की शाम को समाप्त हो जाएगी और लोगों से जिला कस्बों में इकट्ठा होने का अनुरोध किया जाता है, जहां संबंधित नेतृत्व भविष्य की कार्रवाई की घोषणा करेगा.
लेह में वांगचुक ने कहा कि उनके जलवायु उपवास के 19वें दिन की शुरुआत में शून्य से नीचे तापमान में 5,000 लोग उनके साथ शामिल हुए.
किसी भी भाषा में ‘एक आतंकवादी आतंकवादी ही होता है’ : सिंगापुर में बोले एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने परोक्ष तौर पर चीन पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि किसी भी भाषा में ‘‘एक आतंकवादी, आतंकवादी ही होता है और अलग-अलग व्याख्या के आधार पर आतंकवाद का बचाव करने नहीं दिया जाना चाहिए. जयशंकर ने यह टिप्पणी सिंगापुर में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान की. जब उनसे पूछा गया कि भारतीय अधिकारी अपने वैश्विक समकक्षों के साथ संवेदनशील और भाषाई रूप से भिन्न विषयों पर कैसे संवाद करते हैं, इसपर विदेश मंत्री ने कहा कि कूटनीति में, विभिन्न देश कभी-कभी अपनी संस्कृति, परंपराओं और कभी-कभी अपनी भाषा या अवधारणाओं को चर्चा में लाते हैं.
जयशंकर ने कहा, ‘‘यह भी स्वाभाविक है कि अलग-अलग दृष्टिकोण होंगे. कूटनीति का मतलब इसे सुलझाने और किसी तरह की सहमति पर पहुंचने का रास्ता ढूंढना है. जयशंकर ने कहा कि हालांकि कुछ मुद्दे होते हैं जब स्पष्टता होती है और कोई भ्रम नहीं होता है. उन्होंने आतंकवाद का उदाहरण देते हुए कहा, ‘‘आप इसे किसी भी भाषा में ले सकते हैं, लेकिन आतंकवादी किसी भी भाषा में आतंकवादी ही होता है.
उन्होंने परोक्ष तौर पर चीन की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘आतंकवाद जैसी किसी चीज का केवल इसलिए कभी भी बचाव नहीं करने दें क्योंकि वे एक अलग भाषा का उपयोग कर रहे हैं या एक अलग स्पष्टीकरण दे रहे हैं.चीन ने अक्सर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर सहित कई पाकिस्तानी आतंकवादियों को काली सूची में डालने के भारत और अमेरिका के प्रस्तावों को कई बार अवरुद्ध किया है. उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दे हो सकते हैं जहां दो राष्ट्रों के वास्तव में अलग-अलग दृष्टिकोण हों और ‘‘तब भी मुद्दे होंगे जब उन्हें उचित ठहराने के लिए एक ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जाए.
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अंतर पहचानने और इससे निपटने का तरीका ढूंढने में सक्षम होना चाहिए. अपने संबोधन में, जयशंकर ने स्वतंत्रता संग्राम के दिनों के भारत-सिंगापुर संबंधों का जिक्र किया, जब सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज की स्थापना की और दिल्ली चलो का आह्वान किया.
जयशंकर ने कहा, “वह (नेता जी) हमारे पूरे देश के लिए एक प्रत्यक्ष प्रेरणा बने हुए हैं.” जयशंकर ने यह बात तब कही जब वह नेताजी पर सिंगापुर में बनी लघु फिल्म की स्क्रीनिंग में लगभग 1,500 भारतीय प्रवासी सदस्यों के साथ शामिल हुए.
जयशंकर ने यहां व्यापार केंद्रित भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि जैसे-जैसे भारत का वैश्वीकरण हुआ है, ‘लुक ईस्ट नीति के साथ शुरू हुए दोनों देशों के संबंध ‘एक्ट ईस्ट नीति के साथ आगे बढ़े हैं और... अब भारत हिंद-प्रशांत में शामिल हो गया है- कहानी कई मायनों में वास्तव में सिंगापुर में शुरू हुई.
जयशंकर ने रेखांकित किया कि भारत का जितना अधिक वैश्वीकरण होगा, उसका हर पहलू सिंगापुर के साथ संबंधों की प्रगाढ़ता और गुणवत्ता में प्रतिबिंबित होगा.
एशियाई वित्तीय केंद्र सिंगापुर की तीन-दिवसीय यात्रा पर आए जयशंकर ने कहा, “सिंगापुर भारत के वैश्वीकरण में भागीदार रहा है और वह भूमिका और सहयोग कुछ ऐसा है, जिसे हम महत्व देते हैं.”
जयशंकर ने सिंगापुर के भारतीय समुदाय को भारत में बुनियादी ढांचे के विकास की तेज गति के बारे में भी बताया और ‘भारत एक वैश्विक मित्र है (विषय) पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा, “यह वह भारत है जो दबाव में नहीं आएगा, जो अपने मन की बात कहेगा. अगर उसे कोई विकल्प चुनना है, तो हम अपने नागरिकों के कल्याण का विकल्प चुनेंगे... इसलिए, यह विचार अधिक मजबूत, अधिक सक्षम भारत का है, जो कठिन रास्ता अपनाने को तैयार है.
जयशंकर ने आश्वासन दिया कि यह एक ऐसा भारत है जो अपने नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों की देखभाल करता है. उन्होंने कहा, ‘‘अधिक से अधिक संख्या में भारतीय दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बस रहे हैं और यदि वे किसी कठिन दौर में हैं तो उन्हें संरक्षित करना, उनका कल्याण सुनिश्चित करना तथा उन्हें स्वदेश लाना हमारी जिम्मेदारी है.
उन्होंने उदाहरण के तौर पर यूक्रेन और सूडान का हवाला दिया, जहां भारतीय संघर्ष के बीच फंस गए थे.
विदेश मंत्री ने चंद्रमा पर चंद्रयान के उतरने से मिले वैश्विक सम्मान की ओर इशारा किया. उन्होंने कोविड-19 के दौरान लगभग 100 देशों को टीकों की आपूर्ति की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘एक भारत है जो विश्व का मित्र है.
जयशंकर ने कहा, ‘‘हम कठिनाइयों के समय आगे आते हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने श्रीलंका के आर्थिक संकट के दौरान इस द्वीपीय देश को 4.5 अरब अमेरिकी डॉलर का पैकेज दिया.
उन्होंने कहा, “आज हिंद महासागर में, अगर कोई समस्या है और लाल सागर में बहुत कठिन स्थिति है, तो हमारे 21 जहाज हैं जो समुद्री डकैती से मुकाबला कर रहे हैं. सिंगापुर गुजराती सोसाइटी के निमित शेढ ने कहा, ‘‘यह बहुत ज्ञानवर्धक (संबोधन) था.
केजरीवाल के समर्थन में उतरे अखिलेश यादव, चिराग पासवान होली बाद करेंगे उम्मीदवारों की घोषणा
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर रविवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चंदा नहीं लिया है बल्कि वसूली की है. यादव ने कहा कि इन आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और विपक्ष के अन्य नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
सपा अध्यक्ष ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘अब लोग भी जानते हैं कि कैसे भाजपा ने चंदा नहीं बल्कि जबरन वसूली करने का दबाव बनाने के लिए सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), आयकर और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल किया. यादव ने आरोप लगाया, ‘‘कई मामलों में यह देखने में आया है कि जब ईडी, सीबीआई, आयकर (विभाग) ने दबाव डाला, तो पैसा भाजपा के खाते में चला गया. जो लोग सत्ता में हैं, वे चंदा नहीं ले रहे हैं, बल्कि जबरन वसूली कर रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावी बॉन्ड ने भाजपा का नाम खराब किया है. उन्होंने कहा, जो लोग राष्ट्रवादी पार्टी होने का दावा करते थे, जो खुद को अलग पार्टी कहते थे, उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और विपक्ष के अन्य नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) होली के तुरंत बाद लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. चिराग पासवान की पार्टी को बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से पांच सीटें मिली हैं. चिराग ने कहा कि वह अपने चाचा पशुपति कुमार पारस से मिलने वाली ‘‘किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम होली के तुरंत बाद कुछ दिनों में अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे. हालांकि, चिराग पासवान इस सवाल का सीधा जवाब देने से बचते रहे कि क्या उनकी पार्टी वैशाली और खगड़िया के मौजूदा सांसद क्रमशः वीणा देवी और महबूब अली कैसर को दोबारा मैदान में उतारेगी.
भाजपा की सूची: बंगाल के पूर्व न्यायाधीश, संदेशखाली ‘पीड़िता , दिलीप घोष लोकसभा उम्मीदवारों में शामिल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय, संदेशखाली की पीड़िता रेखा पात्रा और पार्टी की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख दिलीप घोष सहित 19 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. राज्य में लोकसभा की 42 सीट हैं, जिनमें से 20 सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा दो मार्च को की गई थी.
घोष वर्तमान में मेदिनीपुर से सांसद हैं. उन्हें अब बर्धमान-दुर्गापुर सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया के स्थान पर उम्मीदवार बनाया गया है. घोष दिसंबर 2015 से अक्टूबर 2021 तक भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रहे. उनके कार्यकाल के दौरान ही राज्य में भाजपा का उदय हुआ और उन्हें इसका श्रेय भी दिया जाता है.
प्रदेश भाजपा प्रमुख के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान पार्टी ने 2019 में 18 लोकसभा सीट और 2021 में विधानसभा में 77 सीट जीतीं. घोष को उनकी खरी टिप्पणियों के लिए जाना जाता है. इसके लिए अकसर पार्टी के भीतर और सामाजिक जीवन में उन्हें प्रशंसा के साथ ही आलोचना का भी सामना करना पड़ता रहा है.
राज्य के बशीरहाट से पार्टी ने रेखा पात्रा को टिकट दिया है. वह संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं में एक हैं. गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के हाथों कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का शिकार हुई पात्रा को बशीरहाट से मैदान में उतारा गया है. संदेशखाली की प्रदर्शनकारियों में पात्रा सबसे मुखर रही हैं.माना जाता है कि पात्रा उस समूह का भी हिस्सा थीं, जिसने छह मार्च को बारासात में मोदी की सार्वजनिक बैठक के मौके पर उनसे मुलाकात की थी और संदेशखाली की महिलाओं की दुर्दशा के बारे में प्रधानमंत्री को बताया था.
भ्रष्टाचार के मामलों में अपने त्वरित फैसलों के लिए जाने जाने वाले कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय को तामलुक से टिकट दिया गया है. न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें प्रशंसा और आलोचना दोनों मिलीं. न्यायाधीश के पद से इस्तीफा देने के बाद वह इस महीने की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए थे.
वह तामलुक सीट से चुनाव लड़ेंगे, जिसे शुभेंदु अधिकारी और उनके परिवार के गढ़ के रूप में जाना जाता है. शुभेंदु के छोटे भाई दिव्येंदु अधिकारी, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं, ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर दो बार यह सीट जीती थी. वर्ष 2019 में उन्होंने कुल मतदान में से 50 प्रतिशत मत हासिल कर यह सीट जीती थी.
उत्तर 24 परगना के राजनीतिक गलियारों में बाहुबली के रूप में जाने जाने वाले अर्जुन सिंह एक बार फिर बैरकपुर से चुनावी मैदान में होंगे. सिंह ने तृणमूल कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर 2019 में भाजपा के टिकट पर यह सीट जीती थी. करीब 14,000 मतों के अंतर से सीट जीतने के बाद, वह 2022 में तृणमूल कांग्रेस में वापस लौट गए थे लेकिन सांसद के रूप में इस्तीफा नहीं दिया. बैरकपुर सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद वह इस महीने भाजपा में वापस लौट आए थे.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में वरूण गांधी एवं संघमित्रा मौर्य समेत नौ सांसदों का टिकट काटा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश के 13 उम्मीदवारों की सूची जारी की. पार्टी ने जहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी को सुल्तानपुर से दोबारा मौका दिया है, वहीं उनके बेटे और पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है और उनकी जगह जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है. केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की यह पांचवीं सूची है. हालांकि, पहली सूची में 51 उम्मीदवार घोषित करने के बाद पार्टी ने बाकी तीन सूचियों में राज्य के लिये किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई थी.
पांचवीं सूची में उत्तर प्रदेश के कुल 13 उम्मीदवार घोषित किये गये हैं, जिनमें पार्टी ने अपने नौ मौजूदा सांसदों को मौका नहीं दिया है. पार्टी ने जिन नौ सांसदों का टिकट काटा है उनमें गाजियाबाद के सांसद व केंद्रीय मंत्री (सेवानिवृत्त जनरल) वीके सिंह, पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी, बरेली से संतोष गंगवार, कानपुर के सत्यदेव पचौरी, बदायूं से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री डॉक्टर संघमित्रा मौर्य, बाराबंकी के उपेंद्र सिंह रावत, हाथरस (आरक्षित) के सांसद राजवीर सिंह दिलेर, बहराइच (आरक्षित) से अक्षयवर लाल गौड़ और मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल शामिल हैं.
मेरठ में राजेंद्र अग्रवाल की जगह सिने अभिनेता और रामायण धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका अदा कर चुके अरुण गोविल को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है; वहीं बाराबंकी में पहली सूची में घोषित मौजूदा सांसद उपेंद्र सिंह रावत की जगह जिला पंचायत की अध्यक्ष राजरानी रावत को उम्मीदवार बनाया गया है. उपेन्द्र रावत का कथित तौर पर एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ था, जिसके बाद उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था.
वरुण गांधी केंद्र के तीन कृषि कानूनों के आने के बाद से ही अपनी पार्टी और सरकार के खिलाफ मुखर रहे. हालांकि, बाद में सरकार ने इन कानूनों को वापस ले लिया. उन्होंने रोजगार और स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ आवाज उठायी. वैसे पार्टी ने उनकी मां मेनका गांधी पर भरोसा जताया, जिन्हें सुल्तानपुर से फिर से टिकट दिया गया है. जनरल वीके सिंह और सत्यदेव पचौरी दोनों ने रविवार को ही 2024 का चुनाव लड़ने के लिए ‘अनिच्छा व्यक्त की थी.भाजपा की सूची के मुताबिक सहारनपुर से राघव लखनपाल, मुरादाबाद से सर्वेश सिंह, मेरठ से रामानंद सागर कृत धारावाहिक रामायण में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल, गाजियाबाद से विधायक व पूर्व मंत्री अतुल गर्ग, अलीगढ़ से मौजूदा सांसद सतीश गौतम, हाथरस (आरक्षित) से अलीगढ़ के खैर क्षेत्र के विधायक अनूप वाल्मीकि, बदायूं से दुर्गविजय सिंह शाक्य, बरेली से पूर्व मंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार, पीलीभीत से प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, सुलतानपुर से मेनका गांधी, कानपुर से वरिष्ठ पत्रकार रमेश अवस्थी, बाराबंकी (आरक्षित) राजरानी रावत और बहराइच (आरक्षित) से डॉक्टर अरविंद गौड़ को उम्मीदवार बनाया गया है.
भाजपा के 51 उम्मीदवारों की पहली सूची में उत्तर प्रदेश की पांच सीट पर महिला उम्मीदवारों को मौका मिला; वहीं इस बार 13 सीट में दो सीट पर महिला उम्मीदवारों को उतारा गया है. भाजपा ने पहली सूची में चार नये चेहरों को मौका दिया जिनमें श्रावस्ती से विधान परिषद सदस्य साकेत मिश्र, नगीना (अजा) से ओम कुमार, आंबेडकरनगर से रितेश पांडेय और जौनपुर से कृपाशंकर सिंह लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किये गये थे.
इस बार नौ लोकसभा क्षेत्रों के लिए नये चेहरों को मौका दिया गया है, जिनमें गाजियाबाद, पीलीभीत, बरेली, कानपुर, बदायूं, बाराबंकी, हाथरस (आरक्षित), बहराइच (आरक्षित) और मेरठ की सीट के उम्मीदवार शामिल हैं. सहारनपुर से 2019 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के हाजी फजलुर्रहमान से पराजित पूर्व सांसद राघव लखनपाल पर भाजपा ने फिर दांव लगाया है. पार्टी ने मुरादाबाद में सर्वेश सिंह को भी मौका दिया है. सर्वेश सिंह 2019 में समाजवादी पार्टी (सपा)के डॉ. एसटी हसन से पराजित हो गये थे और इस बार भी उनका मुकाबला डॉ. हसन से ही होगा. पार्टी ने अलीगढ़ के अपने मौजूदा सांसद सतीश गौतम और सुल्तानपुर की मौजूदा सांसद मेनका गांधी पर भी फिर भरोसा जताया है.
‘इंडिया’ गठबंधन एकजुट, 272 का आंकड़ा पार करेंगे; प्रधानमंत्री का भ्रष्टाचार का आरोप खोखला : जयराम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश का कहना है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘‘पलटी मारने और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के अकेले लड़ने के बावजूद विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया एकजुट है और यह (बहुमत का) 272 का आंकड़ा पार करेगा. टीएमसी प्रमुख पर कटाक्ष करते हुए रमेश ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने आखिर ममता बनर्जी रहने का ही फैसला किया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विपक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार के विमर्श को ‘‘खोखला करार देते हुए खारिज कर दिया.
रमेश ने ‘‘पीटीआई मुख्यालय में समाचार एजेंसी के संपादकों एवं पत्रकारों के साथ बातचीत में यह भी कहा कि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव में 272 का आंकड़ा पार करेगा और भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगा. उन्होंने चुनावी बॉन्ड, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले झामुमो नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी सहित कई मुद्दों पर बात की. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के क्रमशः अमेठी और रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर भी अपने विचार साझा किए.
बुनियादी ढांचा संबंधी ठेके मिलने के बाद एक भाजपा सांसद द्वारा चुनावी बॉन्ड खरीदे जाने का दावा करते हुए रमेश ने कहा, ‘‘चुनावी बॉन्ड योजना के काम करने के तरीके को देखें. 4,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड सीधे तौर पर चार लाख करोड़ रुपये के ठेकों से जुड़े हुए हैं. चुनावी बॉन्ड और ठेके देने के बीच एक स्पष्ट संबंध है. उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि भाजपा के पक्ष में कई कंपनियों द्वारा खरीदे गए 4,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड सीधे तौर पर ठेके देने और उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा शुरू की गई कार्रवाई से जुड़े हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह कहना कि मोदी भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे और यह दिखाने के लिए कि वह भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं, उदाहरण देने के लिए हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल के मामले का इस्तेमाल करेंगे तो ये बिल्कुल खोखला तर्क है. चुनावी बॉन्ड की कहानी को देखें, यह पूरी तरह से बदले की भावना का मामला है. उन्होंने दावा किया, ‘‘जहां तक प्रधानमंत्री मोदी का सवाल है, यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि भ्रष्टाचार एक खोखला मुद्दा है.
यह पूछे जाने पर कि क्या ‘इंडिया गठबंधन का बुलबुला फूट गया है, उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, नहीं. ऐसा नहीं है? कांग्रेस नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन बरकरार है और राकांपा (शरद पवार गुट), शिवसेना, द्रमुक और झामुमो के साथ गठबंधन बरकरार है. उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में माकपा और भाकपा के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दिया जा रहा है. असम में हमारा 11 पार्टियों का गठबंधन है और समाजवादी पार्टी के साथ भी हमारा गठबंधन है.रमेश ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने कहा है कि वह ‘इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. वह हमारे साथ सीट साझा नहीं कर रही हैं, लेकिन वह काफी हद तक गठबंधन का हिस्सा हैं. केजरीवाल की गिरफ्तारी से विपक्ष पर क्या प्रभाव पड़ेगा, खासकर जब प्रधानमंत्री दिल्ली के मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन के मामलों का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रहे हैं, इस पर रमेश ने कहा, ‘‘चुनावी बॉन्ड मुद्दे के बाद यह साफ हो गया है कि चंदा दो, धंधा लो.
यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा क्रमश: अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनाव लड़ेंगे या उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने पारिवारिक क्षेत्र छोड़ दिए हैं, रमेश ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कहा था कि वह पार्टी के एक वफादार सिपाही हैं और अगर पार्टी उनसे चुनाव लड़ने का कहेगी तो वह ऐसा करेंगे. उन्होंने इस बात को भी खारिज कर दिया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कोई भी वरिष्ठ नेता इन लोकसभा चुनावों में लड़ने से बच नहीं रहा है. मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई नेता है जिसे चुनाव लड़ने के लिए कहा गया हो और वह चुनाव नहीं लड़ रहा हो. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व से परे देख रही है, रमेश ने कहा कि राहुल संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्होंने भारत जोड़ो यात्राएं की हैं, जो देश में किसी अन्य नेता ने नहीं की है.
रमेश ने कहा, ‘‘उनकी (राहुल) राजनीति एक अलग तरह की राजनीति है. उनकी राजनीति आंदोलन की राजनीति है. वह संगठन को पुनर्जीवित करना और नया रूप देना चाहते हैं. रमेश ने कहा कि गांधी संगठन में नई ऊर्जा भरने में ‘‘असाधारण रूप से सफल रहे हैं और उनके नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा के बाद सभी उन्हें अलग नजरिए से देखने के लिए मजबूर हो गए हैं.
बिहार में होली और गुड फ्राइडे के दिन शिक्षकों के प्रशिक्षण और वार्षिक परीक्षा को लेकर विवाद
बिहार में होली के दिन सरकारी शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और गुड फ्राइडे पर स्कूली छात्रों की वार्षिक परीक्षा आयोजित करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस निर्णय की आलोचना की है. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा 20 मार्च को जारी एक परिपत्र में कहा गया है, संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि इससे पहले के प्रशिक्षण सत्र में भाग नहीं लेने वाले सभी प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों (पहली से पांचवीं कक्षा तक) को छह-दिवसीय प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा. परिषद 25 से 30 मार्च तक छह दिवसीय ‘फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी (एफएलएन) प्रशिक्षण का आयोजन करेगी.
पत्र के अनुसार, कुल 19,200 सरकारी स्कूल शिक्षक 25 से 30 मार्च तक विभाग के 78 प्रशिक्षण केंद्रों पर एफएलएन प्रशिक्षण में भाग लेंगे. एससीईआरटी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान सभी संबंधित व्यक्तियों को कोई छुट्टी नहीं दी जाएगी . एससीईआरटी शिक्षा विभाग का एक अंग है. इसी तरह, आठवीं कक्षा के नीचे के छात्रों के लिए गुड फ्राइडे (29 मार्च) को वार्षिक परीक्षा आयोजित करने के विभाग के फैसले से एक विवाद खड़ा हो गया है.
बिहार सरकार ने होली और गुड फ्राइडे पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. बिहार के राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंगथु ने भी मुख्य सचिव को लिखे पत्र में विभाग को 29 मार्च के परीक्षा कार्यक्रम को बदलने का निर्देश देने का आग्रह किया है.
एससीईआरटी ने रविवार दोपहर एक बयान जारी किया, जिसमें दलील दी गई कि सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या के सिर्फ तीन प्रतिशत के लिए प्रशिक्षण को स्थगित करने से यह पूरी कवायद बेकार हो जाएगी. इसमें कहा गया, ‘‘यदि शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण एक सप्ताह के लिए टाल भी दिया जाता है, तो बड़ी संख्या में शिक्षक एक वर्ष में अपने दूसरे चरण का प्रशिक्षण पूरा नहीं कर पाएंगे. पूरी प्रक्रिया बेकार हो जाएगी.
इस बीच, घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘बिहार में शिक्षकों का शोषण बंद किया जाना चाहिए. होली के दिन शिक्षकों की छुट्टी रद्द करके बेगूसराय के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए वैशाली भेजना बहुत ही बेतुका कदम है. बिहार सरकार को तुरंत इस आदेश को वापस लेना चाहिए. सिंह बेगूसराय से लोकसभा सांसद हैं.
एससीईआरटी का परिपत्र और मुख्य सचिव को राजभवन का पत्र दोनों ‘पीटीआई-भाषा को हासिल हुए हैं. बार-बार प्रयास करने के बावजूद, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार इस मुद्दे पर बात नहीं हो सकी. तेजस्वी यादव ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप की मांग करते हुए ‘एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘बिहार में राजग सरकार के आदेश के मुताबिक होली के दिन भी शिक्षकों को उपस्थित रहना होगा. बिहार में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ...जब पूरा राज्य होली मना रहा होगा तो उस दिन शिक्षक अपने परिवार से दूर रहेंगे.
लोकसभा चुनाव : भाजपा ने केरल प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्रन को वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में उतारा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को केरल की शेष चार सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. पार्टी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुकाबला करने के लिए वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है. पार्टी ने शिक्षाविद और श्री शंकरा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति के एस राधाकृष्णन, और अभिनेता से नेता बने जी कृष्णकुमार को क्रमशः एर्णाकुलम तथा कोल्लम सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है.
भाजपा द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक, सरकारी महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य टी एन सरसु उत्तरी पलक्कड़ जिले के अलाथुर से अपनी किस्तम आजमाएंगे. पार्टी केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के बीच दशकों से चल रहे द्विध्रुवीय मुकाबले की परिपाटी को बदलने की कोशिश कर रही है.
भाजपा ने पहले राज्य की 12 सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जबकि उसकी सहयोगी बीडीजेएस राज्य में चार सीट पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने आश्चर्यजनक फैसला करते हुए कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले वायनाड से सुरेंद्रन को उतारने का फैसला किया. भाजपा राहुल गांधी के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार खड़ा करके अपने विरोधियों को करारा जवाब देने की कोशिश कर रही है. माकपा ने यहां से एनी राजा को मैदान में उतारा है.
सुरेंद्रन सबरीमाला मंदिर में अब तक चली आ रही परंपरा के विपरीत रजस्वला महिलाओं को प्रवेश देने के खिलाफ भाजपा के उग्र आंदोलन का चेहरा थे और उन्हें 2020 में पार्टी का केरल प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. कोझिकोड जिले के उलेयेरी निवासी सुरेंद्रन ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के वायनाड जिला अध्यक्ष के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में पथानमथिट्टा से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए.
BJP अध्यक्ष JP Nadda की पत्नी की टोयोटा फॉर्च्यूनर दिल्ली में चोरी : रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष जेपी नड्डा की पत्नी की कार दक्षिण पूर्वी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके से चोरी होने की खबर है. सूत्रों से पता चला कि चोरी 19 मार्च को दोपहर 3 से 4 बजे के बीच हुई थी.
सूत्रों के मुताबिक, कार का ड्राइवर जोगिंदर सर्विसिंग के बाद टोयोटा फॉर्च्यूनर गाड़ी को गोविंदपुरी लाया था और अपने घर पर खाना खाने के लिए रुका था. इसी दौरान कार चोरी हो गई.
सीसीटीवी फुटेज देखने पर अधिकारियों को पता चला कि चोरी हुई कार गुरुग्राम की ओर जा रही थी. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि तमाम कोशिशों के बावजूद अभी तक वाहन का कोई पता नहीं चल पाया है.
चोरी गई कार पर हिमाचल प्रदेश का नंबर है.
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि जांच चल रही है और पुलिस चोरी हुई फॉर्च्यूनर का पता लगाने और उसे वापस लाने के लिए काम कर रही है.
JNU छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट ने एक बार फिर लहराया परचम, धनंजय बने अध्यक्ष: चारों पदों पर ABVP की हार
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र संघ चुनाव में एक बार फिर वामपंथी छात्र संगठनों को शानदार जीत मिली है. वामपंथी उम्मीदवार धनंजय ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के उम्मीदवार उमेश सी अजमीरा को 922 मतों से हराकर जेएनयूएसयू के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है. अध्यक्ष समेत सभी चारों सीटों पर वामपंथी छात्र संगठनों और उसके समर्थित उम्मीदवारों को जीत मिली है.
#WATCH | Celebrations in JNU campus after Left wins all four seats in the JNU Students Union Election.
(Left s) Dhananjay was elected to the post of President, (Left s) Avijit Ghosh was elected to the post of Vice-President. Priyanshi Arya (BAPSA Left Supported) was elected as… pic.twitter.com/cAliJIAjuE
वामपंथी संगठनों ने जेएनयूएसयू चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को हराकर तीन पद पर कब्जा जमाया है; बीएपीएसए उम्मीदवार ने महासचिव पद पर जीत दर्ज की है. बीएपीएसए के उम्मीदवार को भी लेफ्ट संगठनों की तरफ से समर्थन दिया गया था. सभी सीटों पर वामपंथी संगठन और उसके समर्थित उम्मीदवारों का मुकाबला आरएसएस समर्थित छात्र संगठन एबीवीपी के साथ था. 4 साल बाद हो रहे चुनाव को लेकर छात्रों में बेहद उत्साह देखा गया.
12 साल बाद सबसे अधिक हुई थी मतदान
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव के लिए शुक्रवार को 73 प्रतिशत मतदान हुआ था जोकि पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक है. चुनाव समिति ने कहा कि जेएनयूएसयू चुनाव दो चरणों में हुए, जिनमें साजो-सामान की व्यवस्था के कारण देरी हुई थी. इस बार चार साल के अंतराल के बाद मतदान हुआ है और 7,700 से अधिक पंजीकृत मतदाताओं ने गुप्त मतदान के जरिए अपना वोट डाला.
मतदान के लिए विभिन्न अध्ययन केंद्रों में कुल 17 मतदान केंद्र बनाए गए थे. मतदान पूर्वाह्न करीब 11 बजे शुरू हुआ और शाम सात बजे तक चला. जेएनयू में 2019 में 67.9 प्रतिशत, 2018 में 67.8 प्रतिशत, 2016-17 में 59 प्रतिशत, 2015 में 55 प्रतिशत, 2013-14 में 55 प्रतिशत और 2012 में 60 प्रतिशत मतदान हुआ था. मतदाता जब अपने-अपने केंद्रों पर वोट डालने के लिए कतार में खड़े थे तो विभिन्न छात्र संगठनों के समर्थकों ने अपने नेताओं के पक्ष में नारे लगाए.
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PM मोदी के बनारस आने की गिनती है, लेकिन मैं तो यहीं का हूं : कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने जताया जीत का भरोसा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट पर फिर से उम्मीदवार बनाए गए उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि इस बार बनारस में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) और भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच सीधा मुकाबला है और चुनाव में स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा भी अहम भूमिका निभाएगा. राय ने रविवार को बातचीत में कहा, इस दफा लोकसभा चुनाव सीधे तौर पर ‘इंडिया और एनडीए के बीच होगा. इससे समीकरण बदल गए हैं और चुनावी माहौल भी बिल्कुल परिवर्तित हो चुका है. जनता बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और भाजपा के विकास के झूठे दावों से त्रस्त है और वह इस बार बदलाव का मन बना चुकी है.
कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा, अब लड़ाई वन-टू-वन हो गई है इसलिए बनारस का समीकरण बदल चुका है. उन्होंने कहा कि पिछले कई चुनावों में ऐसा देखने को मिला था कि भाजपा और मुख्य विपक्षी पार्टी के साथ-साथ कोई तीसरा मजबूत उम्मीदवार भी खड़ा हो जाता था जिसकी वजह से वोट कई जगह बंट जाता था. मगर इस बार इंडिया और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला है और इस बार चुनाव में ‘हमारा इंडिया गठबंधन जीतेगा.इस बार वाराणसी में स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा भी हावी है: अजय राय
वाराणसी की कोलअसला सीट से तीन बार और पिंडरा सीट से एक दफा विधायक रह चुके अजय राय ने कहा कि इस बार वाराणसी में स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा भी हावी है. राय ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भी मोदी के खिलाफ मैदान में उतरने पर ‘स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा उठाया था लेकिन दोनों बार उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद पिछले 10 सालों में वाराणसी की बुनियादी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं और जो विकास कार्य हुए भी हैं उनमें गुजरात लॉबी को ही फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है. गुजरात प्रधानमंत्री मोदी का गृह राज्य है.
वाराणसी में गुजरात के लोगों को मिली है नौकरियां: अजय राय
राय ने आरोप लगाया कि वाराणसी में जो भी स्थाई नौकरियां पैदा हुईं उन पर गुजरात के लोगों को ही नियुक्त किया गया. इससे आम जनमानस में यह धारणा बैठ चुकी है कि उन्हें उन्हीं के घर में रोजगार से वंचित किया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि वाराणसी के स्थानीय लोग अब इस बात पर एकमत हो रहे हैं कि कोई भी बाहरी उम्मीदवार उनके दुख-दर्द को नहीं समझ सकता, लिहाजा अब वे परिवर्तन का मन बना चुके हैं.
चुनावी बॉन्ड बनेगा चुनावी मुद्दा
राय ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई के साथ-साथ भ्रष्टाचार का मुद्दा भी इस चुनाव में प्रमुखता से उठाया जाएगा. उन्होंने चुनावी बॉन्ड मामले को लेकर हुए खुलासों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भाजपा की असलियत जनता के सामने खुल चुकी है. उन्होंने कहा, ‘‘इसका भी चुनावी माहौल पर व्यापक असर नजर आएगा. उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र में इस मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाएंगे कि जो भाजपा खुद के गौ रक्षक होने का दावा करती है, उसने बीफ का कारोबार करने वाली कंपनियों तक से चुनावी बॉन्ड के तौर पर चंदा लिया.
2009, 2014 और 2019 में वाराणसी से चुनाव लड़ चुके हैं अजय राय
कांग्रेस ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. पार्टी ने अजय राय को पिछले दो बार से सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुकाबले वाराणसी से मैदान में उतारा है. राय वर्ष 2009, 2014 और 2019 में वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि तीनों ही बार उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. वर्ष 2009 में उन्होंने सपा के टिकट पर जबकि 2014 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर वाराणसी से चुनाव लड़ा था. साल 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में राय 1,52,548 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
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नहीं मिल रहा केजरीवाल का कथित शराब घोटाले के समय का फोन- ED सूत्र; AAP का आरोप- BJP ने फैलाई खबर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी की तरफ से उनसे पूछताछ जारी है. इधर सूत्रों के मुताबिक कथित शराब घोटाले के समय का केजरीवाल का फोन गायब हो गया है. ईडी ने जब केजरीवाल से इसके बारे में पूछा तो केजरीवाल ने ED से कहा कि उनको नही पता कि उनका फोन कहां है. वहीं इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि ये ED नहीं, भाजपा के सोर्स हैं. जांच एजेंसी कभी सूत्रों से खबर नहीं देती है. ED भाजपा की राजनीतिक पार्टनर है. सबकुछ बीजेपी के ऑफिस में प्लान किया जाता है.
शराब घोटाले के एक अन्य आरोपी समीर मेहन्दू का आज ED ने तिहाड़ जेल में जाकर फिर से बयान दर्ज किया. अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद यह बयान दर्ज करवाया गया है.अरविंद केजरीवाल से होली के दिन भी होगी पूछताछ
अरविंद केजरीवाल से रोज की तरह होली के दिन भी पूछताछ की जाएगी औऱ जो सामान्य नाश्ता लंच डिनर बाकी आरोपियों को ED देती है वही केजरीवाल को भी दिया जाएगा. हालांकि कोर्ट के आदेश के मुताबिक वो अपने वकीलों पत्नी से जरूर होली के दिन भी मुलाकात कर सकते हैं. जाहिर तौर पर केजरीवाल के लिए इस बार की होली बेरंग और फीकी है और मुश्किलें बढ़ाने वाली है. इधर आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद ऐलान किया था कि पार्टी कार्यकर्ता इस बार होली नही मनाएंगे.
जेल से केजरीवाल ने कोई आदेश नहीं दिया: ED सूत्र
आम आदमी पार्टी की तरफ से किए गए इस दावे पर कि अरविंद केजरीवाल ने जेल से ही जल संकट के समाधान का आदेश दिया है पर ईडी के सूत्रों का कहना है कि हम इसकी जांच करवा रहे हैं. ईडी के सूत्रों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को कोई कंप्यूटर नही दिया गया,जिससे किसी काग़ज़ पर कुछ टाइप हुआ हो. ना ही कोई ऐसा कागज़ दिया गया जिसे दिखाया गया है. सुनीता केजरीवाल कल ED मुख्यालय में अरविंद केजरीवाल से मिली थी, आगे हम जांच करवा रहे है.
आम आदमी पार्टी की तरफ से क्या दावा किया गया था?
आम नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को कहा था कि अरविंद केजरीवाल पूरी दिल्ली को अपना परिवार मानते हैं. ईडी की कस्टडी में जारी किये गए पहले आदेश में केजरीवाल ने कहा, मुझे पता चला है कि दिल्ली के कुछ इलाकों में पानी और सीवर की काफी समस्याएं हो रही हैं. इसे लेकर मैं चिंतित हूं. चूंकि मैं जेल में हूं, इस वजह से लोगों को जरा भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए. गर्मियां भी आ रही हैं. जहां पानी की कमी है, वहां उचित संख्या में टैंकरों का इतंजाम कीजिए. मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों को उचित आदेश दीजिए, ताकि जनता को किसी तरह की परेशानी न हो. जनता की समस्याओं का तुरंत और समुचित समाधान होना चाहिए. जरूरत पढ़ने पर उपराज्यपाल महोदय का भी सहयोग लें. वे भी आपकी मदद जरूर करेंगे.
केजरीवाल के मामले पर जर्मनी की टिप्पणी पर भारत ने जताया विरोध
भारत ने दिल्ली शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी की टिप्पणी को पक्षपातपूर्ण और अनुचित करार दिया है. दरअसल जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने केजरीवाल की गिरफ्तारी का संज्ञान लिया था. जर्मन विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि भारत में विपक्ष के एक बड़े राजनीतिक चेहरे को चुनाव से कुछ दिन पहले गिरफ्तार कर लिया गया है. विपक्ष इसे राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देख रहा है. उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतंत्रिक देश है. हम उन मानकों में विश्वास रखते हैं और उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक मूल्य से संबंधित सिद्धांत भी इस केस में मामले में लागू किए जाएंगे.
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लोकसभा चुनाव : BJP की 111 उम्मीदवारों की 5वीं सूची जारी, कंगना रनौत को मौका; वरुण गांधी का टिकट कटा
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पांचवी लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी की लिस्ट में कई बड़े चेहरों को जगह दी गयी है. बीजेपी की तरफ से कुछ मंत्रियों और कुछ सांसदों का टिकट काट लिया गया है. केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, अश्विनी चौबे का टिकट कट गया है. वहीं पार्टी ने वरूण गांधी (Varun Gandhi) को भी बेटिकट कर दिया है. वहीं कुछ सीटों पर उम्मीदवार भी बदले गए हैं. पार्टी की तरफ से झारखंड के दुमका सीट पर पहले घोषित उम्मीदवार सुनील सोरेन का टिकट काटकर सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी से मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत और मेरठ से अभिनेता अरुण गोविल उम्मीदवार बनाए गए हैं. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हरियाणा के नवीन जिंदल को कुरुक्षेत्र से टिकट दिया गया है. इसी तरह पूर्व में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में यूपी के जितिन प्रसाद, जो कि राज्य में कैबिनेट मंत्री हैं, अब पीलीभीत से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.प्रमुख चेहरे जिन्हें बीजेपी ने दिया टिकट
भारतीय जनता पार्टी की पांचवी लिस्ट में पार्टी ने बिहार के बेगूसराय से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नाम का ऐलान किया है. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव को पाटलीपुत्रा और रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से उम्मीदवार बनाया गया है. पूर्वी चंपारण से पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह को भी पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के पुत्र और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को नवादा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.नित्यानंद राय उजियारपुर से चुनाव लड़ेंगे.
5th List of BJP Candidate for Lok Sabha 2024 by on Scribd
हिमाचल के मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत को उम्मीदवार बनाया है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का टिकट कट गया है उनकी जगह पर अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया गया है. पीलीभीत से वरूण गांधी की जगह जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है. सुल्तानपुर से मेनका गांधी को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया गया है.यूपी में किसे मिला टिकट?
बीजेपी ने यूपी के 13 और प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है. पहले 51 और अब 13 मिलाकर कुल 64 नाम घोषित हो गए है. सहयोगियों को सीटें देने के बाद बीजेपी ख़ुद 75 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बरेली से वरिष्ठ नेता संतोष गंगवार की जगह छत्रपाल गंगवार को टिकट मिला है. बाराबंकी से वीडियो वाइरल होने के बाद नए प्रत्याशी को मौका दिया गया है. बदायूं से संघमित्रा मौर्या का भी टिकट कट गया है. हाथरस से मौजूदा सांसद राजवीर सिंह की जगह अनूप वाल्मीकि को टिकट बीजेपी की तरफ से दिया गया है.
के सुरेंद्रन राहुल गांधी के खिलाफ होंगे उम्मीदवार
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ वायनाड़ सीट से भाजपा ने केरल इकाई के पूर्व अध्यक्ष के सुरेंद्रन को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा अब तक 291 लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है. इनमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, केरल और तेलंगाना समेत अन्य राज्यों के उम्मीदवार शामिल हैं. भोजपुरी गायक पवन सिंह सहित घोषित उम्मीदवारों में से तीन ने विवाद होने के बाद अपने नाम वापस ले लिए हैं.
राजस्थान में बीजेपी ने 7 उम्मीदवारों के नाम का किया ऐलान
राजस्थान में बीजेपी ने अब तक 22 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. इससे पहले बीजेपी ने राजस्थान में 15 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी. अब 7 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा की है. यानी बीजेपी अभी राजस्थान की 3 और सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. गंगानगर- प्रियंका बालन, झुंझुनू- शुभकरण चौधरी, जयपुर ग्रामीण- राव राजेंद्र सिंह, जयपुर शहर- मंजू शर्मा, टोंक-सवाई माधोपुर- सुखबीर सिंह जौनपुरिया, अजमेर- भागीरथ चौधरी राजसमंद- महिमा विशेश्वर सिंह को टिकट दिया गया है.
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कहीं नाम के प्रति नाराजगी लाखों का काम न बिगाड़ दे... : अपनी ही सरकार पर फिर बरसे वरुण गांधी
बीजेपी सांसद वरुण गांधी एक बार फिर अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं. इस बार मामला अमेठी में संजय गंधी अस्पताल का लाइसेंस रद्द (Amethi Sanjay Gandhi Hospital License Suspension) किए जाने का है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र में संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबत किए जाने पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि बिना किसी गहन जांच के अस्पताल का लाइसेंस तुरंत सस्पेंड कर दिया गया. यह उन सभी लोगों के साथ अन्याय है जो सिर्फ प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ही नहीं बल्कि अपनी रोजी-रोटी के लिए भी इस संस्थान पर निर्भर हैं.
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लाइसेंस निलंबन पर जवाबदेही जरूरीवरुण गांधी ने कहा कि अस्पताल के लाइसेंस के निलंबन पर जवाबदेही जरूरी है. यह भी जरूरी है कि निष्पक्षता के सिद्धांतों को बरकरार रखा जाए और मामले की जांच की जाए. उन्होंने यूपी सरकार को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि सरकार इस मामले पर फिर से विचार करे. उन्होंने उम्मीद जताई कि इलाके के लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं में कोई बाधा नहीं आएगी. उन्होंने सरकार से पारदर्शी तरीके से मामले की जांच की मांग अपनी चिट्ठी में की है. पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने यह बात सोशल मीडिया साइट एक्स पर कही है और अपने पोस्ट में यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को भी टैग किया है.
The swift suspension of the Sanjay Gandhi Hospital s license in Amethi, without a thorough investigation, is an injustice to all individuals who depend on the institution not only for primary healthcare services but also for their livelihoods.
While accountability is crucial, it… pic.twitter.com/9TJNcrIkvd
एक अन्य ट्वीट में बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि सवाल सिर्फ संजय गांधी अस्पताल के 450 कर्मचारियों का और उनके परिवार का ही नहीं है बल्कि उस आम जनता का भी है जो हर दिन अस्पताल में इलाज कराने आती है. उनकी पीड़ा के साथ न्याय ‘मानवता की दृष्टि ही कर सकती है, ‘व्यवस्था का अहंकार नहीं. कहीं ‘नाम के प्रति नाराजगी लाखों का ‘काम न बिगाड़ दे.
अस्पताल के लाइसेंस बहाली को लेकर आंदोलन तेजबता दें कि अमेठी के संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस सस्पेंशन को लेकर आंदोलन भी तेज हो गया है. प्रदर्शन कर रहे लोग सरकार से साइसेंस फिर से बहाल करने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस तो पहले से ही आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ा रही है अब बीजेपी नेता वरुण गांधी भी उनके सपोर्ट में उतर आए हैं. लाइसेंस रद्द करने को लकर वह एक बार फिर से अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं. उन्होंने ना सिर्फ योगी सरकार पर निशाना साधा बल्कि चिट्ठी लिखकर पारदर्शी तरीके से जांच की भी मांग की है. उनका कहना है कि बिना किसी जांच के तुरंत लाइसेंस कर कर देना वर्कर्स और मरीजों के साथ अन्याय है.
क्या है पूरा मामला?बता दें कि पिछले दिनों संजय गांधी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची एक महिला की मौत हो गई थी. परिवार का आरोप था कि गलत इलाज की वजह से महिला की जान गई. डीएम से लेकर डिप्टी सीएम तक इस मामले की शिकायत की गई थी. जांच पूरी होने के बाद अस्पताल को प्रशासन ने बंद करवा दिया था और लाइसेंस को भी रद्द कर दिया गया.
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कंगना रनौत, अरुण गोविल, जितिन प्रसाद, नवीन जिंदल; वो नए चेहरे जिन पर BJP ने पहली बार जताया भरोसा
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी की इस सूची में कई लोकप्रिय चेहरों को जगह दी है. इनमें जहां फिल्म और टेलीविजन से जुड़े कलाकार हैं वहीं कई ऐसे नेता भी हैं जो दूसरे दलों को छोड़कर बीजेपी में आए हैं. हिमाचल प्रदेश के मंडी से मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत और मेरठ से अभिनेता अरुण गोविल उम्मीदवार बनाए गए हैं. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हरियाणा के नवीन जिंदल को कुरुक्षेत्र से टिकट दिया गया है. इसी तरह पूर्व में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में यूपी के जितिन प्रसाद, जो कि राज्य में कैबिनेट मंत्री हैं, अब पीलीभीत से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
हाल ही में बीजेपी की सदस्यता लेकर राजनीति में आए कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय को पश्चिम बंगाल का तामलुक सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.
कंगना रनौत ने मंडी से उम्मीदवारी का ऐलान होने के बाद एक्स पर एक पोस्ट के जरिए उत्साह जाहिर किया. उन्होंने लिखा- मेरे प्यारे भारत और भारतीय जनता की अपनी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मेरा हमेशा बिना शर्त समर्थन रहा है. आज बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने मुझे मेरे जन्मस्थान हिमाचल प्रदेश के मंडी (निर्वाचन क्षेत्र) से अपना लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया है. मैं लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए हाईकमान के फैसले का पालन करूंगी. मैं आधिकारिक तौर पर पार्टी में शामिल होकर सम्मानित और उत्साहित महसूस कर रही हूं. मैं एक योग्य कार्यकर्ता और विश्वसनीय लोक सेवक बनने की आशा रखती हूं. धन्यवाद.
My beloved Bharat and Bhartiya Janta s own party, Bharatiya Janta party ( BJP) has always had my unconditional support, today the national leadership of BJP has announced me as their Loksabha candidate from my birth place Himachal Pradesh, Mandi (constituency) I abide by the high…
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) March 24, 2024भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पांचवी सूची में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के टिकट काटकर चौंका भी दिया है.
बीजेपी की पांचवी सूची में कुल 111 नाम हैं जिनमें उत्तर प्रदेश के 13 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं. यूपी के लिए पहले 51 और अब 13 के साथ कुल 64 नाम घोषित हुए हैं. सहयोगियों को सीटें देने के बाद बीजेपी खुद 75 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं.
पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काट दिया गया है. उनके स्थान पर यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद बीजेपी के उम्मीदवार होंगे. गाजियाबाद से केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का टिकट कट गया है. उनके स्थान पर अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया गया है. मेनका गांधी सुल्तानपुर से फिर से प्रत्याशी होंगी.
मेरठ से अरुण गोविल बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. बाराबंकी में वीडियो वायरल होने के बाद मौजूदा सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. उनकी जगह पर अब राजरानी रावत बीजेपी की नई प्रत्याशी होंगी.
बदायूं से संघमित्रा मौर्या का भी टिकट कट गया है उनके स्थान पर दुर्विजय सिंह शाक्य को मौका दिया जा रहा है. हाथरस से मौजूदा सांसद राजवीर सिंह की जगह अनूप वाल्मीकि को टिकट दिया गया है. बरेली से वरिष्ठ नेता संतोष गंगवार की जगह छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया गया है.
यूपी में सहारनपुर से राघव लखनपाल, मुरादाबाद से सर्वेश सिंह, अलीगढ़ से सतीश गौतम, कानपुर से रमेश अवस्थी और बहराईच से डॉ अरविंद गोंड को टिकट दिया गया है.
The Central Election Committee of the Bharatiya Janata Party has decided on the following names for the upcoming General Elections to the Lok Sabha. Here is the fifth list. (2/3) pic.twitter.com/vA0hOQH4PV
— BJP (@BJP4India) March 24, 2024The Central Election Committee of the Bharatiya Janata Party has decided on the following names for the upcoming General Elections to the Lok Sabha. Here is the fifth list. (3/3) pic.twitter.com/t88Ge9Vtmd
— BJP (@BJP4India) March 24, 2024The Central Election Committee of the Bharatiya Janata Party has decided on the following names for the upcoming General Elections to the Lok Sabha. Here is the fifth list. (1/3) pic.twitter.com/lKmJke6WOb
— BJP (@BJP4India) March 24, 2024बीजेपी की पांचवी लिस्ट में बिहार की 17 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं. बक्सर सीट पर मंत्री अश्विनी चौबे का टिकट काटकर मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया गया है. बेगूसराय से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नाम का ऐलान किया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव को पाटलीपुत्र और रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से उम्मीदवार बनाया गया है. पूर्वी चंपारण से पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह को भी पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया है.
इसके अलावा सासाराम में छेदी पासवान के जगह शिवेश राम को टिकट मिला है. मुज़फ़्फ़रपुर से अजय निषाद का टिकट कट गया है. उनकी जगह राजभूषण निषाद चुनाव लड़ेंगे. नवादा से विवेक ठाकुर को पहली बार टिकट दिया गया है. वे वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं.
झारखंड की सूची में तीन सीटों के प्रत्याशियों के नाम हैं. दुमका सीट पर पहले घोषित उम्मीदवार सुनील सोरेन की जगह सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है. चतरा और धनबाद के मौजूदा सांसदों का टिकट कटाकर क्रमश: कालीचरण सिंह और ढुलू महतो को उम्मीदवार बनाया गया है.
भारतीय जनता प्रत्याशियों की लोकसभा प्रत्याशियों की इस पांचवी सूची में कुल 111 नाम शामिल हैं. इनमें आंध्र प्रदेश के 6, बिहार के 17, गोवा का एक, गुजरात के 6, हरियाणा के 4, हिमाचल प्रदेश के 2, झारखंड के 3, कर्नाटक के 4, केरल के 4, महाराष्ट्र के 3, मिजोरम का एक, ओडिशा के 18, राजस्थान के 7, सिक्किम का एक, तेलंगाना के 2, उत्तर प्रदेश के 13 और पश्चिम बंगाल के 19 प्रत्याशी शामिल हैं.
Lok Sabha Election : BJP की पांचवीं लिस्ट में कई बड़े नेता हुए बेटिकट, कुछ सीटों पर बदले उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Elections 2024) के लिए रविवार को 111 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी कर दी. पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री वी के सिंह की जगह गाजियाबाद से स्थानीय विधायक अतुल गर्ग को टिकट दिया है जबकि बिहार के बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का टिकट काटकर उनके स्थान पर मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है. उत्तर प्रदेश के बदायूं से संघमित्रा मौर्या का भी टिकट काट लिया है. संतोष गंगवार की जगह छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया गया है. बिहार और झारखंड में तीन-तीन सांसदों का टिकट बीजेपी ने काट लिया है.
यूपी में इन नेताओं का कट गया टिकट
उत्तर प्रदेश में कई वरिष्ठ नेताओं का टिकट बीजेपी ने काट लिया है. गाजियाबाद से केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, बदायूं से संघमित्रा मौर्या, पीलीभीत से वरुण गांधी,बरेली से संतोष गंगवार को बीजेपी ने बेटिकट कर दिया है. वहीं बाराबंकी लोकसभा सीट से बीजेपी ने उम्मीदवार बदल दिया है. भाजपा ने अपनी पांचवीं सूची में बाराबंकी से राजरानी रावत के नाम का ऐलान किया है. आपको बता दें कि बाराबंकी से मौजूदा सांसद उपेंद्र सिंह रावत को टिकट मिलने के बाद उनका कथित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था.
उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए घोषित सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं... pic.twitter.com/hiBOmLj1eA
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 24, 2024बिहार में भी तीन सांसद हुए बेटिकट
बिहार में बीजेपी ने तीन सांसदों के टिकट काट लिए हैं. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का बक्सर से टिकट कट गया है. उनकी जगह पर मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया गया है. वहीं सासाराम से छेदी पासवान का टिकट भी पार्टी ने काट लिया है उनकी जगह पर शिवेश राम को उम्मीदवार बनाया गया है. मुजफ्फरपुर से अजय निषाद की जगह पर राज भूषण निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है.
झारखंड में बीजेपी ने दुमका सीट पर बदला उम्मीदवार
झारखंड के तीन लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने सांसदों का टिकट काट लिया है. चतरा से सुनील सोरेन बेटिकट हो गए हैं. उनकी जगह पर कालीचरण सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. धनबाद से तीन बार के सांसद पशुपति नाथ सिंह का टिकट कट गया है. उनकी जगह पर ढुलू महतो को उम्मीदवार बनाया गया है. दुमका सीट से सुनील सोरेन का टिकट कट गया है. सुनील सोरेन की जगह पर हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है.
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विश्वास है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भारत में विलय होगा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के लोग खुद भारत में विलय की मांग उठा रहे हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि पीओके का भारत में विलय होगा. उन्होंने कहा कि, वहां ऐसे हालात बन रहे हैं कि पीओके के लोग खुद ही भारत में विलय चाहते हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा कश्मीर को लेकर हाल ही में की गई टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा, क्या वे कभी कश्मीर ले सकते हैं? उन्हें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बारे में चिंतित होना चाहिए. मैंने लगभग डेढ़ साल पहले कहा था कि हमें हमला करके उस पर कब्जा करने की कोई जरूरत नहीं होगी, क्योंकि वहां ऐसे हालात बन रहे हैं कि पीओके के लोग खुद ही भारत में विलय की मांग कर रहे हैं.”
रक्षा मंत्री से जब पूछा गया कि क्या सरकार कोई योजना बना रही है? उन्होंने जवाब दिया, मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, मुझे कहना भी नहीं चाहिए. हम किसी भी देश पर हमला नहीं करने जा रहे हैं. भारत का चरित्र है कि वह दुनिया के किसी भी देश पर कभी हमला नहीं करता. न इसने हमला किया न ही दूसरों के एक इंच क्षेत्र पर कब्जा किया. लेकिन पीओके हमारा था, पीओके हमारा है और मुझे विश्वास है कि पीओके खुद ही भारत में विलय हो जाएगा. राजनाथ सिंह ने इंडिया टीवी पर आप की अदालत कार्यक्रम के दौरान यह टिप्पणी की.इससे पहले फरवरी में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के एक राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने दावा किया था कि पीओके के लोग पाकिस्तान के कब्जे से तंग आ चुके हैं और अब वे भारत में विलय की मांग कर रहे हैं.
मिर्जा ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि, पिछले कुछ दिनों में पीओके के लोगों ने मुझसे कहा है कि वे अब भारत में विलय की चाहते हैं, क्योंकि वे आधिकारिक तौर पर उसके नागरिक हैं.
पीओके के कार्यकर्ता मिर्जा ने कहा- पाकिस्तान में हाल के चुनावों ने हमें खंडित जनादेश दिया है. आगामी चुनावों में भारत में अच्छे परिणाम मिलेंगे. लेकिन हम पीओके के लोग पूछते हैं कि पाकिस्तान के उत्पीड़न से छुटकारा पाने और भारत में विलय के लिए हमें कब तक इंतजार करना होगा?राजनाथ सिंह ने कहा कि, भारत का चरित्र है कि वह कभी किसी देश पर हमला नहीं करता और किसी की जमीन पर कब्जा नहीं करता. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी ने उसकी प्रतिष्ठा पर हमला किया तो भारत माकूल जवाब देगा.
चीन की ओर से भारत पर हमला किए जाने की आशंका को लेकर सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा, भगवान उन्हें ऐसी गलतियां न करने की सद्बुद्धि दे. भारत का चरित्र है कि वह किसी भी देश पर हमला नहीं करता है, लेकिन अगर कोई देश हम पर हमला करता है, तो हम उसे नहीं छोड़ते हैं. हालांकि सच तो यह है कि अगर कोई हमसे पूछे तो हमारे सभी पड़ोसियों के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं.उन्होंने कहा कि, हम संबंध बनाए रखना चाहते हैं लेकिन भारत के स्वाभिमान की कीमत पर नहीं. लेकिन अगर कोई देश भारत की प्रतिष्ठा पर हमला करता है, तो उसे करारा जवाब देने की ताकत है. हम पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं क्योंकि अटल जी कहते थे हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हम जीवन में दोस्त तो बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी कभी नहीं बदल सकते.
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका, पूर्व सांसद नवीन जिंदल बीजेपी में शामिल
उद्योगपति और पूर्व कांग्रेस नेता नवीन जिंदल लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले रविवार को बीजेपी में शामिल हो गए.जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन जिंदल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के एजेंडे में योगदान देना चाहते हैं. जिंदल ने एक्स पर लिखा कि मैंने 10 वर्षों तक कुरूक्षेत्र से सांसद के रूप में संसद में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व किया. मैं कांग्रेस नेतृत्व और तत्कालीन प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को धन्यवाद देता हूं. आज मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.
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देश के मेरे सभी परिवारजनों को शुभकामनाएं : पीएम मोदी ने होली पर दिया संदेश
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दीं और कामना की कि स्नेह और सद्भाव के रंगों से सजा यह पारंपरिक पर्व सभी के जीवन में नई ऊर्जा व नया उत्साह लेकर आए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई नेताओं ने भी देशवासियों को होली शुभकामनाएं दी हैं. देश में मंगलवार को होलिका दहन होगा और सोमवार को रंगों का पर्व होली मनाया जाएगा. देश के कुछ हिस्सों में मंगलवार को ही होली खेलने का सिलसिला शुरू हो गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘देश के मेरे सभी परिवारजनों को होली की अनेकानेक शुभकामनाएं. स्नेह और सद्भाव के रंगों से सजा यह पारंपरिक पर्व आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नया उत्साह लेकर आए.
देश के मेरे सभी परिवारजनों को होली की अनेकानेक शुभकामनाएं। स्नेह और सद्भाव के रंगों से सजा यह पारंपरिक पर्व आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नया उत्साह लेकर आए।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 24, 2024लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने होली पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. बिरला ने अपने संदेश में कहा है कि, सम्पूर्ण देश के मेरे परिवार जनो, आप सभी को होली की राम-राम. उन्होंने संदेश में कहा- होली रंगों और खुशियों का त्यौहार है. यह त्योहार समाज के सभी लोगों को साथ लाकर एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है. होली हमें सिखाती है कि बुराइयों का सदा नाश होता है और अच्छाई हमेशा आगे बढ़ती है. हम भी इसी भावना के साथ जीवन में आगे बढ़ें.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, प्रिय परिवार जनो, इसी साल भगवान श्री राम लला अयोध्या धाम में अपने भव्य और नव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं, इसलिए भी यह होली हम सबके लिए विशेष है. यह त्योहार सबके जीवन में खुशहाली लेकर आए, यही भगवान श्री राम से मेरी प्रार्थना है.
बिरला ने कहा कि, इस अवसर पर एक अपील मैं आप सबसे करना चाहता हूं कि हम जब त्योहार की खरीददारी करें, तो अपने लोकल दुकानदारों, रेहड़ी-ठेला लगाने वाले लोगों से करें, ताकि सब मिलकर त्योहार मना पाएं. इसी संदेश के साथ आप सबको एक बार फिर होली की राम राम.
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने होली पर्व पर अपने लोकसभा क्षेत्र कोटा में एक कार्यक्रम में भी भाग लिया. उन्होंने एक्स पर लिखा- राधे-राधे... संसदीय क्षेत्र कोटा में आयोजित बृज फागोत्सव एवं विराट नगर संकीर्तन परिक्रमा में सम्मिलित होकर आलौकिक अनुभूति हुई. ठाकुर जी का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रभु प्रेम में रमे भक्तों के साथ श्रद्धा और भक्ति के रंगों में रंग कर दिव्यता को हृदय में महसूस किया.
राधे-राधे...
संसदीय क्षेत्र कोटा में आयोजित बृज फागोत्सव एवं विराट नगर संकीर्तन परिक्रमा में सम्मिलित होकर आलौकिक अनुभूति हुई। ठाकुर जी का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रभु प्रेम में रमे भक्तों के साथ श्रद्धा और भक्ति के रंगों में रंग कर दिव्यता को हृदय में महसूस किया।#Kota#Holi pic.twitter.com/7n1Z2aKmEq
होलिका दहन में भक्ति और शक्ति का समन्वय : योगी आदित्यनाथ
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी नागरिकों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे पर्व एवं त्योहार सौहार्द्र, शांति और समता के प्रतीक होने चाहिए; कहीं कोई भेदभाव न हो, सभी एकजुट रहें; यही होली का भी संदेश है. मुख्यमंत्री ने रविवार की शाम को अपने गृह जिले गोरखपुर के पाण्डेय हाता में होलिका दहन उत्सव समिति की ओर से आयोजित होलिका दहन शोभायात्रा के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि, ‘‘शक्तिशाली समाज और समर्थ राष्ट्र के लिए आवश्यक है कि समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव न रहे, सबके बीच मतभेद समाप्त हो. उन्होंने कहा, ‘‘जब हम एकजुटता की भावना से देश हित के लिए सक्रिय होते हैं तो पर्व-त्योहारों के उमंग और उत्साह का लाभ अनंत काल के लिए प्राप्त होता है. मुख्यमंत्री ने होलिका दहन और होली को सत्य, न्याय व धर्म की विजय के उल्लास का पर्व बताते हुए कहा कि जहां भक्ति होती है वहां स्वतः शक्ति आ जाती है. भक्ति और शक्ति का यह समन्वय होलिका दहन के रूप में देखने को मिलता है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री सीएम विष्णु देव साय ने लोगों को होली की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि, मैं छत्तीसगढ़ के लोगों को होली की शुभकामनाएं देना चाहता हूं. आज, मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक होली मिलन कार्यक्रम में भाग ले रहा हूं. कल मैं होली मनाने के लिए अपने पैतृक गांव में रहूंगा.”
#WATCH | Raipur: Chhattisgarh CM Vishnu Deo Sai participates in Holi celebration. pic.twitter.com/aF0dOoNUDV
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 24, 2024उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आवास पर होली का जश्न मनाया गया. उन्होंने कहा कि, होली के इस शुभ अवसर पर प्रदेश के लोगों को मेरी शुभकामनाएं. होली का त्योहार पूरी उमंग और खुशी के साथ मनाया जाता है...यह एक अद्भुत त्योहार है.